आज आयेगी जांच टीम, अनुमंडलीय अस्पताल में खुलेगा नशामुक्ति केंद्र

अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया में एसओटी (ओपियड सब्सीच्यूट थैरेपी) सेंटर संचालित करने के लिए बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति पटना की परियोजना निदेशक प्रतिभा रानी ने तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है

By Prabhat Khabar News Desk | January 6, 2025 8:59 PM

मोहनिया सदर. नशे की गिरफ्त में आ चुके नशेड़ियों व उनके परिवार के लिए नया वर्ष 2025 जीवनदायिनी सौगात लेकर आया है, क्योंकि नशे के इंजेक्शन सहित अन्य नशीले पदार्थों का सेवन कर अपना और अपने परिवार का जीवन नर्क बनाने वालों को नशामुक्त करने के लिए अब अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया में एसओटी (ओपियड सब्सीच्यूट थैरेपी) सेंटर संचालित करने के लिए बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति पटना की परियोजना निदेशक प्रतिभा रानी ने तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है. इसमें बीएएस के उप सचिव प्रमोद कुमार राम, सहायक निदेशक आइटी राजीव रंजन कुमार व ओएसटी सेंटर आरएमरिम्स पटना के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार सिन्हा को शामिल किया गया है. उक्त टीम सात व आठ जनवरी को अनुमंडलीय अस्पताल में नशामुक्ति केंद्र सह परामर्श सेंटर के संचालन के लिए जांच करेंगी. राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी की परियोजना निदेशक द्वारा इस आशय का पत्र सिविल सर्जन डाॅ चंदेश्वरी रजक को जारी कर जांच टीम का सहयोग करने का आग्रह किया गया है. # अनुमंडल वासियों के लिए वरदान साबित होगा ओएसटी सेंटर अनुमंडल मुख्यालय सहित क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों में नशा का इंजेक्शन, हेरोइन, शराब सहित अन्य मादक पदार्थों के सेवन करने वालों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. इसके साथ ही नशा के इंजेक्शन लेने के लिए एक ही नीडल (सुई) का प्रयोग एक से अधिक लोगों के करने से एचआइवी संक्रमित मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. इससे नशेड़ियों के साथ उनका परिवार भी तबाह हो रहा है, ऐसे लोगों के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में खुलने वाली नशामुक्ति केंद्र नशेड़ियों को नशे की दलदल से बाहर निकालने के लिए वरदान साबित हो सकता है. इसके पहले जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में भी ओएसटी केंद्र का संचालन किया गया है, जहां से बहुत से वैसे लोगों को नशा से छुटकारा मिल गया जो नशे की लत से दूर होना चाहते थे. जहां अब एसडीएच में ओएसटी सेंटर के संचालित होने से अनुमंडल के पांच प्रखंडों मोहनिया, कुदरा, दुर्गावती, रामगढ़ व नुआंव में रहने वाले नशे के आदी बन चुके लोग नशामुक्ति का साधन अपनाकर नया जीवन पा सकते हैं. # बोले सिविल सर्जन इस संबंध में पूछे जाने पर सिविल सर्जन डाॅ चंदेश्वरी रजक ने कहा कि परियोजना निदेशक का पत्र आया हुआ है. अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया में नशामुक्ति केंद्र सह परामर्श सेंटर संचालित करने के लिए तीन सदस्यीय टीम विजिट के लिए आने वाली है. एसडीएच में ओएसटी सेंटर खुलने से नशा करने वालों को नशा से छुटकारा मिल सकेगा.

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