477 अंक लाकर कुदरा के अनुज व रामगढ़ के अंशु ने किया जिला टॉप
In the matriculation result, Anuj Kumar, a student of Kudra, a residential school run by the Welfare Department at the district level, and Anshu Kumar, a student of Ramgarh Plus Two High School, secured the first position in the district by scoring 477 marks
भभुआ नगर. इंटरमीडिएट के बाद रविवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने रिजल्ट को लेकर मैट्रिक के परीक्षार्थियों का इंतजार खत्म कर दिया. रविवार की दोपहर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर द्वारा मैट्रिक के रिजल्ट का प्रकाशन कर दिया गया है. प्रकाशित किये गये मैट्रिक रिजल्ट के अनुसार, राज्य स्तर के टॉप 10 की सूची में जिले के एक छात्रों ने भी अपनी जगह नहीं बन पाया है. लेकिन, जिला स्तर पर कल्याण विभाग द्वारा संचालित आवासीय विद्यालय कुदरा के छात्र अनुज कुमार व रामगढ़ प्लस टू उच्च विद्यालय के छात्र अंशु कुमार ने 477 अंक लाकर जिला में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. वहीं, टॉप थ्री की सूची में अटल बिहारी सिंह उच्च विद्यालय भभुआ के छात्र शाहनवाज अंसारी व चैनपुर प्रखंड के केवा अपग्रेड उच्च विद्यालय के छात्र शिवम कुमार ने 476 अंक लाकर जिले में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. वहीं, अपग्रेडेड हाइस्कूल भरिगावां की छात्रा अंशिका कुमारी ने 475 अंक लाकर जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया है. मैट्रिक की परीक्षा में जिले में छात्रों का दबदबा रहा. मैट्रिक की परीक्षा में जिले के टॉप थ्री की सूची में प्रथम व दूसरा स्थान पर छात्रों ने अपना कब्जा जमाया. वहीं, तीसरा स्थान छात्रा को मिला, यानी मैट्रिक की परीक्षा में जिला स्तर पर छात्रों का प्रदर्शन बेहतर रहा. हालांकि, विगत 23 मार्च को प्रकाशित किये गये इंटरमीडिएट के रिजल्ट में जिले की छात्राओं ने छात्रों को पीछे छोड़ते हुए सभी संकाय में प्रथम व द्वितीय स्थान पर कब्जा जमाया था. खासबात यह था कि इंटरमीडिएट के दो संकाय में छात्र तीसरे स्थान पर भी अपनी जगह नहीं बना पाये थे. = गुरुजी के बेटे व बेटियों का रहा जलवा मैट्रिक परीक्षा में जिले में टॉप थ्री लाने वाले छात्र-छात्रा में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान लाने वाले छात्रों के पिता शिक्षक हैं. प्रथम स्थान लाने वाले कुदरा प्रखंड के नटेया गांव के रहने वाले अनुज कुमार के पिता नुआंव प्रखंड के देवरिया गांव में सरकारी शिक्षक के पद पर कार्यरत है. वहीं, तीसरा स्थान लाने वाली सदर प्रखंड की असराढ़ी गांव की रहने वाली छात्रा अंशिका कुमारी के पिता वाल्मीकि उपाध्याय एनपीएस भरिगांवा स्कूल में सरकारी शिक्षक हैं. वहीं, दूसरा स्थान लाने वाले सदर प्रखंड के दतियाव गांव के रहने वाले छात्र मो शाहनवाज अंसारी के पिता प्राइवेट विद्यालय में शिक्षक है. इस तरह देखा जाये तो मैट्रिक की परीक्षा में गुरुजी के बेटे-बेटियों का जलवा बरकरार रहा. = किसान के बेटा शिवम ने लाया दूसरा स्थान चैनपुर प्रखंड के जगरिया गांव के रहने वाला रमाकांत चौरसिया का पुत्र शिवम ने मैट्रिक परीक्षा में जिले में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. इधर, इस संबंध में छात्र शिवम कुमार ने कहा कि इसका सभी श्रेय मेरे चाचा व चैनपुर के जिला पार्षद कमलेश चौरसिया को जाता है. उन्होंने मुझे निरंतर प्रोत्साहित करते थे. इसका नतीजा हुआ कि आज मैं इस मुकाम पर पहुंचा हूं. साथ ही कहा कि मैं कलेक्टर बनना चाहता हूं. = टॉप थ्री लाने वाले छात्रों ने कहा- बनेंगे कलेक्टर मैट्रिक परीक्षा में टॉप थ्री लाने वाले सभी छात्रों का एक ही लक्ष्य था कि मैं कलेक्टर बनूंगा. प्रभात खबर के संवाददाता जब आवासीय विद्यालय कुदरा के छात्र अनुज कुमार जो प्रथम स्थान प्राप्त किया है, उसने बातचीत में बताया है कि मेरा लक्ष्य कलेक्टर बनने का है. इसके लिए जी जान से मेहनत करूंगा. – शिक्षा के क्षेत्र में रामगढ़ के बच्चे भर रहे उड़ान जिले में शिक्षा की ऊंची उड़ान भरने में कैमूर जिले के रामगढ़ के बच्चों का परवान चरम पर है. कुछ दिनों पूर्व इंटरमीडिएट के आये रिजल्ट में रामगढ़ की बेटी अभिलाषा ने कला संकाय से 468 नंबर लाकर राज्य में पांचवां व जिले में पहला स्थान लाने का काम किया था. वहीं, एक बार फिर बोर्ड 10वीं की परीक्षा में रामगढ़ प्लस टू विद्यालय के छात्र अंशु कुमार ने 477 अंक लाकर जिले में पहला स्थान लाया है. बेटे की कामयाबी को लेकर पिता अनिल कुशवाहा फूले नहीं समा रहे. वहीं, विद्यालय के प्रधानाचार्य पवन कुमार छात्र की इस कामयाबी पर विद्यालय के शिक्षको को बधाई दे रहे हैं. – बेटा इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर परिवार का बढ़ायेगा मान कहते हैं कि शिक्षा की ऊंची उड़ान भरने के लिए बहुत धन व संसाधन की जरूरत नहीं होती. कुछ ऐसा ही अंशु ने कर दिखाया है. पठखवलिया गांव के रहने वाले अंशु के पिता अनिल कुशवाहा एक छोटे किसान है. उनके दो बेटे अंशु व अमित के साथ एक बेटी है. अंशु की प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय से हुई. बाद की पढ़ाई सरकारी मिडिल स्कूल बगाढ़ी व आठवीं के बाद रामगढ़ के प्लस टू विद्यालय में नामांकन कराया गया. इसमें इस होनहार छात्र ने जिले में प्रथम स्थान लाकर विद्यालय का नाम रोशन करने का काम किया. अंकुश के पिता ने कहा कि बेटा आइआइटी इंजीनियरिंग में पढ़ाई कर परिवार का मान बढ़ायेगा.