Loading election data...

भभुआ से एक बार फिर उड़ान भरेगा हवाई जहाज

भभुआ हवाई अड्डा के दिन अब संवारने वाले हैं, एक बार फिर से यहां से हवाई जहाज के उड़ान भरने व उतारने की तैयारी की रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 1, 2024 9:43 PM

भभुआ नगर. भभुआ हवाई अड्डा के दिन अब संवारने वाले हैं, एक बार फिर से यहां से हवाई जहाज के उड़ान भरने व उतारने की तैयारी की रही है. इसके लिए हवाई अड्डा संचालन के निदेशक ने राज्य सरकार के स्वामित्व वाले हवाई अड्डा का जीर्णोद्घार करते हुए उसे हवाई जहाज उड़ान भरने में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए डीएम को पत्र लिखा है. उसी पत्र में निदेश के अनुसार, भभुआ हवाई अड्डा पर भी चहारदीवारी निर्माण के साथ साथ वीआइपी लॉन्ज व वेटिंग हाॅल आदि का निर्माण कराया जायेगा. हवाई अड्डा के आसपास उड़ान भरने में आने वाली बाधाएं जैसे ऊंची इमारत व पेड़-पौधों सहित अतिक्रमण को दूर किया जायेगा. इधर, हवाई अड्डा की सूरत सुधारने के लिए निदेशक संचालन निशीथ वर्मा ने जिला पदाधिकारी को पत्र लिखा है. लिखे गये पत्र में कहा है कि राज्य सरकार के स्वामित्व वाले हवाई अड्डों का विकसित करने व आने वाली समस्याओं के निष्पादन हेतु अपर मुख्य सचिव मंत्रिमंडल सचिवालय की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी थी. बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया है कि सरकार के स्वामित्व वाले हवाई अड्डा पर अतिथियों के ठहरने के लिए वीआइपी लॉन्ज व वेटिंग हॉल आदि का निर्माण किया जायेगा. साथ ही हवाई अड्डा की चहारदीवारी व गेट का भी निर्माण किया जायेगा. निदेशक ने लिखे गये पत्र में कहा है कि हवाई सेवा के सुगमता पूर्वक संचालन हेतु निर्माण होने वाले वीआइपी लॉन्ज व वेटिंग हॉल का शीघ्र प्राक्कलन बना कर विभाग को उपलब्ध कराया जाये, ताकि निर्माण हेतु प्रशासनिक स्वीकृति ली जा सके. गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद व राबड़ी देवी की सरकार में रहे जिले के रहने वाले सिंचाई मंत्री जगतानंद सिंह की जहाज भभुआ हवाई अड्डे के मैदान में उतरती थी. इसके बाद बरसों से भभुआ हवाई अड्डा के मैदान में जहाज नहीं उतरी है. हालांकि, भभुआ हवाई अड्डा के मैदान में 1962 में भी पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की हवाई जहाज उतरी थी, लेकिन बरसों से हवाई जहाज हवाई अड्डा के मैदान पर लैंड नहीं करने के कारण हवाई अड्डा मैदान की स्थिति काफी खराब हो गयी है. स्थिति इतनी बदतर हो चली है कि हवाई अड्डा के मैदान में पैदल भी चलना मुश्किल हो गया है. अगल-बगल में मकान का निर्माण कराये लोगों के घर का गंदा पानी भी हवाई अड्डा के मैदान में ही बहता है. वहीं, मकान बनाने वाले लोग सहित विक्रेता भी हवाई अड्डा के मैदान में ही गिट्टी व बालू रखते हैं, लेकिन अब सरकार स्तर से मंजूरी मिलने के बाद हवाई अड्डा की सूरत संवरने का रास्ता साफ हो गया है. वीआइपी लोगों के ठहरने से लेकर हवाई अड्डा की चहादीवारी निर्माण व मुख्य दरवाजे का निर्माण जल्द ही किया जायेगा. = जहाज को उड़ान भरने में आने वाली बाधाओं को किया जायेगा दूर हवाई अड्डा से जहाज को उड़ान भरते समय आने वाली बाधाओं को यथाशीघ्र दूर किया जायेगा. यहां आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए वायुयान संगठन निदेशालय मंत्रिमंडल सचिवालय के निदेशक निशीथ वर्मा ने जिला पदाधिकारी सावन कुमार को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि नियम 1984 के तहत राज्य में अवस्थित हवाई अड्डा से सुरक्षित उड़ान सुनिश्चित किया जाना है. जहाज के उड़ान हेतु हवाई अड्डा के आसपास ऐसी सभी ऊंचे इमारतों, संरचनाओं पेड़-पौधे व उड़ान में आने वाली अन्य बाधाओं को यथाशीघ्र दूर किया जायेगा. पत्र में लिखा है कि हवाई अड्डा पर विमान के सुरक्षित परिचालक के उद्देश्य से ऐसी सभी बाधाओं को यथाशीघ्र दूर करने की कार्रवाई की जाये. = हवाई अड्डे के आसपास बने हैं कई बहुमंजिला मकान शहर के हवाई अड्डे के पास एक से बढ़कर एक बहुमंजिला मकान का निर्माण विगत 10 वर्षों से किया गया है. अब सरकार स्तर से संज्ञान लिये जाने के बाद हवाई अड्डे के पास निर्मित बहू मंजिले मकान पर ग्रहण लगने वाला है. यानी जहाज के उड़ान भरने में कोई बाधा ना हो, इसको देखते हुए कार्रवाई करने के लिए वायुयान संगठन निदेशालय मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग द्वारा जिला पदाधिकारी को हरी झंडी दे दिया गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version