आराध्या क्लीनिक को किया सील
मरीज की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने की कार्रवाई
मरीज की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने की कार्रवाई भगवानपुर. 27 मई को प्रभात खबर ने अपने अंक में लाश का सौदा और मामला रफा-दफा शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और मंगलवार को भगवानपुर बाजार में आराध्या क्लीनिक को सील किया. गौरतलब है कि गुरुवार यानी 23 मई की सुबह थाना क्षेत्र अंतर्गत भगवानपुर बाजार की अराध्या क्लीनिक में इलाज के दौरान भगवानपुर गांव के शिवमूरत मल्लाह के 54 वर्षीय पुत्र लल्लन मल्लाह की मौत हो गयी थी. इसके बाद आक्रोशित परिजनों तथा उसके समर्थकों ने क्लिनिक पर काफी संख्या में एकत्रित होकर घंटों तक हंगामा किया था और संबंधित क्लीनिक पर पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले करने की भी कोशिश की गयी थी. हालांकि, एसडीपीओ शिवशंकर कुमार के नेतृत्व में मौके पर जुटे पुलिस प्रशासन व मुखिया उपेंद्र पांडेय के तत्परता से छिड़के गये पेट्रोल के ऊपर पानी डालकर आगजनी जैसी संभावित घटना को पूरी तरह निरस्त कर दिया गया था. वहीं भीड़ के गुस्से को नियंत्रित करते हुए हंगामा को भी समाप्त करा दिया गया था. इधर, इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मीना कुमारी ने घटना के अगले ही दिन अराध्या क्लीनिक पर तीन सदस्यीय जांच टीम भेजकर मामले की जांच करायी थी. वहीं प्रभात खबर में 27 मई को प्रकाशित उक्त शीर्षक से खबर के बाद मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मीना कुमारी ने स्वास्थ्य विभाग की प्रखंड स्तरीय टीम को अराध्या क्लीनिक पर भेज कर सील करा दी. सील करने वाली टीम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक तारकेश्वर उपाध्याय के साथ-साथ थानाध्यक्ष उदय कुमार व सब इंस्पेक्टर सह महिला हेल्प डेस्क इंचार्ज प्रतिभा कुमारी शामिल थीं. इस संबंध में सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार ने बताया कि सिविल सर्जन के निर्देश के आलोक में कार्रवाई की गयी. इस दौरान क्लीनिक में मौजूद कुर्सी, टेबल, आला, बीपी मशीन, डायरी समेत कुल 16 सामानों की सूची तैयार कर उसपर क्लिनिक संचालक के परिजनों के हस्ताक्षर भी लिये गये.
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