अपहरण व रुपये लूटने की बनायी गयी थी झूठी कहानी, पुलिस ने किया खुलासा

अपने अपहरण और पैसे लूटने की झूठी कहानी बनाने के मामले का मोहनिया पुलिस ने शनिवार को खुलासा किया है. इस मामले की जानकारी अनुमंडल कार्यालय में मोहनिया डीएसपी दिलीप कुमार द्वारा प्रेसवार्ता कर दी गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 7, 2024 9:01 PM
an image

मोहनिया शहर. अपने अपहरण और पैसे लूटने की झूठी कहानी बनाने के मामले का मोहनिया पुलिस ने शनिवार को खुलासा किया है. इस मामले की जानकारी अनुमंडल कार्यालय में मोहनिया डीएसपी दिलीप कुमार द्वारा प्रेसवार्ता कर दी गयी. उन्होंने बताया मोहनिया थाना क्षेत्र के दादर गांव निवासी सिपाही साह के पुत्र शुभम कुमार द्वारा अपने अपहरण व रुपये लूटने की झूठी कहानी बना कर शुक्रवार को मोहनिया थाने में प्राथमिकी के लिए पहुंचा. उनके द्वारा दिये गये आवेदन में बताया गया की गुरुवार को भभुआ निवासी अपने मामा अभिमन्यु कुमार से 50 हजार रुपये लेकर बस से मोहनिया आये और चांदनी चौक से बैंक ऑफ इंडिया में केवाइसी के लिए सर्विस सड़क से जा रहे थे. इसी दौरान स्काॅर्पियो सवार लोग मेरे पास आये और मुझसे पता पूछा, इसी दौरान रुमाल नाक पर लगा कर स्काॅर्पियो में बैठा लिया, जिसके बाद हम बेहोश हो गये. चार घंटे बाद जब होश आया तो देखा मेरे बगल में एक व्यक्ति बैठा है, जो हथियार दिखा कर गूगल पे से 40 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिया. जबकि, नगद 50 हजार जो मामा द्वारा दिया गया था और पांच हजार मेरे पास था, यानी कुल 95 हजार रुपये लेने के बाद दुर्गावती थाना क्षेत्र के सीमा स्थित टोल प्लाजा के पास छोड़ कर भाग गया. इसके बाद शुक्रवार की सुबह घर गये, जिसके बाद थाने पहुंच आवेदन दे रहे हैं. डीएसपी ने बताया आवेदन लेने के बाद अनुसंधान शुरू की गयी, तो चांदनी चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कहीं भी युवक नहीं दिखायी दे रहा था, जिसके साथ ही गूगल पे से लिंक बैंक खाता का स्टेटमेंट निकाला गया, तो उसमें किसी भी समय 40 हजार रुपये का ट्रांसफर नहीं किया गया था. इसके आलोक में मामला गलत प्रतीत हुआ, तो कड़ाई से पूछताछ की गयी, तब युवक ने बताया एक व्यक्ति से पैसा कर्ज लिये थे जिसे देना था, लेकिन पैसे की व्यवस्था नहीं हो पायी, तो इस तरह की झूठा कहानी बनायी थी. उन्होंने बताया कि मोहनिया के दादर गांव निवासी शुभम कुमार द्वारा अपने खुद के अपहरण व पैसा लूट की झूठी कहानी बनाने में अपने मामा को भी शामिल कर लिया था. डीएसपी ने बताया युवक द्वारा जानकारी दी गयी थी कि भभुआ निवासी अपने मामा से 50 हजार रुपये लेकर आ रहे थे. वहीं, जब मामा से पूछा गया तो उनके द्वारा भी बताया गया की हमारे द्वारा 50 हजार रुपये दिया गया है, लेकिन जांच में जब मामला झूठा निकला, तो मामा को भी थाने बुलाया गया है. मामा और भांजा दोनों पर पुलिस को गुमराह करने के लिए कार्रवाई की जायेगी. # आधार कार्ड से निकाला था 400 रुपये प्रेसवार्ता के दौरान डीएसपी ने बताया युवक शुभम कुमार द्वारा पूरी तरह से झूठे अपहरण और लूट की कहानी बनायी गयी थी. शुभम का बैंक स्टेटमेंट निकालने के बाद यह जानकारी हुई कि गुरुवार को आधार कार्ड से मात्र 400 रुपये निकाले गये थे, जिसमे पूरे दिन मोहनिया में घूम कर 200 रुपये खर्च किये गये और 200 रुपये उसके पैकेट से बरामद किया गया. गुरुवार की पूरी रात भभुआ रोड स्टेशन पर बिताया था और शुक्रवार की सुबह घर जाकर झूठी कहानी बना प्राथमिकी के लिए मोहनिया थाना पहुंचा था. #पुलिस के सूझबूझ के कारण हुआ खुलासा मोहनिया थाने के दादर गांव निवासी सिपाही साह का पुत्र शुभम कुमार द्वारा कर्जदार से बचने के लिए झूठा कहानी बनायी गयी थी. डीएसपी ने बताया शुभम गल्ला व्यवसाय का कार्य करता है, जो किसी व्यक्ति से व्यवसाय के लिए पैसा लिया था. उसे देने के लिए गुरुवार को ही समय दिया गया था, लेकिन पैसे की व्यवस्था नहीं हुई, तो अपने अपहरण और लूट की झूठी कहानी बना कर मोहनिया थाना में प्राथमिकी के लिए पहुंच गया, ताकि इस झूठी कहानी से कर्जदार को तत्काल पैसे नहीं देना पड़ेगा. लेकिन, पुलिस के सूझबूझ के कारण मामले का खुलासा किया गया. # क्या कहते हैं डीएसपी इस संबंध में मोहनिया डीएसपी दिलीप कुमार ने बताया दादर गांव के शुभम कुमार द्वारा अपने अपहरण व पैसे की लूट का आवेदन दिया गया था, जिसके आलोक में अनुसंधान शुरू करने पर कई तरह का संदेह युवक पर हुआ. जब कड़ाई से पूछताछ की गयी तो युवक ने बताया कर्जदार से बचने के लिए इस तरह की झूठा कहानी बनायी थी, जिसमें युवक के मामा भी शामिल था. पुलिस को गुमराह किये जाने के मामले में दोनों पर कार्रवाई होगी. साथ ही बताया इस समय झूठा कहानी बना केस करने का काफी प्रचलन बढ़ गया है. मोहनिया अनुमंडल क्षेत्र में अब तक अनुसंधान में पांच झूठे लूट के मामले सामने आये हैं. साथ ही लोगों से अपील की है कि किसी भी मुसीबत से बचने के लिए झूठी कहानी का सहारा नहीं लें.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version