मोहनिया में मनोज को 22000 मतों से जीत के बड़े अंतर ने बनाया विजयी

सासाराम के छह विधानसभा क्षेत्रों में से तीन में शिवेश, तो तीन में मनोज जीते

By Prabhat Khabar News Desk | June 5, 2024 9:29 PM

– सासाराम के छह विधानसभा क्षेत्रों में से तीन में शिवेश, तो तीन में मनोज जीते – 17 हजार मतों के साथ नोटा रहा चौथे नंबर पर प्रतिनिधि, भभुआ कार्यालय सासाराम संसदीय क्षेत्र से मनोज राम ने भाजपा के शिवेश राम को 19 हजार 157 मतों से पराजित किया है. खास बात यह कि मनोज राम को मोहनिया विधानसभा क्षेत्र में 22 हजार 14 मतों से शिवेश राम पर मिली बड़ी जीत उनके विजयी होने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. अगर, विधानसभा क्षेत्रवार देखें, तो सासाराम संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाले छह विधानसभा क्षेत्राें में भाजपा के शिवेश राम ने भी तीन विधानसभा क्षेत्रों में जीत दर्ज की है. मनोज कुमार ने भी तीन विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल की है. लेकिन, मोहनिया विधानसभा क्षेत्र में शिवेश राम पर मनोज राम की जीत का अंतर इतना ज्यादा रहा कि मनोज राम को 19 हजार मतों से जीत हासिल हुई. कांग्रेस के मनोज राम मोहनिया के अलावे भभुआ और चेनारी में भी भाजपा प्रत्याशी शिवेश राम को पराजित किये. भभुआ विधानसभा क्षेत्र में 4433 मतों और चेनारी विधानसभा में 1557 मतों से शिवेश राम को हराया है. इधर, शिवेश राम ने भी चैनपुर में मनोज राम को 409 मतों, सासाराम में 7160 मतों एवं करहगर में 3035 मतों से पराजित किया. वहीं पोस्टल बैलेट की बात करें, तो उसमें भी मनोज कुमार ने शिवेश राम को पराजित किया है. पोस्टल बैलेट में मनोज कुमार को 3027 मत मिले हैं, वहीं शिवेश राम को महज 1670 मत प्राप्त हुए हैं. लेकिन, मोहनिया में शिवेश राम पर मनोज कुमार की जीत का अंतर इतना ज्यादा हो गया कि कहीं भी इतने बड़े अंतर को भाजपा के शिवेश राम पाट नहीं पाये. मोहनिया विधानसभा क्षेत्र पहले से भी कांग्रेस का गढ़ रहा है. लेकिन, मोहनिया विधानसभा क्षेत्र में जीत का बड़ा अंतर होने का सबसे बड़ा कारण यह माना जा रहा है कि मनोज कुमार भले ही रामपुर प्रखंड के रहने वाले हैं, लेकिन वे कुदरा के सकरी में रहते हैं. मोहनिया विधानसभा क्षेत्र में उनका स्थानीय विधानसभा क्षेत्र है. मोहनिया विधानसभा में स्थानीय होने का फायदा उन्हें मिला और उन्होंने मोहनिया में बड़े अंतर से भाजपा को पराजित किया. – कांग्रेस ने भभुआ विधानसभा क्षेत्र में जीत दर्ज कर सबको चौंकाया खास बात यह कि मनोज राम ने भभुआ विधानसभा क्षेत्र में भी 4833 मतों से जीत दर्ज की है. भभुआ विधानसभा क्षेत्र में ही भभुआ शहर आता है और शहर भाजपा का गढ़ रहा है. माना यह जाता है कि शहर में भाजपा की जीत होती है. इसके बावजूद भभुआ विधानसभा क्षेत्र में जिस तरह से मनोज राम ने करीब पांच हजार मतों से भाजपा को पराजित किया, वह यह बता रहा है कि कांग्रेस शहरी मतदाताओं में भी सेंधमारी करने में कामयाब रही. इसके साथ ही राजद के टिकट पर चुनाव जीतने वाले मोहनिया की संगीता कुमारी एवं भभुआ के भरत बिंद अभी कुछ दिनों पहले ही राजद छोड़ भाजपा खेमे में आ गये हैं. इनके आने से यह माना जा रहा था कि दोनों जगह पर भाजपा मजबूत हुई है. लेकिन, इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में बड़े मतों के अंतर से हारना भाजपा के लिए अच्छा संकेत नहीं है. – भाजपा के मतों में कमी नहीं आयी, बल्कि कांग्रेस का वोट बढ़ा चुनाव परिणामों की समीक्षा करें, तो 2019 की तुलना में इस बार यानी 2024 में भाजपा के मतों में कमी नहीं आयी है, बल्कि कांग्रेस के वोटों में भारी इजाफा हुआ है. 