भगवानपुर के युवक की अहमदाबाद में सड़क दुर्घटना में मौत

भगवानपुर गांव के युवक की गुजरात प्रांत के अहमदाबाद में हुई सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी, यह घटना बीते शनिवार की रात करीब 11 बजे की बतायी जा रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 27, 2024 8:50 PM

भगवानपुर. भगवानपुर गांव के युवक की गुजरात प्रांत के अहमदाबाद में हुई सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी, यह घटना बीते शनिवार की रात करीब 11 बजे की बतायी जा रही है. मृतक स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत भगवानपुर गांव निवासी स्वर्गीय राजेंद्र लाल श्रीवास्तव उर्फ मुंशीलाल का 44 वर्षीय पुत्र विजय श्रीवास्तव उर्फ मुन्नालाल बताया जाता है. घटना के संबंध में दुर्गावती थाना क्षेत्र अंतर्गत कनपुरा (पिपरा-कनपुरा) गांव निवासी मृतक के ससुर प्रभुलाल ने बताया कि मेरे दामाद मुन्ना लाल अहमदाबाद जिले के तड़का-सारण थाना क्षेत्र अंतर्गत चांगोदर गांव स्थित रिंच-पाना उत्पादन करने वाली सुलेक्शन नामक कंपनी में कार्य करते थे, जब वह कंपनी में ड्यूटी करके अपने डेरा के लिए पैदल लौट रहे थे, तभी हाइवे पर सड़क पार करने के दौरान किसी अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी. इससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. मृतक के ससुर प्रभुलाल ने बताया कि मृतक की पहचान पुलिस ने डेड बॉडी के पैंट के पॉकेट में पड़े आधार कार्ड के माध्यम से की, डेडबॉडी के पैंट में ही पड़े मोबाइल के माध्यम से सर्वप्रथम इस घटना की सूचना मेरे परिवार वालों को दी गयी, तब हमारे परिवार द्वारा इस घटना की जानकारी भगवानपुर गांव में उनके परिजनों को दी गयी. इधर, विजय श्रीवास्तव उर्फ मुन्ना लाल के चचेरे भाई रामेश्वर श्रीवास्तव उर्फ बंगा लाल व भुवनेश्वर लाल उर्फ ठगनलाल ने बताया कि विगत 2012 में उसकी शादी प्रभुलाल की बेटी बबीता देवी से हुई थी, जिससे क्रमशः लक्की कुमारी 08 वर्ष, लड्डू श्रीवास्तव 5 वर्ष व नैरा उर्फ नैना (दुधमुंही बच्ची) समेत कुल तीन संतान हैं. मृतक का परिवार अत्यंत गरीब है, जिससे उनका भरण-पोषण करना अब काफी कठिन हो गया है. बताया जाता है कि मृतक की बड़ी बेटी लक्की व बेटा लड्डू भगवानपुर बाजार के ही सरकारी विद्यालय में पढ़ रहे थे, ऐसे में अब मृतक के परिजनों के भरण-पोषण का बोझ कौन उठायेगा, यह कह पाना काफी मुश्किल है. घटना के बाद पुलिस द्वारा मृतक के डेड बॉडी को बगल के ही सरकारी अस्पताल में अंत्य परीक्षण कराने के उपरांत शव उनके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया. इसके बाद एंबुलेंस के माध्यम से सोमवार को अपराह्न करीब सवा तीन बजे मृतक का शव जैसे उसके दरवाजे पर पहुंचा, वैसे ही सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ मौके पर मौजूद हो गयी और परिजनों में चीख-पुकार मच गयी. मृतक के दरवाजे पर पहुंचे पूर्व प्रमुख बिनोद कुमार अग्रवाल, सुधीर सिंह, अंतू हलुआई, सुजीत बारी समेत कई अन्य समाजसेवियों ने शासन-प्रशासन से मृतक के परिजनों को उनके भरण-पोषण के लिए आर्थिक सहयोग करने की मांग की है.

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