रिटायर्ड शिक्षक की जेब से 50 हजार रुपये उड़ाये

पीएनबी से रुपये की निकासी कर घर जा रहे थे रिटायर्ड शिक्षक

By Prabhat Khabar News Desk | June 19, 2024 10:12 PM
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पीएनबी से रुपये की निकासी कर घर जा रहे थे रिटायर्ड शिक्षक रामगढ़. बुधवार की दोपहर पंजाब नेशनल बैंक के कैश काउंटर से नातिन की शादी के लिए 50 हजार रुपये की निकासी कर बैंक से निकल रहे सेवानिवृत शिक्षक की जेब से उचक्कों ने सारे रुपये उड़ा लिये. घटना की जानकारी मिलने के बाद बैंक पहुंचे पीड़ित के बेटे ने जब बैंक कर्मियों की मदद से बैंक के भीतर व मुख्य गेट पर लगाये गये सीसीटीवी को खंगाला, तो आधे से ज्यादा कैमरे बंद पाये गये. इस घटना से वृद्ध शिक्षक सदमे में हैं, तो बैंक कर्मियों के व्यवहार से उनके बेटे भी काफी आहत हैं. दरअसल, रामगढ़ गांव के रहने वाले 75 वर्षीय वृद्ध नंदकिशोर तिवारी पिता सरयू तिवारी ने अपने बैंक खाते से 50 हजार रुपये की निकासी कर रुपये को पासबुक के बीच में रखकर कुर्ते की साइड वाली जेब में रखा था. काउंटर से रुपये की निकासी के बाद मुख्य गेट से सटे कुर्सी पर बैठे और बैंक की सुरक्षा लगे अकेले चौकीदार से कुछ बातचीत की. वहीं कुछ देर बाद घर जाने के लिए गेट से निकलने के दौरान जब उनका हाथ रुपये वाली जेब पर गया, तो रुपये गायब थे. जेब में पासबुक मौजूद था. वृद्ध ने बताया कि 10 जुलाई को लखनऊ में नातिन की शादी में खर्च के लिए 50 हजार रुपये की निकासी की थी, जिसे किसी ने जेब से निकाल लिया है. उन्होंने बताया कि बैंक में काफी भीड़ रहने और दो कैश काउंटर होने के बाद भी केवल एक काउंटर को चालू कर रुपये का भुगतान किया जा रहा था, जिससे ऊहापोह की स्थित थी. बैंक से रुपये की निकासी के लिए भोखरी गांव से बैंक पहुंचे एक दूसरे ग्राहक नितेश कुमार ने कहा कि काउंटर पर भीड़ रहने के बाद भी दूसरे काउंटर पर बैठे कर्मी की ओर से 50 हजार रुपये से अधिक की निकासी का हवाला देकर आराम फरमाया जा रहा था. रुपये की चोरी होने के साथ ही दोनों काउंटर को चालू कर जल्दी-जल्दी ग्राहकों को रुपये का भुगतान किया जाने लगा. उन्होंने कहा कि 11 से साढ़े 11 बजे तक भी कर्मी काउंटर छोड़कर अंदर एसी कमरे में आराम फरमा रहे थे, जबकि बैंक में 40 से 50 लोग इधर-उधर भटक रहे थे. आधे से अधिक कमरे बंद इस घटना के बाद बैंक पहुंचे पीड़ित के बेटे सुभाष तिवारी भी बैंक की ढुलमुल व्यवस्था को लेकर काफी नाराज दिखे. कहा, एक घंटे से बैंक आये हैं. सीसीटीवी कैमरों को चेक करने के दौरान आधे से ज्यादा कैमरे बंद पाये गये. जो कैमरे चल रहे थे, उसमें भी बैंक के भीतर रखे कबाड़ से कुछ भी साफ नहीं दिख रहे थे. बैंक के प्रवेश द्वार पर लगे सीसीटीवी फुटेज को कर्मियों ने नहीं दिखाया है. पूछने पर कहा कि बाहर से इंजीनियर के आने पर दिखायेंगे. उन्होंने केवल कैश काउंटर से रुपये लेते व पिता को बैंक से बाहर निकलते समय तक का फुटेज दिखाया है. बैंक में सुरक्षा के नाम पर केवल एक चौकीदार को लगाया गया है, जो सुरक्षा के दृष्टिकोण से कहीं से भी ठीक नहीं है. क्या कहते हैं थानेदार इस संबंध में थाना अध्यक्ष उमेश कुमार ने कहा कि पीड़ित की ओर से अभी तक किसी प्रकार का कोई आवेदन नहीं दिया गया है. आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.

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