एसडीएम साहब छोड़ नहीं पा रहे नीली बत्ती का मोह
एक मई से लाल व नीली बत्तियों के इस्तेमाल पर लगायी गयी है रोक भभुआ नगर : केंद्र सरकार ने एक मई से देश में वीवीआइपी कल्चर खत्म करने के लिए वाहनों पर लाल व नीली बत्तियां लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. केंद्र सरकार के इस फैसले को मानते हुए कई अफसरों ने अपनी […]
एक मई से लाल व नीली बत्तियों के इस्तेमाल पर लगायी गयी है रोक
भभुआ नगर : केंद्र सरकार ने एक मई से देश में वीवीआइपी कल्चर खत्म करने के लिए वाहनों पर लाल व नीली बत्तियां लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. केंद्र सरकार के इस फैसले को मानते हुए कई अफसरों ने अपनी गाड़ियों से लालबत्ती हटा दी, लेकिन लगता है कि एसडीएम साहब के मन से नीली बत्ती का मोह गया नहीं है. उनकी गाड़ी पर अब भी नीली बत्ती नजर आती है.
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार के फैसले के मद्देनजर बिहार के राज्य परिवहन आयुक्त आरके मिश्रा ने भी पत्र जारी कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि वीवीआइपी व वीआइपी गाड़ियों पर अब लाल या नीली बत्ती नहीं रहेगी. लेकिन, भभुआ एसडीएम ललन प्रसाद की गाड़ी से अब तक नीली बत्ती नहीं उतरी है.
बुधवार को चुनाव संबंधित समाचार के संकलन के लिए जब संवाददाता एसडीएम कार्यालय पहुंचा, तब देखा गया कि एसडीएम साहब की गाड़ी पर नीली बत्ती लगी हुई है. परिवहन आयुक्त के पत्र जारी किये जाने के बाद जिलाधिकारी राजेश्वर प्रसाद सिंह की गाड़ी पर नीली बत्ती नहीं दिखी. जिला पर्षद अध्यक्ष भी अपनी गाड़ी से लाल बत्ती उतार चुके हैं.
एंबुलेंस पर ब्लिंकर का उपयोग रहेगा जारी: एंबुलेंस में ब्लिंकर का उपयोग होगा. इसके अलावा आपदा ड्यूटी जैसे भूकंप, सुनामी आदि के समय आपदा प्रबंधन में लगे वाहनों पर नीली बत्ती का इस्तेमाल होगा. राज्य परिवहन आयुक्त आरके मिश्रा द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि केंद्रीय मोटर वाहन नियमावली 1989 के नियम 108 में सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने वाहनों में लाल व नीली बत्ती के इस्तेमाल में संशोधन किया है.
नियम में संशोधन के बाद अब एंबुलेंस व आपात ड्यूटी में लगे वाहनों को छोड़ कर वाहनों में लाल व नीली बत्ती के इस्तेमाल पर पहली मई से रोक लगा दी है.