शहर से हटा अतिक्रमण
शहर से हटा अतिक्रमण
भभुआ सदर. बुधवार को भभुआ शहर में अतिक्रमण के खिलाफ नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी संजय उपाध्याय और थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार सहित पुलिस व प्रशासन के अधिकारी सड़क पर उतर गये. उन्होंने सब्जी मंडी रोड, एकता चौक, कचहरी रोड, जेपी चौक और पटेल चौक से अतिक्रमण हटवाया. दुकानदारों और सड़क किनारे खड़े किये वाहन चालकों पर जुर्माना लगाया. बुधवार की दोपहर कड़ी धूप और उमस के बीच अधिकारियों की ओर से अतिक्रमण हटाने और ऑन द स्पॉट जुर्माना करने से शहर के दुकानदारों और वाहन चालकों में अफरातफरी मची रही. नप इओ व थाना अध्यक्ष सदर ने दुकानदारों को सख्त निर्देश दिया कि वह अपनी दुकान के आगे ठेला या वाहन नहीं लगने दें और ना ही खुद अतिक्रमण करें. अगर, दुकान लगायी गयी या कोई अन्य अतिक्रमण करता है, तो उनपर भी आगे से कार्रवाई की जायेगी. नप कर्मी प्रशांत तिवारी ने बताया कि प्रतिबंधित क्षेत्र में दुकान लगाने व सामान रखने पर 15200 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. हालांकि, नप इओ और थाना अध्यक्ष की ओर से भले ही कड़ी मेहनत कर शहर की सड़कों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गयी है, लेकिन अतिक्रमण हटाये जाने के घंटेभर बाद ही सड़क का अतिक्रमण करनेवाले ठेले व सब्जी दुकानदार फिर से प्रतिबंधित क्षेत्र में अपनी दुकान सजाकर बैठ गये. साथ ही इ-रिक्शा चालक भी पुनः सड़कों पर आ गये जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो. = नगर पर्षद लगातार चलायेगी अभियान नप के कार्यपालक पदाधिकारी संजय उपाध्याय ने बताया कि अतिक्रमण शहर की एक बड़ी समस्या है. इसके समाधान के लिए नगर प्रशासन कृत संकल्पित है. फुटपाथों के मुक्तीकरण के लिए फिलहाल अभियान चलाया जा रहा है. यह अभियान लगातार चलाया जायेगा. इनसेट शहर में अतिक्रमण की समस्या लाइलाज फोटो 12 अतिक्रमण हटाये जाने के दो घंटे बाद ही फिर से जमे दुकानदार भभुआ सदर. शहर में आज आम राहगीरों के लिए बनाये गये फुटपाथ दुकानदारों व अतिक्रमण करनेवालों के कब्जे में है. शहर में बऐ फुटपाथ आज अतिक्रमणकारियों से पूरी तरह से त्राहिमाम कर रहा है. इसके चलते शहर का अधिकांश फुटपाथ आज दुकानदारों के लिए सेफ जोन बन गया है. लेकिन, आज बढ़ती आबादी के बीच जिस तरह से फुटपाथ का लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है, इससे आम जनता त्राहिमाम कर रही है. सड़क किनारे बने फुटपाथ पर बसे लोगों को हटाना नगर पर्षद के साथ जिला प्रशासन के लिए भी किसी चुनौती से कम नहीं है. शहर का एकता चौक हो या फिर पटेल चौक या कचहरी रोड, पश्चिम बाजार इन सभी जगहों पर एक तरफ फुटपाथ पर अतिक्रमण, तो दूसरी ओर फुटपाथी ठेले वाले अपनी दुकान लगाकर बैठे हैं. ऐसे में आम जनता को पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. नगर पर्षद को शहरी क्षेत्र में किला गाड़ कर बैठे दुकानदारों के खिलाफ अतिक्रमण अभियान चलाने से पहले विभागीय अधिकारी को पूरी तरह से गंभीर होना होगा. क्योंकि, आज जिस तरह से फुटपाथियों का मनोबल बढ़ा है, वे आसानी से मानने वाले नहीं हैं. जाहिर है कि जोर-जबरदस्ती करने पर अप्रिय घटना आदि की भी नौबत आ सकती है. इसके लिए नप प्रशासन को पहले से पूरी तैयारी कर लेनी होगी. फुटपाथ से अतिक्रमणकारियों को हटाना है, तो इसके लिए लगातार तैयारी के साथ अभियान चलाना होगा. उधर, शहरी अतिक्रमण और फुटपाथ के कब्जे पर बद्री राम, इश्तेखार अहमद का कहना था कि अधिकारी कभी कभार अभियान चलाकर फिर दूसरे कार्यों में लग जाते हैं. अगर, निरंतर अभियान चलाया जाये और फुटपाथी दुकानदारों को सख्ती के साथ समझाया जाये, तो कुछ हद तक इस समस्या का समाधान हो सकता हैं. क्योंकि, अपने शहर को स्वच्छ और सुंदर रखना उनकी भी जिम्मेदारी है.
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