छेदी पासवान ने कांग्रेस के नाम पर सासाराम लोकसभा सीट से एनआर रसीद कटवायी
सासाराम संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट को लेकर फंसे पेच के कारण संशय की स्थिति लगातार बनी हुई है. शुक्रवार को भाजपा से सांसद रहे छेदी पासवान ने कांग्रेस के नाम पर एनआर रशीद कटवायी.
भभुआ कार्यालय. सासाराम संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट को लेकर फंसे पेच के कारण संशय की स्थिति लगातार बनी हुई है. शुक्रवार को भाजपा से सांसद रहे छेदी पासवान ने कांग्रेस के नाम पर एनआर रशीद कटवायी. इसके बाद कांग्रेस के टिकट बदले जाने की चर्चा और ज्यादा तेज हो गयी है. कांग्रेस ने मनोज राम को सासाराम संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार के रूप में घोषित किया है. लेकिन चर्चा यह है कि नाबालिग से यौन शोषण के मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के कारण उनके टिकट को लेकर पेच फंस गया. उनके द्वारा नौ मई को नामांकन की तैयारी की गयी थी. लेकिन नौ मई को उनके द्वारा नामांकन नहीं किया गया. इसके बाद उनके टिकट का पेच फंसने की चर्चा और जोर पकड़ लिया. कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी के रूप में सासाराम संसदीय क्षेत्र से मनोज राम का नाम घोषणा कर दिया गया था, लेकिन उन्हें सिंबल नहीं दिया गया था. मनोज राम द्वारा पहले ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नाम पर नामांकन के लिए एनआर रशीद कटवायी गयी थी. इसी बीच शुक्रवार को छेदी पासवान ने भी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नाम पर एनआर रशीद कटवायी है. छेदी पासवान की एनआर रशीद रवींद्र प्रसाद सिंह ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के नाम पर कटवायी है. वहीं, उनसे पहले मृत्युंजय कुमार भारती ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के नाम पर मनोज राम की एनआर रशीद कटवायी थी. छेदी पासवान द्वारा कांग्रेस के नाम पर एनआर रशीद कटवाये जाने के बाद राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. कांग्रेस के नाम पर एनआर रशीद कटवाये जाने के बाद जब छेदी पासवान से बात की गयी, तो उन्होंने बताया कि मैं कांग्रेस से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं. बस सिंबल का इंतजार है. इसलिए पहले से एनआर रशीद कटवा ली है, ताकि सिंबल मिलते के साथ नामांकन दाखिल कर संकू. इधर, गुरुवार को कांग्रेस कार्यालय में मनोज राम के भाई मृत्युंजय कुमार भारती ने नाबालिग से यौन शोषण के मामले में दर्ज प्राथमिकी को लेकर पीड़िता व उसकी मां के साथ प्रेसवार्ता की और उसने पीड़िता और उसकी मां ने मनोज राम के ऊपर दर्ज प्राथमिकी को पूरी तरह से झूठा व गलत करार दिया. पीड़िता की मां व मृत्युंजय कुमार ने प्रेसवार्ता में बताया था कि मनोज राम पर नाबालिग के साथ यौन शोषण का दर्ज कराया गया मामला राजनीतिक षड़यंत्र के तहत था. उक्त प्रेसवार्ता को भी कांग्रेस से मनोज राम के टिकट को लेकर फंसते पेच को निकालने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. – भाजपा के शिवेश राम के नामांकन में शामिल नहीं हुए छेदी पासवान शुक्रवार को भाजपा उम्मीदवार के रूप में शिवेश राम ने सासाराम संसदीय क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया है. भाजपा के टिकट पर लगातार दो बार सांसद रहे छेदी पासवान का टिकट काटकर इस बार भाजपा ने शिवेश राम को टिकट दिया गया है. नामांकन दाखिल करने के बाद शिवेश राम की सभा भभुआ के गुलजार वाटिका में थी, जहां पर एक कुर्सी पर छेदी पासवान का भी स्टीकर लगाया गया था, लेकिन छेदी पासवान शिवेश राम के नामांकन व सभा में शामिल नहीं हुए. छेदी पासवान भाजपा के टिकट पर लगातार दो बार 2014 और 2019 में कांग्रेस के मीरा कुमार को पराजित कर सांसद बने थे. छेदी पासवान सासाराम संसदीय क्षेत्र से चार बार चुनाव जीत कर सांसद बने हैं. पहली बार 1989 में जनता दल के टिकट पर उन्होंने मीरा कुमार को पराजित कर सांसद बने थे. 1991 में भी उन्होंने मीरा कुमार को पराजित कर जीत दर्ज की थी. इसके बाद 2014 में भाजपा के टिकट पर मीरा कुमार को पराजित किया और फिर 2019 में भाजपा के टिकट पर मीरा कुमार को पराजित किया. इस बार मीरा कुमार ने स्वास्थ्य कारणों से चुनाव लड़ने से मना कर दिया था. वहीं, छेदी पासवान का भाजपा से टिकट काट दिया गया था. इसके बाद कांग्रेस ने मनोज राम को सासाराम संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार के रूप में घोषणा किया. वहीं, भाजपा ने छेदी पासवान की जगह पर शिवेश राम को सासाराम संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया. सासाराम संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा, इसे लेकर संशय की स्थिति एक बार फिर उत्पन्न हो गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है