24 घंटे बिजली, फिर भी अंधेरे में डूबे रहते हैं मुहल्ले

भभुआ सदर : नगर पर्षद की उदासीनता व वार्ड पार्षदों के चुनावी जोड़-तोड़ में लग जाने के कारण भभुआ शहर से अधिकतर मुहल्ले 24 घंटे बिजली रहने के बावजूद अंधेरे में डूबे रहते हैं. नप के अधिकारियों व अध्यक्ष सहित पार्षदों से शिकायत किये जाने के बावजूद गली मुहल्लों से अंधेरे को दूर करने का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 23, 2017 8:13 AM
भभुआ सदर : नगर पर्षद की उदासीनता व वार्ड पार्षदों के चुनावी जोड़-तोड़ में लग जाने के कारण भभुआ शहर से अधिकतर मुहल्ले 24 घंटे बिजली रहने के बावजूद अंधेरे में डूबे रहते हैं. नप के अधिकारियों व अध्यक्ष सहित पार्षदों से शिकायत किये जाने के बावजूद गली मुहल्लों से अंधेरे को दूर करने का प्रयास नहीं किया गया. शहर की वीआइपी कॉलोनी, प्रोफेसर कॉलोनी, जगजीवन स्टेडियम सहित पुलिस लाइन का मार्ग आजकल शाम ढलते ही अंधेरे में डूब जाता है. कई वार्डों में तो केवल मरम्मत के अभाव में स्ट्रीट लाइटें व एलइडी खराब पड़े हुए हैं. प्रोफेसर कॉलोनी के गुड्डु सिंह, मनोज केशरी, कुंवर सिंह आदि ने कहा कि नगर पर्षद के अधिकारी हो या फिर वार्ड पार्षद किसी का ध्यान इस ओर नहीं जाता.
अगस्त 2015 में लगी थीं स्ट्रीट लाइटें: गौरतलब है कि नप की मासिक बैठक के दौरान शहर के सभी 25 वार्डों से सीएफएल हटा कर एलइडी लगाने के प्रस्ताव पर सहमति बनी थी. अगस्त 2015 में नगर पर्षद के सभी 25 वार्डों में पुराने हो चुके या बंद पड़े सीएफएल को हटाते हुए प्रत्येक वार्ड में 12-12 एलइडी लाइट लगायी गयी थी, लेकिन डेढ़ वर्ष से अधिक समय गुजर जाने के बावजूद अब तक किसी ने इन लाइटों की सुध नहीं ली.

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