स्कूल संचालन व चावल व्यवसाय पर संकट

जिले का प्रमुख चावल उद्योग लालापुर के व्यवसायी इन दिनों गंभीर परिवहन संकट से गुजर रहे हैं. इसके साथ ही लालापुर में स्थित निजी विद्यालय भी परिवहन संकट से गुजर रहा है,

By Prabhat Khabar News Desk | December 17, 2024 8:40 PM

कुदरा. जिले का प्रमुख चावल उद्योग लालापुर के व्यवसायी इन दिनों गंभीर परिवहन संकट से गुजर रहे हैं. इसके साथ ही लालापुर में स्थित निजी विद्यालय भी परिवहन संकट से गुजर रहा है, जिससे दोनों के व्यवसाय पर काफी असर पड़ रहा है. दरअसल, डेढ़ वर्ष पूर्व लालापुर व्यवसायिक मंडी में जाने वाले रेलवे ओवरब्रिज में आये मामूली दरार का हवाला देकर रेलवे द्वारा ओवर हाइट बैरियर लगा दिया गया, जिससे ओवरब्रिज से बड़े वाहनों का आवाजाही पूर्णत: बंद हो गया. इसका नतीजा लालापुर मंडी में धान पहुंचना व मिलों में तैयार चावल बाहर ले जाने की गंभीर समस्या बनी गयी. इसके साथ ही लालापुर बाजार में खुले कई निजी विद्यालय में वाहन से बच्चों को पहुंचने में समस्या हो गयी है. उक्त समस्या से चावल व्यवसायियों व विद्यालय संचालक को काफी संकट झेलना पड़ रहा है. डेढ़ वर्ष बीतने के बाद भी रेलवे द्वारा ओवरब्रिज की न तो कोई मरम्मत करायी गयी और न ही ओवरब्रिज से ओवर हाइट बैरियर ही हटाया गया. इसको लेकर पिछले वर्ष लालापुर के व्यवसायी संघ द्वारा धरना-प्रदर्शन व सड़क जाम करने सहित कई तरह के आंदोलन किये गये. इसके बाद व्यवसायी संघ ने जिलाधिकारी से मिलकर वैकल्पिक रास्ते गजराढ़ी ओवरब्रिज के रास्ते से हल्के वाहनों के माध्यम से अपने धान व चावल लाने व ले जाने के लिए सहमति बनायी. जबकि, आज स्थिति यह है कि लालापुर से गजराढ़ी जाने वाली ग्रामीण सड़क भी बड़े-बड़े भारी वाहनों के आने जाने के कारण ध्वस्त हो गयी है. उक्त सड़क में इतने गड्ढे हो गये हें कि आये दिन ट्रकों का फंसना व दुर्घटनाग्रस्त होना दिनचर्या बन गया है. इसके चलते सड़क जाम रहता है. सड़क जाम रहने से स्कूली वाहन सहित यात्री वाहन भी घंटों फंसे रह जाते हैं. # चावल उद्योग के लिए प्रसिद्ध है लालापुर बाजार कुदरा नगर पंचायत का लालापुर बाजार चावल मंडी के नाम से मशहूर है. यहां सैकड़ों बड़े व छोटे राइस मिल खुले हैं, जिसके कारण चावल लोडिंग से लेकर धान खरीद के लिए हमेशा प्रतिदिन सैकड़ों बड़े से लेकर छोटा वाहन आते-जाते है. आरओबी में ओवर हाइट बैरियर लगने के कारण बड़े वाहन नहीं आ रहे हैं. उक्त समस्या से मिलरों के यहां समय से पर्याप्त धान नहीं पहुंच पा रहा है. वहीं, मिलों में तैयार चावल को भी बाहर भेजने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण मिल व्यवसायियों पर अधिक खर्च को बोझ पड़ रहा है. इससे चावल व्यवसायी आर्थिक संकट झेलने पर विवश हो रहे हैं. इधर, कुछ व्यवसायियों का कहना है कि आरओबी बंद होने के कारण चावल व्यवसाय बुरे दौर से गुजर रहा है. अगर स्थिति यही रही तो हमलोगों को व्यवसाय बदलने के लिए बाध्य होना पड़ेगा. # भारी वाहनों के परिचालन से गजराडी पथ बदहाल कुदरा के लालापुर आरओबी पर ओवर हाइट लगने के बाद सभी भारी वाहन ग्रामीण सड़क गजराढ़ी पथ से होकर गुजर रहे है, आलम यह है कि भारी वाहनों के आवाजाही से सड़क पूरी तरह से बदहाल हो गयी है. इसके कारण इन दिनों हमेशा जाम लग जाता है, जिससे कई घंटों तक वाहन जाम में फंसे रहते हैं. स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई भी नहीं की जाती हैं. लालापुर बाजार में पैराडाइज चिल्ड्रन एकेडमी विद्यालय से लेकर अन्य विद्यालय स्थित हैं, जिससे बच्चों को लेकर आने जाने वाले स्कूली बस चालकों को काफी परेशानी होती है. # स्कूली छात्रों को होती है जाम से परेशानी कुदरा के लालापुर बाजार का जाम की