बिहार बोर्ड का बड़ा फैसला: इंटर में अगर अनिवार्य विषय में होंगे फेल, तो एडिशनल से पास
इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा-2021 में अनिवार्य विषय में फेल होने पर एडिशनल विषय से पास होने का मौका मिलेगा. बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर द्वारा सत्र 2019-21 से लागू किये गये विषय पैटर्न में बदलाव से यह मौका वार्षिक परीक्षा 2021 में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स को मिलेगा.
पटना : इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा-2021 में अनिवार्य विषय में फेल होने पर एडिशनल विषय से पास होने का मौका मिलेगा. बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर द्वारा सत्र 2019-21 से लागू किये गये विषय पैटर्न में बदलाव से यह मौका वार्षिक परीक्षा 2021 में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स को मिलेगा. इसके साथ ही एडिशनल विषय में भाषा विषय सहित अपने मनपसंद किसी एक विषय को लेने का भी मौका मिलेगा.
बोर्ड के अनुसार 2021 इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स पांच अनिवार्य विषयों में से किसी एक विषय में फेल हो जाते हैं, तो उसे छठे विषय अर्थात एडिशनल विषय के अंक से परिवर्तित कर दिया जायेगा. छठे विषय के अंक की गणना प्रथम पांच अनिवार्य विषयों में की जायेगी. लेकिन अंक परिवर्तित होने पर प्रथम पांच अनिवार्य विषयों में एक विषय हिंदी या अंग्रेजी अवश्य हो. इसके अलावा बोर्ड के इस निर्णय से स्टूडेंट्स को एडिशनल विषय के रूप में अपना मनपसंद विषय लेने का भी अवसर मिला है.
अब स्टूडेंट्स पांच अनिवार्य विषयों में नहीं लिये गये भाषा या अपने संकाय के विषयों को एडिशनल विषय के रूप में रख सकते हैं. जैसे पहले विज्ञान संकाय के स्टूडेंट्स एडिशनल विषय के रूप में गणित, कंप्यूटर साइंस, मल्टीमीडिया विषय में से किसी एक को एडिशनल विषय के रूप में रखते थे, लेकिन 2021 वार्षिक परीक्षा में शामिल होने के लिए एडिशनल विषय में कई विषय पढ़ने का मौका मिलेगा. अब स्टूडेंट्स एडिशनल विषय में भाषा विषय को भी शामिल कर सकते हैं.भाषा विषय को भी रख सकते हैं एडिशनल सब्जेक्ट मेंइंटरमीडिएट स्तर पर स्टूडेंट्स को पांच अनिवार्य विषयों- भाषा विषय-1, भाषा विषय-2, ऐच्छिक विषय-1, एच्छिक विषय-2, एच्छिक विषय-3 का अध्ययन करना अनिवार्य किया गया है. एडिशनल सब्जेक्ट में भाषा विषय में हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, मैथिली, संस्कृत, प्राकृत, मगही, भोजपुरी, अरबी, पर्सियन, पाली व बांग्ला शामिल हैं.