Loading election data...

इस बार आधा दर्जन मुखिया भी पैक्स चुनाव में आजमायेंगे भाग्य

इस बार प्रखंड की 19 पैक्सों में होने वाले पैक्स चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए लगभग आधा दर्जन पंचायतों के मुखिया व मुखिया पति अपना भाग्य आजमाने की तैयारी में हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 19, 2024 7:31 PM

मोहनिया सदर. इस बार प्रखंड की 19 पैक्सों में होने वाले पैक्स चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए लगभग आधा दर्जन पंचायतों के मुखिया व मुखिया पति अपना भाग्य आजमाने की तैयारी में हैं. इसके लिए इन लोगों द्वारा पहले से ही 11 रुपये की सदस्यता शुल्क जमा कर रसीद कटवा लिया गया है तथा पैक्स की मतदाता सूची में नाम जोड़वाने की सभी प्रक्रिया पूर्ण कर ली है. विगत नौ अक्तूबर को प्रकाशित हुई मतदाता सूची में जिनका नाम अंकित है, लेकिन उनके नाम, पिता-पति के नाम सहित अन्य कोई त्रुटि है, इसमें सुधार करने के लिए दावा आपत्ति लिया जा रहा है. मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन चालू माह के अंतिम सप्ताह में किया जाना है. इस बार कई पैक्सों में मुखिया अपनी दावेदारी पेश करेंगे, हालांकि पैक्स चुनाव में जीत हासिल करना एक बड़ी चुनौती से कम नहीं है. # चुनाव जीतने के लिए मतदाता सूची में होता है खेल पैक्स चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सबसे बड़ा खेल संबंधित पदाधिकारियों को मेल में लेकर पैक्सों द्वारा किया जाता है. प्रायः उन्हीं व्यक्तियों का नाम मतदाता सूची में अंकित किया जाता है, जिस पर पैक्स अध्यक्ष व बीसीओ मेहरबान होते हैं व पैक्स अध्यक्षों को पूर्ण विश्वास होता है कि उक्त व्यक्ति उनके ही पक्ष में मतदान करेगा. ऐसे ही खेला की वजह से बहुत से लोग लंबे समय से पैक्सों में कुंडली मार कर बैठे हैं. पैक्स अध्यक्ष का पद अधिकतर निर्वाचित लोगों के लिए कामधेनु से कम नहीं है. यही कारण है कि अब कई मुखिया भी पैक्स अध्यक्ष का पद प्राप्त करने के लिए बेताब हो रहे हैं. इतना ही नहीं जिनका नाम पैक्स की मतदाता सूची में अंकित है और वो चुनाव मैदान में उतरकर ताल ठोकने का मन पूर्ण रूप से बना चुके हैं. वैसे लोग अभी से मतदाताओं का आशीर्वाद लेने के लिए प्रणाम, सलाम के साथ उनका हाल जानने व उनकी खुशामद करने का कार्य करने लगे हैं. हालांकि पैक्सों से किसानों को मिलने वाली सुविधाएं नहीं मिलने से बहुत से मतदाता कई पैक्स अध्यक्षों से खार खाये बैठे हैं, जिनकोे हिसाब बराबर करने के लिए सिर्फ मतदान की तिथि की प्रतीक्षा है. हालांकि जिन मतदाताओं व मतदाता बनने की इच्छा रखने वाले लोगों से पैक्स अध्यक्षों को अपनी कुर्सी पर खतरा मंडराता नजर आ रहा है, उनको मतदाता या प्रत्याशी बनने से रोकने के लिए सभी उपाय किया जा रहा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version