समस्या से आम लोगों के साथ साथ स्कूली बच्चों को भारी परेशानी होती है, जो स्कूल जाने आने के दौरान बस में सवार छात्र व साइकिल से आने जाने वाले छात्रों को इस कदर परेशानी होती है कि लोग अधिक दूरी तय कर चिलबिलि गेट से होकर आने जाने को विवश होते हैं. आलम यह है कि सुबह स्कूल जाने वाले स्कूली वाहन जाम से बचने के लिए अधिक दूरी तय कर दूसरे रास्ते से स्कूल पहुंच रहे हैं. जबकि, छुट्टी के समय भी सड़क खाली होने की जानकारी होने के बाद ही लालापुर सड़क से होकर गुजरने की हिम्मत कर पाते हैं. लोगों को इस कदर परेशानी हो रही है कि यात्री वाहन से लेकर स्कूली वाहन भी लालापुर बाजार से होकर गुजरना नहीं चाह रहे हैं. #क्या कहते हैं लोग# –इस संबंध में मिल व्यवसायी सुधांशु कुमार पाल का कहना है कि आरओबी में ओवर हाइट बैरियर लगने के कारण बड़े मालवाहक वाहन के नहीं आने जाने से व्यवसायियों का बड़ा नुकसान हो रहा है. इससे अब यह व्यवसाय छोड़ने की नौबत आ गयी है. –इस संबंध में शशिकांत सिंह ने बताया लालापुर चावल व्यवसाय के लिए जिले में अव्वल है, जहां काफी संख्या में वाहन आते है. लेकिन ओवरब्रिज बंद रहने के कारण जाम लगने सहित काफी सारी परेशानी होने से व्यवसाय पर असर डाल रहा है. –इस संबंध में डब्लू सिंह ने बताया लालापुर ओवरब्रिज से ओवर हाइट बैरियर प्रशासन हटायेगा, तब जाकर यहां कि व्यवसायियों कि समस्या दूर होगी. साथ ही आम जनों को भी जाम से छुटकारा मिल जायेगा. इस पर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए. –इस संबंध में पैराडाइज चिल्ड्रन एकेडमी के डायरेक्टर संतोष कुमार ने बताया कि लालापुर में ओवर हाइट बैरियर व अब गजराढ़ी ग्रामीण सड़क भी ध्वस्त हो जाने के कारण जाम की समस्या बनी रहती है. इसमें सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को होती है. प्रशासन द्वारा लालापुर आरओबी से ओवर हाइट बैरियर हटने के बाद ही जाम से निजात मिल सकेगा. #क्या कहते हैं थानाध्यक्ष# इस संबंध में कुदरा थानाध्यक्ष विकास कुमार ने बताया जाम की समस्या को लेकर जिला को पत्राचार किया गया है, ऐसे में हमेशा गश्ती वाहन जाम हटाने के लिए उपस्थित रहता है. इनसेट:- आखिर कब चालू होगा डडवा व लालपुर आरओबी पर परिचालन ? # क्षतिग्रस्त आरओबी को बंद कर मरम्मत कराना भूल गया रेलवे मोहनिया शहर. आखिर अनुमंडल क्षेत्र के एनएच दो से जुड़े दो आरओबी पर बड़े वाहनों का परिचालन कब शुरू होगा, यह लोगों के बीच प्रश्न बन कर खड़ा हैं. पिछले डेढ़ वर्ष से दो आरओबी पर जर्जर होने के कारण ओवर हाइट बैरियर लगा कर परिचालन बड़े वाहन का बंद किया गया हैं, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इध,र अनुमंडल क्षेत्र में स्थित क्षतिग्रस्त दो आरओबी पर परिचालन बंद कर रेलवे मरम्मत करना ही भूल गया हैं. मालूम हो कि मोहनिया अनुमंडल के दो आरओबी में खराबी आने के कारण भारी वाहनों का परिचालन बंद किया गया हैं. इसमे सबसे पहले एनएच 30 आरओबी में खराबी आयी थी, जिसे तो डीएफसीसी द्वारा मरम्मत कर चालू कर दिया गया. लेकिन, मोहनिया के डडवा और कुदरा के लालापुर आरओबी में भी खराबी के बाद भारी वाहन के परिचालन पर रोक लगा दी गयी है. दोनों आरओबी पर भी दोनों तरफ ओवर हाइट बैरियर लगाया गया हैं. अब आलम यह है कि कुदरा के लालापुर जाने वाले भारी वाहन अब गजराडी पथ से गुजर रहे है, जिससे गजराडी पथ भी जर्जर हो गया है. जबकि, रामगढ़ और नुआंव जाने वाले भारी वाहन एनएच 30 होकर पकवाइनार से होकर रामगढ़ रोड में जाने को मजबूर हैं. सवाल अब यह खड़ा हो रहा है कि पिछले डेढ़ वर्ष से दोनों आरओबी को बंद किया गया है, लेकिन इसका मरम्मत तक नहीं करायी गयी है.

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