मुंडेश्वरी परिसर में बच्चों को भीख मांगते देख डीपीओ ने लिया संज्ञान
मां मुंडेश्वरी मंदिर में छह से 14 आयु वर्ष के बच्चों द्वारा आने जाने वाले राहगीरों से भीख मांगने, टिका लगाने व सामग्री बेचने पर डीपीओ समग्र शिक्षा अभियान विकास कुमार ने संज्ञान लेते हुए मुंडेश्वरी मंदिर पोषक क्षेत्र के तीन विद्यालय कुड़वा, रामगढ़ व मातर विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को जवाब तलब किया है.
भभुआ नगर. मां मुंडेश्वरी मंदिर में छह से 14 आयु वर्ष के बच्चों द्वारा आने जाने वाले राहगीरों से भीख मांगने, टिका लगाने व सामग्री बेचने पर डीपीओ समग्र शिक्षा अभियान विकास कुमार ने संज्ञान लेते हुए मुंडेश्वरी मंदिर पोषक क्षेत्र के तीन विद्यालय कुड़वा, रामगढ़ व मातर विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को जवाब तलब किया है. साथ ही आदेश दिया है कि तीन दिनों के अंदर जवाब देना सुनिश्चित करें कि जागरूकता के बाद भी किन कारणों से छोटे-छोटे बच्चे पढ़ाई की जगह पर मां मुंडेश्वरी परिसर में भीख मांग रहे या सामग्री बेच रहे हैं. इसे लेकर सही जवाब दें नहीं तो कार्रवाई की जायेगी. दरअसल, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा अभियान शनिवार को मां मुंडेश्वरी गये थे. मां मुंडेश्वरी परिसर व जाने वाले रास्ते में देखा गया कि शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत जिस उम्र में बच्चों को विद्यालय में रहना चाहिए, लेकिन छात्र-छात्राएं विद्यालय आवर में भी मां मुंडेश्वरी परिसर में भीख मांग रहे या सामग्री बेच रहे हैं. इस पर संज्ञान लेते हुए कुढ़वा, रामगढ़ व मातर विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को जवाब तलब करते हुए आदेश दिया है कि आपके द्वारा अपने पोषक क्षेत्र में छात्रों को विद्यालय लाने के लिए अभिभावकों से संपर्क नहीं किया जाता है या विद्यालय में नामांकन के लिए जन जागरूकता अभियान नहीं चलाया जाता है, जो शिक्षा के अधिकार अधिनियम का उल्लंघन है. जारी आदेश में कहा है कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत आदेश है कि कोई भी 6 से 14 आयु वर्ग का बच्चा पढ़ाई से वंचित नहीं रहे. लेकिन, मां मुंडेश्वरी परिसर में 40 से 50 की संख्या में 6 से 14 आयु वर्ष के छात्र-छात्राएं पढ़ाई टाइम में मंदिर में दर्शन करने आने जाने वाले लोगों को सामग्री बेचकर या टिका लगाकर या भीख मांग रहे हैं, जो शिक्षा के अधिकार अधिनियम नियमावली का साफ उल्लंघन है. इसे लेकर तीन दिनों का अंदर सभी बिंदुओं पर जवाब देना सुनिश्चित करें, नहीं तो कार्रवाई की जायेगी. = श्रम अधीक्षक को भी डीपीओ ने लिखा पत्र जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा अभियान विकास कुमार डीएन ने मां मुंडेश्वरी मंदिर परिसर में छोटे-छोटे बच्चों द्वारा मांगे जा रहे भीख व सामग्री बेचने वाले बच्चों को मुक्त कराने के लिए श्रम अधीक्षक को पत्र लिखा है. लिखे गये पत्र में कहा है कि मां मुंडेश्वरी मंदिर में 6 से 14 आयु वर्ग के बच्चों द्वारा विद्यालय अवधि में भी कार्य किया जा रहा है, जो बाल श्रम में आता है. इसलिए छोटे-छोटे बच्चों को कार्य करने से मुक्त कराया जाये, ताकि विद्यालय पढ़ने के लिए जा सके. शहरों में भी घूम-घूम कर भीख मांग रहे बच्चे गौरतलब है कि यह केवल मां मुंडेश्वरी परिसर का हाल ही नहीं है, शहरों में भी छोटे-छोटे बच्चे भीख मांगते या कूड़ा बीनते आये दिन नजर आते हैं. स्कूल जाने की उम्र में भीख माग रहे है यूं तो भीख मांगना कानूनन अपराध है, लेकिन ऐसा केवल एक ही जगह नहीं है, पूरे जिले में भिखारियों की अच्छी खासी तादाद नजर आती है. भीख मांगने वालों में 6 से 14 वर्ष की आयु के बच्चे भी नजर आते हैं. जहां कई लोगों छोटे-छोटे बच्चों को भीख मांगते देख चर्चा भी करते हैं कि अगर इसी तरह छोटे-छोटे बच्चे भीख मांगते रहे, तो देश का विकास कैसे होगा. लेकिन कोई सार्थक पहल अभी तक नहीं होने के कारण आये दिन छोटे-छोटे बच्चे हर मोड़ पर भीख मांगते नजर आते हैं. बोले अधिकारी इस संबंध में जानकारी देते हुए समग्र शिक्षा अभियान कार्यक्रम पदाधिकारी विकास कुमार डीएन ने कहा मां मुंडेश्वरी मंदिर परिसर में छोटे बच्चों द्वारा कार्य व यात्रियों से भीख मांगा जा रहा था, इस पर मेरे द्वारा संज्ञान लिया गया है. संबंधित तीन विद्यालय के प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण किया गया है, जवाब सही नहीं देने पर कार्रवाई होगी.
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