पहली बार जिले के 1230 गांवों में डिजिटल फसल सर्वेक्षण का काम आरंभ
पहली बार जिले के 1230 गांवों में डिजिटल फसल सर्वेक्षण का काम कृषि विभाग द्वारा आरंभ कर दिया गया है. 31 जनवरी तक चलने वाले इस डिजिटल सर्वेक्षण में जिले की 141 पंचायतों के पांच लाख 43 हजार 352 प्लाटों पर लगे विभिन्न तरह की फसलों का सर्वे किया जायेगा.
भभुआ. पहली बार जिले के 1230 गांवों में डिजिटल फसल सर्वेक्षण का काम कृषि विभाग द्वारा आरंभ कर दिया गया है. 31 जनवरी तक चलने वाले इस डिजिटल सर्वेक्षण में जिले की 141 पंचायतों के पांच लाख 43 हजार 352 प्लाटों पर लगे विभिन्न तरह की फसलों का सर्वे किया जायेगा. गौरतलब है कि जिले में अभी सरकार के निर्देश पर जमीन सर्वे का काम कराया जा रहा है. इसी बीच अब जिले में कृषि विभाग के माध्यम से डिजिटल फसल सर्वे का काम भी शुरू कर दिया गया है. इस संबंध में जानकारी देते हुए अनुमंडल कृषि पदाधिकारी अनिमेष कुमार ने बताया कि डिजिटल फसल सर्वेक्षण की आरंभिक तैयारी जिले में शुरू कर दी गयी है. इसके तहत जिला स्तर पर मास्टर ट्रेनर कार्यक्रम, डाटा अपलोड करने के सिस्टम आदि का काम आरंभ करा दिया गया है. डिजिटल फसल सर्वे का काम सरकार द्वारा निर्धारित 45 दिनों के अंदर 31 जनवरी तक पूरा कर लेना है. फसलों के सर्वे के लिए कृषि विभाग के सभी कृषि समन्वयक, कृषि सलाहकार, एटीएम, बीटीएम तथा अन्य कर्मियों को भी लगाया गया है, जो गांवों में जाकर विभिन्न प्लाटों पर कौन फसल लगी है इसका जीयो टैगिंग करते हुए फसल विवरण के साथ फोटो लेकर सरकार द्वारा तैयार किये गये एक मोबाइल एप्लिकेशन के पोर्टल पर अपलोड करेंगे. सर्वेक्षण के दौरान जिला स्तरीय टीम द्वारा सर्वे की निगरानी को लेकर दौरा भी सतत जारी रखा जायेगा. पेड़-पौधों का फोटो होगा पोर्टल पर अपलोड डिजिटल फसल सर्वेक्षण में गांवों में जा कर सर्वे करने वाले प्लाटों पर लगी किसी भी तरह की फसल का डाटा तैयार करेंगे. इसमें खाद्य पदार्थों से लेकर प्लाट पर लगे किसी भी तरह के पौधे जैसे आम, अमरूद, शीशम, सागौन आदि सभी तरह के पेड़ पौधों का डाटा भी फोटो के साथ पोर्टल पर अपलोड किया जायेगा. इस संबंध में अनुमंडल कृषि पदाधिकारी मोहनिया अनिमेष कुमार ने बताया कि यह डिजिटल सर्वे रबी फसलों के लिए है. इसमें गेहूं, चना, खेसारी, सरसों, तीसी, अरहर, मंसूर, मटर, मकई, प्याज, केला, आम, गन्ना सहित प्लाटों पर लगे बांस के पेड़ों के समूहों का भी सर्वे कराया जायेगा. इसका उद्देश्य राज्य में किसानों के फसलों की एक सत्यापित जानकारी हासिल करना है. इसका उपयोग सरकार के कई विभागों तथा बैंक व बीमा क्षेत्र में भी किया जा सकेगा. इन्सेट डिजिटल फसल सर्वे किसानों के उन्नति का खोलेगा दरवाजा भभुआ. जिले में पहली बार कराये जा रहे डिजिटल फसल सर्वेक्षण के बाद किसानों के खेती के माध्यम से उन्नत करने का दरवाजा खुल जायेगा. इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला कृषि पदाधिकारी रेवती रमण ने बताया कि डिजिटल फसल सर्वे किसानों के खुशहाली का नयी राह खोलने की कवायद है. इस सर्वे से किसानों को अनेक फायदा होगा. क्योंकि, इस सर्वे से फसलों के जो आकंड़े प्राप्त होंगे, उससे प्रदेश के किसानों के लिए आवश्यक और उपयोगी योजनाएं तैयार करने में सरकार को सुविधा होगी और समय-समय पर किसानों को उनके प्लाटों पर लगी फसल विशेष के लिए सलाह भी प्रदान किया जा सकेगा. फसल नुकसान की स्थिति में भी किसानों को उचित मुआवजा प्राप्त करना आसान हो जायेगा. इस फसल बेस पर तैयार योजनाओं के क्रियान्वयन से किसानों को भी बड़ा लाभ पहुंचेगा.
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