बक्सर सांसद सुधाकर सिंह को रामगढ़ थानेदार ने दी धमकी
मूर में एक थानेदार द्वारा संसद को धमकी देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. रामगढ़ के थानेदार रामजी प्रसाद द्वारा बक्सर सांसद सुधाकर सिंह को धमकी दी गयी है. सांसद ने एसपी को पत्र लिखकर उक्त मामले में त्वरित कार्रवाई करने के लिए कहा गया है.
भभुआ कार्यालय. कैमूर में एक थानेदार द्वारा संसद को धमकी देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. रामगढ़ के थानेदार रामजी प्रसाद द्वारा बक्सर सांसद सुधाकर सिंह को धमकी दी गयी है. सांसद ने एसपी को पत्र लिखकर उक्त मामले में त्वरित कार्रवाई करने के लिए कहा गया है. सांसद द्वारा एसपी को लिखे पत्र में बताया है कि रामगढ़ थानेदार से जब पूर्व में दी गयी एक धमकी के मामले में शिकायत की गयी, तो उक्त थानेदार द्वारा गाली-गलौज व धमकी देने के साथ कहा कि आप जैसे सांसद, विधायक को मैं अपनी जेब में रखता हूं. आपको जहां शिकायत करना है करिये, मेरा कुछ बिगड़ने वाला नहीं है. = पांच दिन पहले जान मारने व रंगदारी की मिली थी धमकी दरअसल, दो सितंबर को बक्सर सांसद सुधाकर सिंह को 9973227473 मोबाइल नंबर से जान मारने सहित रंगदारी व गाली-गलौज करते हुए धमकी दी गयी थी. इसकी प्राथमिकी सांसद द्वारा रामगढ़ थाने में दर्ज करायी गयी थी. सांसद ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उक्त धमकी के मामले में पुलिस द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी. उसके बाद रामगढ़ थानेदार रात के 12 बजे नरहन और लबेदहां के किसानों को धमकी देने के लिए उनके गांव पर पहुंच गये व उनके गांव में गाड़े जा रहे बिजली के पाेल व तार को लेकर किसानों को धमकी देने के लिए रामगढ़ थानेदार 12 बजे रात में उनके गांव पहुंच गये, इसकी शिकायत उक्त गांव के ग्रामीणों द्वारा संसद सुधाकर सिंह से की गयी थी. इसे लेकर सांसद जब उक्त मामले के संबंध में रामगढ़ थानेदार से बात की, तो रामगढ़ थानेदार द्वारा धमकी देते हुए कहा गया कि आप जैसे सांसद और विधायक को मैं अपने पॉकेट में रखता हूं, जाइये जिससे आपको शिकायत करनी है कर दीजिये, मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा. सांसद ने कहा है कि पांच दिनों पहले एक अज्ञात नंबर से हमें जान मारने और रंगदारी देने की धमकी दी गयी थी, उक्त मामले की प्राथमिकी रामगढ़ थाने में दर्ज भी करायी गयी थी. उस मामले में पुलिस द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी. वहीं, नरहन और लबेदहां गांव में जब बिजली के तार और पोल गाड़े जा रहे थे, तो रामगढ़ थानेदार को ऐसी क्या जल्दबाजी थी कि उक्त गांव में तार और पोल न गाड़ा जाये, इसके लिए वह किसानों को 12 बजे रात में धमकी देने पहुंच गये. वहीं, इसकी शिकायत जब एसपी व डीएसपी से की गयी, तो इसके बाद रामगढ़ थानेदार द्वारा दिन में भी जाकर उक्त दोनों गांव के किसानों को धमकी दी गयी. इसे लेकर मैं थानेदार से बात की, तो थानेदार द्वारा मुझे भी धमकी देते हुए गाली गलौज किया गया. ऐसा लग रहा है कि थानेदार कानून से अपने आप को ऊपर समझ रहा है, यह अति गंभीर मामला है. इसे लेकर मेरे द्वारा डीएसपी, एसपी सभी को पत्र भेजा जा चुका है. इस मामले को लेकर सांसद द्वारा फेसबुक व अन्य माध्यमों सहित सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया है, जिसमें कहा गया है कि जब सांसद और विधायक के साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है, तो आम लोगों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता होगा, इसे आसानी से समझा जा सकता है. यह सिर्फ जनप्रतिनिधि का अनादर ही नहीं है, बल्कि बिहार में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा कर रहा है. = मुझे कमजोर करने के लिए राजनीतिक साजिश सांसद सुधाकर सिंह ने सोशल मीडिया पर उक्त मामले को लेकर अपने पोस्ट में कहा है कि पुलिस की तरफ से उनके प्रति किया गया इस तरह का व्यवहार स्पष्ट रूप से राजनीतिक साजिश की ओर इशारा कर रहा है. यह कार्रवाई मुझे कमजोर करने के लिए की जा रही है, लेकिन शायद उन्हें यह पता नहीं है कि इससे पहले भी मुझे कमजोर करने के लिए इस तरह की कार्रवाई की गयी है और आगे भी किया जायेंगे, लेकिन मैं इससे डरने वाला नहीं हूं. लोकतंत्र में जनता मालिक है न कि आप और आपकी पुलिस मालिक है. = क्या कहते हैं एसपी उक्त मामले में एसपी ललित मोहन शर्मा से सांसद को थानेदार द्वारा धमकी दिये जाने के बाबत पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि सांसद की शिकायत पर मामले की जांच मोहनिया एसडीपीओ को दिया गया है, जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
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