2019 में भाजपा के छेदी पासवान को 4 लाख 94 हजार 800 मत मिले थे. तब उन्होंने 1 लाख 65 हजार मतों से कांग्रेस के मीरा कुमार को पराजित किया था. इस बार भी भाजपा को 4 लाख 93 हजार 847 मत मिले हैं. लेकिन, इस बार भाजपा को 19 हजार मतों से हार मिली है. क्योंकि, कांग्रेस को 2019 में महज 3 लाख 29 हजार 55 मिले थे, लेकिन इस बार 5 लाख 13 हजार 4 मत मिले हैं. यानी, इस बार कांग्रेस को 2019 के मुकाबले 1 लाख 83 हजार 950 मत अधिक मिले हैं. इस तरह से भाजपा अपने पुराने मत पर ही रह गयी और कांग्रेस ने अपने मतों की संख्या में करीब दो लाख का इजाफा कर भाजपा को पराजित कर दिया है. – 25 सालों से सासाराम से जीतने वाली पार्टी ही केंद्र में बनती थी सरकार पिछले 25 सालों के इतिहास को देखें, तो सासाराम संसदीय क्षेत्र से जो भी पार्टी जीतती थी, उसी की सरकार केंद्र में बनती थी. 1998 में मुनीलाल राम भाजपा से जीते थे. तब केंद्र में अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार बनी थी. 2004 में मीरा कुमार कांग्रेस के टिकट पर सासाराम से चुनाव जीती थी, तो केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार बनी थी. 2009 में भी मीरा कुमार कांग्रेस के टिकट पर जब दोबारा जीती थी, तो केंद्र में भी दोबारा मनमोहन सिंह की सरकार बनी थी. 2014 में सासाराम के लोगों ने कांग्रेस को पराजित कर भाजपा के छेदी पासवान को जिताया, तो केंद्र में भी भाजपा की नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी. 2019 में भी दोबारा सासाराम के लोगों ने छेदी पासवान को जीत दिलायी, तो केंद्र में भी नरेंद्र मोदी की दोबारा सरकार बनी. – पिछले बार से कम मत मिले नोटा को 2019 के चुनाव में नोटा को 18988 मत मिले थे. लेकिन, इस नोटा के मतों में कमी आयी है और इस बार 17 हजार 219 मत ही मिले हैं. लेकिन, नोटा पिछले लोकसभा चुनाव में भी चौथे नंबर पर था और इस बार भी चौथे नंबर पर ही रहा है. खास बात यह कि पोस्टल बैलेट में भी नोटा को 59 मत मिले हैं. सासाराम संसदीय क्षेत्र से कुल 10 प्रत्याशी थे. 10 में से सात प्रत्याशियों को नोटा से भी कम मत मिले हैं. कुल मिलाकर देखें, तो नोटा चुनाव में उतरने वाले प्रत्याशियों की संख्या में आधे से अधिक लोगों से ज्यादा पसंद किया जा रहा है. – बहुजन का आधार वोट कांग्रेस को जाना भाजपा की हार का मुख्य कारण इस लोकसभा चुनाव में सासाराम संसदीय क्षेत्र से देखें, तो बहुजन को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा है. कुल मिलाकर देखें, तो बहुजन समाज पार्टी ने सासाराम संसदीय क्षेत्र में अपना आधार वोट खो दिया है. पिछले लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को सासाराम संसदीय क्षेत्र में 86 हजार 406 मत मिला था. लेकिन, इस बार बहुजन समाज पार्टी को महज 45 हजार 598 मत ही मिला है. सबसे अधिक नुकसान बहुजन समाज पार्टी को चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में हुआ है. पिछली बार चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में बसपा को 26 हजार 927 मत मिला था. लेकिन, इस बार चैनपुर विधानसभा में महज 14 हजार 278 मत ही मिले हैं. भभुआ में भी पिछली बार 18 हजार 955 मत मिले थे, लेकिन इस बार महज 6415 मत ही मिले हैं. बहुजन को कहीं नुकसान नहीं हुआ है, तो वह करहगर विधानसभा है. पिछले लोकसभा चुनाव में भी करहगर में बसपा को 11674 मत मिले थे. इस बार भी बहुजन को करहगर विधानसभा में 11447 मत मिले हैं. सासाराम संसदीय क्षेत्र में इस बार बहुजन समाज पार्टी का करीब 50 प्रतिशत आधार वोट कांग्रेस के खाते में चला गया है, जो कांग्रेस की जीत का एवं भाजपा की हार का बड़ा कारण बना है. – विधानसभा क्षेत्रवार प्रत्याशियों को मिला वोट विधानसभा – मनोज कुमार – शिवेश कुमार- संतोष कुमार -नोटा 204 मोहनिया – 87995 – 65981 – 8130 – 2613 205 भभुआ – 80213 – 75380 – 6415 – 2458 206 चैनपुर – 89511 – 89920 – 14278 – 3411 207 चेनारी – 85889 – 84332 – 3001 – 3425 208 सासाराम – 87408 – 94568 – 2220 – 2673 209 करहगर – 78961 – 81996 – 11447 – 2580 पोस्टल बैलेट – 3027 – 1670 – 107 – 59 कुल – 513004 – 493847 – 45598 – 17219

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