बिजली तारों के मकड़जाल से उलझा शहर
शहर के हर इलाके में सिर के ऊपर लटक रहे बिजली के तार किसी बड़ी दुर्घटना को आमंत्रित करती नजर आ रही है. इससे स्थानीय लोगों के अलावा आने जाने वाले लोगों के लिए खतरे का संकेत है.
भभुआ शहर. शहर के हर इलाके में सिर के ऊपर लटक रहे बिजली के तार किसी बड़ी दुर्घटना को आमंत्रित करती नजर आ रही है. इससे स्थानीय लोगों के अलावा आने जाने वाले लोगों के लिए खतरे का संकेत है. शहर में तारों का मकड़जाल इस कदर उलझा है कि किसी उपभोक्ता के घर की बिजली फाॅल्ट होने पर इसको ठीक करने में भी बिजली विभाग के कर्मी उलझे रहते है. यूं कहा जाये तो शहर बसता गया और विद्युत पोल पर तारों का मकड़जाल बढ़ता गया. इससे आज स्थिति यह है कि पूरा शहर तारों के मकड़जाल में उलझा पड़ा है. शहर का हर चौक चौराहा व गली मुहल्ला, कोई भी एरिया इससे अछूता नहीं है. शहर का मुख्य चौक एकता चौक, जयप्रकाश चौक, पटेल चौक, चकबंदी रोड, छावनी मुहल्ला, नवाबी मुहल्ल के साथ ही शहर के सभी गली-मुहल्ले में पोलों पर विद्युत तारों का मकड़जाल देखने को मिल जायेगा. मुहल्ले में बड़े वाहनों का आवागमन में तारों के मकड़जाल बाधक बने हैं, जिससे छोटे दुकानदारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जबकि, आये दिन जर्जर हो चुके तार की वजह से इलेक्ट्रिक पोल पर आग लगने की शिकायत आती रहती है. शहरवासी तारों के इस जंजाल से मुक्ति पाना चाहते हैं, लेकिन न जाने कब उनका यह इंतजार खत्म होगा. अभी कुछ महीने पहले ही कैमूर स्तंभ चकबंदी रोड में 33 हजार केवी तार टूट कर रोड पर गिर गया था, लेकिन संजोग अच्छा रहा कि कोई बड़ी दुर्घटना नहीं घटी. वहीं कुछ दिन पहले भभुआ कचहरी रोड मुख्य मार्ग पर 11 हजार केवी तार टूट कर बीच सड़क पर ही गिर गया. जबकि शहर का कचहरी रोड सबसे व्यस्त रोड में से एक है. इस प्रकार शहर के चकबंदी रोड में पोल पर उलझे बिजली के तार किसी बड़ी दुर्घटना को आमंत्रित कर रहे हैं. इससे स्थानीय लोगों को हमेशा भय बना रहता है, स्थिति यह है कि उक्त गली में आने जाने वाले लोगों के सिर पर तार अक्सर संपर्क में आ जाता है. इससे कभी भी बड़ी घटना हो सकती है. जबकि, ऐसे ही उलझनों से बचाव के लिए सरकार प्राइवेट कंपनियों से काम करा रही है, लेकिन प्राइवेट कंपनियों के मनमानी ढंग से काम करने की वजह से लोगों की समस्या और बढ़ गयी है. इससे लोगों को निजात कब मिलेगी कहना मुश्किल है. = कहते हैं अधिकारी विद्युत कार्यपालक अभियंता गोरखनाथ प्रसाद ने बताया कि सभी पुराने तारों को बदलने का काम प्राइवेट कंपनियों को दिया गया है व जिस मुहल्ले में पोल की आवश्यकता है, उसे भी प्राइवेट कंपनियों द्वारा किया जा रहा है. धीरे-धीरे सभी कर दिये जायेंगे.
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