ब्रह्मचारी पोखर की गहराई खतरनाक, छठव्रतियों को रहना होगा सतर्क

पावली के साथ-साथ आस्था का महापर्व छठ की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो गयी है. शहर के वार्ड 20 में स्थित पंडाजी पोखरा के नाम से चर्चित ब्रह्मचारी पोखर भी प्रमुख छठ घाट है

By Prabhat Khabar News Desk | October 27, 2024 8:50 PM

भभुआ सदर. दीपावली के साथ-साथ आस्था का महापर्व छठ की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो गयी है. शहर के वार्ड 20 में स्थित पंडाजी पोखरा के नाम से चर्चित ब्रह्मचारी पोखर भी प्रमुख छठ घाट है यहां एक साथ तीन हजार छठ व्रती जुटते हैं और भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना करते हैं. लेकिन, पोखर में करायी गयी खुदाई से इसकी गहराई काफी बढ़ गयी है. स्थानीय लोगों की मानें तो केवल दो फुट दूर बाद ही गहराई काफी ज्यादा है, जिसके चलते इस बार छठव्रतियों के साथ साथ प्रशासन और स्थानीय समिति को सतर्क रहते हुए इससे बचाव के उपाय करने होंगे. इसके अलावा श्रद्धालुओं की काफी भीड़ को देखते हुए यहां मेडिकल टीम, गोताखोरों की भी जरूरत पड़ेगी. हालांकि, नगर पर्षद के इओ संजय उपाध्याय ने पोखर में कम दूरी पर ही बैरिकेडिंग करने व लोहे की जाली लगाने का निर्देश दिया है, ताकि अगर कोई हादसा हो भी तो व्रती या उनके परिजन ज्यादा गहराई वाले पानी में नहीं जा सकें. = हादसे से बचाने के लिए करनी होगी मजबूत बैरिकेडिंग ब्रह्मचारी पोखर में गहराई काफी होने से इस बार पानी में मजबूत बैरिकेडिंग करानी होगी, ताकि गहराई में जाकर कोई हताहत नहीं हो. इसके अलावा ब्रह्मचारी पोखर पर इसके आगे जाना खतरनाक है कि तख्ती लगवाना भी आवश्यक है, ताकि सभी श्रद्धालुओं को स्पष्ट रूप से दिखाई दें. सभी घाटों पर साफ-सफाई, बैरिकेडिंग के साथ ही साथ पूरे छठ घाट परिसरों में आयोजकों से समन्वय स्थापित कर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था भी की जानी जरूरी है. साथ ही पर्याप्त संख्या में चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था अनिवार्य रूप से किया जाये, ताकि श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े. = की जा रही सभी मुकम्मल तैयारी शहर में छठ पर्व से पूर्व तैयारियों में जुटे नप अध्यक्ष विकास तिवारी ने बताया कि छठ पर्व के अवसर पर ब्रह्मचारी पोखर पर काफी संख्या में छठव्रती महिला-पुरूष विभिन्न नदी घाट पर एकत्रित होकर भगवान भास्कर को अर्घ देंगे. इस दौरान अर्घ देने के समय भीड़भाड़ वाले घाट पर भगदड़ नहीं मचे, कोई भी श्रद्धालु पानी में डूबे नहीं इसका खास ख्याल रखना है. इसके लिए पोखर पर पानी में बैरिकेडिंग के अलावा लोहे की जाली लगायी जा रही है. इसके साथ ही पोखर के सभी घाट पर साफ-सफाई आदि की व्यवस्था पुख्ता की जा रही है, ताकि छठव्रतियों को परेशानी नहीं हो.

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