दुर्गावती नदी में डूबे वृद्ध का 52 घंटे बाद भी नहीं चल सका पता
मपुर प्रखंड के करमचट थाना क्षेत्र अंतर्गत निसिझा गांव स्थित दुर्गावती नदी में 65 वर्षीय वृद्ध शुक्रवार को स्नान करने के दौरान पैर फिसलने से डूब गये थे, लोगों को जानकारी मिलने के बाद खोजबीन शुरू की गयी, लेकिन 52 घंटे बाद भी कुछ पता नहीं चला.
रामपुर. रामपुर प्रखंड के करमचट थाना क्षेत्र अंतर्गत निसिझा गांव स्थित दुर्गावती नदी में 65 वर्षीय वृद्ध शुक्रवार को स्नान करने के दौरान पैर फिसलने से डूब गये थे, लोगों को जानकारी मिलने के बाद खोजबीन शुरू की गयी, लेकिन 52 घंटे बाद भी कुछ पता नहीं चला. शनिवार को पुलिस द्वारा सूचना देने के बाद घटना के 24 घंटे बाद एसडीआरएफ की टीम पहुंच कर दुर्गावती नदी में खोजबीन शुरू की. शनिवार को दो घंटे व रविवार को आठ घंटे कुल 10 घंटे एसडीआरएफ की टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन करने के बाद भी वृद्ध का पता नहीं चला. वृद्ध का एक तसली घटनास्थल से डेढ़ किलोमीटर दूर कनपुरा घाट के पास बरामद किया गया, उसमें वृद्ध का चपल, धोती व कपड़ा था. लेकिनख्इ वृद्ध का पता नहीं चल सका. इसके बाद एसडीआरएफ की टीम भी अब वापस चली गयी है. जानकारी के अनुसार, शनिवार को सर्च ऑपरेशन के बाद रविवार की सुबह साढ़े छह बजे एक टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया, जहां साढ़े 12 बजे तक घटना स्थल से लगभग 15 किलोमीटर कुदरा थाना क्षेत्र के मेउडा बांध तक खोजबीन की गयी, लेकिन वृद्ध का कहीं कुछ पता नहीं चला. इसके बाद दूसरी टीम द्वारा एक बजे से सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया और लगभग तीन घंटे तक खोजबीन की गयी, तो घटना स्थल से डेढ़ किलोमीटर दूर कनपुरा घाट के पास झाड़ी में एक तसली में वृद्ध का चप्पल, धोती व कुर्ता मिला, जिसकी पहचान वृद्ध के पुत्रों द्वारा की गयी है. यहां सर्च ऑपरेशन में कुछ सफलता नहीं मिलने के बाद एसडीआरएफ की टीम भी वापस चली गयी. इस दौरान दुर्गावती नदी के किनारे सैकड़ों की संख्या में लोग दो दिनों से पहुंच रहे थे. वहीं, वृद्ध का तसली में कपड़ा मिलने के बाद लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर तसली डेढ़ किलोमीटर दूर कैसे चला गया और वृद्ध का कुछ पता क्यों नहीं चल सका. जबकि, हेड कांस्टेबल धनंजय कुमार सिंह के नेतृत्व में एसआई हरेंद्र कुमार सिंह के साथ दो बोट के साथ 11 सदस्यीय टीम सर्च ऑपरेशन के लिए आयी थी. वहीं, वृद्ध के बड़े पुत्र धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि पुलिस प्रशासन व सर्च टीम का पूर्ण सहयोग रहा, संयोग है कि मेरे पिता का सामान तो बरामद हुआ, लेकिन उनका नहीं मिल पाया यह हमलोग का दुर्भाग्य है. वृद्ध के दो पुत्र बड़ा पुत्र 45 वर्षीय धर्मेंद्र शर्मा व दूसरा पुत्र 35 वर्षीय परमेंद्र शर्मा बताये जाते हैं. इस मामले में करमचट थाना अध्यक्ष विकास कुमार ने बताया कि 10 घंटे एसडीआरएफ की टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाने के बाद भी वृद्ध का पता नहीं चल सका है. एसडीआरएफ की टीम वापस चली गयी है. एक तसली वृद्ध का मिला है, जिसमें कपड़ा था जिसकी परिजनों द्वारा पहचान की गयी है.
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