रंजीत पटेल, भभुआ. तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावटी घी पाए जाने के बाद आंध्र प्रदेश सहित पूरे देश में विवाद खड़ा हो गया है. सनातन धर्म के लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध करना शुरू कर दिया है. इधर तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावटी घीव दिए जाने पर शनिवार को दर्जनों की संख्या में सनातन धर्म मानने वाले लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रकट करते हुए शहर के एकता चौक पर आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का पुतला दहन करते हुए नारे बाजी किया.
फांसी की मांग
पुतला दहन में शामिल सनातन धर्म लंबियों ने कहा कि मिलावटी घीव सप्लाई में जो भी व्यक्ति दोषी हो इसकी उच्च स्तरीय जांच कराते हुए दोषियों को फांसी की सजा दी जाए. गौरतलब है कि आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दो दिन पहले लैब रिपोर्ट के हवाले से दावा किया था कि, मंदिर के प्रसादम में प्रयोग होने वाले शुद्ध घी में जानवरों की चर्बी मिली हुई है. भगवान तिरुपति के प्रसाद बनाने में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. लड्डुओं में घी के बजाय जानवरों की चर्बी का उपयोग किया गया. ये मिलावट पिछली सरकार के दौरान दिए गए घी के ठेके के चलते हुई है.
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