मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रशासन ने झोंकी अपनी पूरी ताकत
जिले में इस बार लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक संख्या में मतदान कराने को लेकर जिला प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखा है.
भभुआ. जिले में इस बार लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक संख्या में मतदान कराने को लेकर जिला प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखा है. शनिवार को भी यह अभियान जिले के कुदरा, मोहनिया, चांद आदि प्रखंडों के विभिन्न गांवों सहित नगर पर्षद भभुआ में चलाया गया. यही नहीं इस अभियान के तहत मनरेगा योजनाओं पर काम कर रहे मजदूरों को भी मतदान का महत्व बताते हुए मतदान के दिन सब काम छोड़ कर पहले मतदान करने को प्रेरित किया जा रहा है. गौरतलब है कि पिछले माह से ही स्वीप कोषांग के नोडल पदाधिकारी उप विकास आयुक्त ज्ञान प्रकाश के नेतृत्व में जिले के विभिन्न गांवों में प्रतिदिन किसी न किसी विभाग और ग्रामीणों के सहयोग से मतदाताओं को जागरूक करने का अभियान चलाया जा रहा है. ताकि इस चुनाव में मतदान का प्रतिशत राष्ट्रीय औसत तक या उसके आस पास पाया जा सके. यही नहीं इस अभियान को रफ्तार देने के लिए स्वयं जिले के वरीय पदाधिकारी भी मैदान में उतर चुके हैं. मतदाता जागरूकता को लेकर रैली, जन संवाद, पंपलेट्स वितरण, वाहनों पर स्लोगन, जगह जगह मतदान को ले लगाये गये बैनर और होर्डिंग, घर घर दस्तक अभियान, रंगोली, जन कल्याणकारी योजनाओं से जुडे उपभोक्ताओं को जागरूक करने, विभिन्न संस्थाओं के साथ बैठक आदि करने सहित विभिन्न तरह के कार्यक्रमों का आयोजन शिक्षा विभाग, जीविका, आंगनबाड़ी केंद्रों, स्वास्थ्य विभाग, आपूर्ति विभाग, पंचायती राज विभाग, परिवहन विभाग, कृषि विभाग, आदि द्वारा किये जा रहे हैं. इसी क्रम में शनिवार को भी रामगढ़ प्रखंड के जीविका समूहों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भगवानपुर द्वारा घर-घर दस्तक अभियान, चांद प्रखंड में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा मतदाता जागरूकता अभियान तथा मोहनिया में विकास मित्रों द्वारा मतदाताओं को जागरूक किया गया. इन्सेट गत लोकसभा चुनाव में 26 बूथों पर बहुत कम हुआ था मतदान भभुआ. गत लोकसभा चुनाव में जिले के 26 बूथों पर राष्ट्रीय औसत से बहुत कम मतदान हुआ था. गत लोकसभा चुनाव में सासाराम संसदीय क्षेत्र के 26 बूथों पर औसतन 32 प्रतिशत मतदाताओं ने ही अपने मतों का प्रयोग किया था. इसमें पहाड़ से लेकर ग्रामीण क्षेत्र और पढ़े लिखे लोगों का क्षेत्र माने जाने वाला शहरी क्षेत्र भी शामिल था. गत लोकसभा चुनाव में सबसे कम मतदान पहाड़ी क्षेत्र के चैनपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय सेमरा पर तथा वन विभाग के करकटगढ़ विश्राम भवन बूथ पर मात्र 30 प्रतिशत लोगों ने ही अपने मतों का प्रयोग किया था. जिला मुख्यालय भभुआ में बनाये गये 12 मतदान केंद्रों पर भी 33 से लेकर 40 प्रतिशत मत डाले गये थे.
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