बाबा के जयकारे से गूंजता रहा चैनपुर

प्राचीनतम मंदिरों में शुमार चैनपुर बाजार स्थित श्री हरसू ब्रह्म बाबा के मंदिर में गुरुवार की रात बाबा की जयंती धूमधाम से मनायी गयी. इस जन्मोत्सव को लेकर चैनपुर में कई दिन पहले से ही इसकी तैयारी की जा रही थी

By Prabhat Khabar News Desk | February 7, 2025 8:45 PM

चैनपुर. प्राचीनतम मंदिरों में शुमार चैनपुर बाजार स्थित श्री हरसू ब्रह्म बाबा के मंदिर में गुरुवार की रात बाबा की जयंती धूमधाम से मनायी गयी. इस जन्मोत्सव को लेकर चैनपुर में कई दिन पहले से ही इसकी तैयारी की जा रही थी. तीन मंजिला इस मंदिर को दुल्हन की तरह फूलों व बिजली के झालरों से सजाया गया था. बाबा के जन्मोत्सव को लेकर यूपी, झारखंड सहित कई राज्यों के श्रद्धालु चैनपुर पहुंचे थे. पूरे दिन मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. जबकि श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण बाजार में भी पूरे दिन रुक-रुककर जाम लगता रहा. जन्मोत्सव को लेकर स्थानीय पुलिस भी पूरी तरफ मुस्तैद रही. थानाध्यक्ष विजय प्रसाद भी स्वयं सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते देखे गये. बाबा की जयंती समारोह को लेकर मंदिर के गर्भगृह को गुलाब के फूलों से सजाया गया था, जिससे निकलने वाली खुशबू से पूरा मंदिर सुशोभित हो रहा था. इस अवसर पर होने वाले उनकी दिव्य शृंगार ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया. रविवार की रात शृंगार व विहंगम आरती को देखने के लिए अन्य प्रदेशों सहित स्थानीय लोग शाम से ही मंदिर पहुंच अपना स्थान पक्का करने में जुटे रहे. आरती शुरू होते ही बाबा के जयकारे से पूरा चैनपुर गूंज उठा. # माघ नवमी को मनायी जाती है बाबा की जयंती- हर वर्ष राजा शालिवाहन के गुरु महापंडित हरसू ब्रह्म बाबा की जयंती माघ शुक्ल पक्ष के नवमी तिथि को मनायी जाती है. इसमें केवल हरसू ब्रह्म बाबा के वंशज सम्मिलित होते हैं, जहां पिछले कई वर्षों से उनकी जयंती मनायी जा रही है. इस अवसर पर 24 घंटे का अखंड अष्टयाम भी होता है. पूरे दिन हजारों श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन पूजन किया गया व इसके बाद देर शाम मंदिर के गर्भगृह में आम लोगों का प्रवेश रोक बाबा के वंशजों द्वारा उनकी विधिवत पूजा अर्चना की गयी व शुद्ध घी से बने प्रसाद चढ़ाये गये. मध्य रात्रि तक चले इस पूजा के दौरान मंदिर परिसर में हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे. देर रात अजगरा के बाबा के गुरु घराने से आये बाबा के पुरोहित परिवार द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ बाबा की पूजा की गयी, जिसके बाद मंदिर के पुजारी जयदेव त्रिपाठी द्वारा बाबा का शृंगार कर उनकी आरती की गयी. बड़े स्क्रीन पर दिखायी जा रही थी बाबा की आरती बाबा की जयंती समारोह को लेकर समिति द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया. दोपहर बाद शुरू हुआ यह भंडारा देर रात तक चलता रहा. भंडारे में प्रसाद के लिए श्रद्धालु देर रात तक लाइन में खड़े रहे. समिति द्वारा इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए और बाबा की जयंती समारोह को दिखाने के लिए मंदिर परिसर में लगभग आधा दर्जन बड़े टीवी स्क्रीन लगाये गये थे, जिसपर बाबा के शृंगार व आरती का सीधा प्रसारण दिखाया जा रहा था. ये टीवी स्क्रीन मंदिर परिसर के अलग अलग स्थानों पर लगाये गये थे, जहां काफी संख्या में लोग बाबा की विहंगम आरती का आनंद पूरी भक्ति भाव से लेते दिख रहे थे. # सांस्कृतिक कार्यक्रम में भोजपुरी गायकों ने बिखेरा सुरों का जादू – बाबा की जयंती के अवसर पर मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. इसमें भोजपुरी के कई कलाकारों ने सुरों का जादू बिखेरा. इस कार्यक्रम के दौरान भोजपुरी गायिका कुसुम पांडेय की भक्ति गीतों ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया. वहीं, भभुआ के स्थानीय गायक अजय पांडेय ने भी अपनी भक्ति गीतों से लोगों को भक्ति से रस में सराबोर कर दिया. इस दौरान भोजपुरी गायिका आरती कुमारी, जिले की भोजपुरी गायिका कोमल राज ने भी इस कार्यक्रम के दौरान अपनी प्रस्तुति दी. इस दौरान हंस राज हंस एकता मालन सहित दो दर्जन से अधिक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी, जिन्हें सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे. जिसमें महिलाओं की भी संख्या काफी अधिक देखने को मिली. इस दौरान समिति के उपाध्यक्ष रमेश देव त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष बद्रीनाथ शुक्ला, भानू माली, राजकेश्वर त्रिपाठी सहित सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे.

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