बीएसडीआरएन मोबाइल एप आपदा के दौरान एक क्लिक पर दिलायेगा राहत
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (बीएसडीएमए) द्वारा आपदाओं के समय त्वरित व प्रभावशाली कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए बिहार राज्य आपदा संसाधन नेटवर्क (बीएसडीआरएन) के क्रियान्वयन हेतु जिला मुख्यालय स्थित सभाकक्ष में गुरुवार को बैठक की गयी
भभुआ नगर. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (बीएसडीएमए) द्वारा आपदाओं के समय त्वरित व प्रभावशाली कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए बिहार राज्य आपदा संसाधन नेटवर्क (बीएसडीआरएन) के क्रियान्वयन हेतु जिला मुख्यालय स्थित सभाकक्ष में गुरुवार को बैठक की गयी. बैठक के दौरान प्राधिकरण की तरफ से वरीय तकनीकी सहायक शुंबुल अफरोज ने आपदाओं के समय त्वरित व प्रभावशाली कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए बनाये गये मोबाइल एप बीएसडीआरएन के क्रियान्वयन के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण में अधिकारियों को बताया गया. प्रशिक्षण के दौरान वरीय तकनीकी सहायक ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बीते 31 जनवरी को मोबाइल एप बीएसडीआरएन की शुरुआत की गयी है. इस एप की स्थापना का मुख्य उद्देश्य राज्य स्तरीय एक ऐसा डेटा बेस तैयार करना है, जो किसी आपदा के प्रबंधन के समय विभिन्न हितभागियों व प्रशासन को उपलब्ध संसाधनों की जानकारी प्रदान करेगा. यह जानकारी सभी आपदा प्रबंधकों को विभिन्न स्तर पर उपलब्ध हो सकेगी. साथ ही कहा इस एप के माध्यम से आपदा के तुरंत (गोल्डन आवर) में लोगों तक प्रभावी रिस्पांस व राहत पहुंचाकर उनकी जान बचायी जा सकेगी. फोन नहीं लगने पर सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर मैसेज भेज सकते हैं. साथ ही कहा कि बिहार एक सुरक्षित राज्य बनने की दिशा में अग्रसर है व आपदा जोखिम न्यूनीकरण व प्रबंधन के क्षेत्र में देश में अग्रणी होकर उभर रहा है. = बच्चों का तैराकी सिखाने के लिए बनेंगे स्विमिंग पुल र प्रशिक्षण के दौरान तकनीकी सहायक ने जिला आपदा प्रबंधन योजना (डीडीएमपी) के बारे में विस्तार बताते हुए कहा कि इस योजना के तहत बच्चों को तैराकी सिखाने के लिए राज्य के प्रत्येक जिले में स्वीमिंग पुल बनाने की योजना है, ताकि छात्र-छात्राएं पठन-पाठन के साथ-साथ तैराकी में भी कुशल हो सकें. = इंद्रवज्र एप से ठनका गिरने से 15 मिनट पहले मिलेगी जानकारी प्रशिक्षण के दौरान तकनीकी सहायक ने आकाशीय बिजली यानी ठनका के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि पिछले कुछ सालों से ठनका एक बड़ी प्राकृतिक आपदा बना हुआ है. इससे बचने के लिए इंद्रवज्र मोबाइल एप बनाया गया है, जिसके माध्यम से ठनका आने से 15 मिनट पहले ही अलर्ट मिल जाता है. इसके साथ ही शुंबुल अफरोज ने अधिकारियों से अपने-अपने क्षेत्रों में आपदा से बचने के उपायों के बारे में जन जागरूकता अभियान चलाने का आग्रह किया. इस दौरान अपर समाहर्ता उप विकास आयुक्त, जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, नगर पंचायत पदाधिकारी, नगर पर्षद कार्यपालक पदाधिकारी सहित सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी व अन्य मौजूद थे.
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