परिजनों ने यूपी पुलिस पर लगाया हत्या का आरोप
शुक्रवार को मोहनिया थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर एक ढाबा के शौचालय में नाबालिग लड़की को गायब करने के मामले में भोजपुर जिले से पकड़े गये आरोपित पंचम कुमार पांडे की यूपी पुलिस की कस्टडी में मौत मामले में परिजनों ने यूपी पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है.
मोहनिया. शुक्रवार को मोहनिया थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर एक ढाबा के शौचालय में नाबालिग लड़की को गायब करने के मामले में भोजपुर जिले से पकड़े गये आरोपित पंचम कुमार पांडे की यूपी पुलिस की कस्टडी में मौत मामले में परिजनों ने यूपी पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है. शुक्रवार की देर शाम पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल पहुंची पंचम कुमार पांडे की पुत्री प्रियंका कुमारी पांडे ने कहा कि यूपी पुलिस ने बताया कि जब उन्हें आरा के शाहपुर थाना से गिरफ्तार कर बनारस ले जाया जा रहा था, उसी क्रम में मोहनिया थाना क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर स्थित एक ढाबा में उन्हें शौच करने के लिए उतारा गया और वह जब शौचालय में गये, तो उसी में उनकी मृत्यु हो गयी, काफी देर तक उनका दरवाजा जब नहीं खुला, तब दरवाजे को तोड़कर देखा गया तो उनके गले में गमछा लिपटा हुआ था, ऐसा लग रहा था कि उन्होंने फांसी लगा ली है. इसे लेकर मृतक की बेटी प्रियंका ने कहा कि मैं भी पुलिस डिपार्टमेंट में सिपाही के पद पर हूं, जब किसी आरोपित को पकड़ा जाता है तो उसकी तलाशी ली जाती है और उसके पास गमछा या कोई ऐसा सामान नहीं रहने दिया जाता है, जिससे कि वह अपना नुकसान पहुंचा सके. यूपी पुलिस का कहना है कि उन्होंने गमछा से अपने को फांसी लगा ली, तो आखिर उनके पास पुलिस हिरासत में गमछा कहां से मौजूद था. इसके साथ ही प्रियंका ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा हर बार अलग-अलग बात बतायी गयी. साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि जिस बाथरूम में वह गये थे, उसने फांसी लगाने लायक जगह नहीं है. ऐसे में हमें पूरी आशंका है कि मेरे पिताजी की यूपी पुलिस द्वारा हत्या कर दी गयी है. उनके नाक से खून भी निकला है और शरीर पर चोट के निशान भी हैं, जिससे ऐसा लग रहा है कि यूपी पुलिस द्वारा उनकी हत्या की गयी है. = आरोपित को लड़की गायब होने के मामले में पकड़ा था यूपी पुलिस ने दरअसल, बनारस के कैंट थाना क्षेत्र में कचहरी के पास से एक नाबालिग लड़की गायब थी, जिसकी प्राथमिक उक्त लकड़ी के परिजनों द्वारा दर्ज करायी गयी थी. प्राथमिक जब यूपी पुलिस ने जांच शुरू की, तो लड़की का मोबाइल लोकेशन बिहार में भोजपुर जिले के शाहपुर थाना अंतर्गत बिलौटी गांव में मिला. यूपी पुलिस के दो सब इंस्पेक्टर व लड़की के परिजन मोबाइल लोकेशन के आधार पर पहले शाहपुर थाना पहुंचे और वहां से शाहपुर थाने की पुलिस लेकर बेलौटी गांव में पंचम कुमार पांडे के घर छापेमारी की. पंचम कुमार पांडे ने बताया कि उक्त लड़की उनके यहां आयी जरूर थी, लेकिन शाम को ही वह बक्सर स्टेशन पर बनारस लौटने के लिए चली गयी है. यूपी पुलिस में पंचम कुमार पांडे को हिरासत में ले लिया और उनके साथ बक्सर स्टेशन पर छापेमारी कर लड़की को बरामद कर लिया. लड़की को गायब करने के मामले में पंचम कुमार पांडे को गिरफ्तार कर लड़की के साथ जब यूपी पुलिस बनारस अपने कैंट थाना लौट रही थी, इसी दौरान यूपी पुलिस के मुताबिक तभी मोहनिया थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर पकड़े गये पंचम कुमार पांडे ने शौचालय जाने की बात कही. यूपी पुलिस द्वारा एक ढाबे पर गाड़ी को रोका गया और उन्हें शौच के लिए शौचालय में भेजा गया, काफी देर तक जब वह शौचालय से बाहर नहीं आये, तो यूपी पुलिस के लोगों को आशंका हुई और उन्होंने पहले दरवाजा खटखटाया और बाद में दरवाजा शौचालय का नहीं खुलने पर दरवाजा तोड़ दिया, जिसमें पंचम कुमार पांडे जमीन पर गिरे हुए थे और उनके गले में गमछा लिपटा हुआ था. यूपी पुलिस उन्हें लेकर मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल पहुंची, जहां चिकित्सकों द्वारा उन्हें मृत्यु घोषित कर दिया गया. घटना की सूचना मोहनिया थाने को दी गयी, इसके बाद मोहनिया पुलिस द्वारा पुलिस हिरासत में मौत पर नियमानुकूल होने वाली कार्रवाई प्रारंभ की गयी. = बीमार मां की देखभाल के लिए लायी गयी थी लड़की इधर, यूपी पुलिस के हिरासत में मरे पंचम कुमार पांडे की बेटी प्रियंका कुमारी पांडे ने बताया कि जिस लड़की के गायब होने की प्राथमिकी बनारस के कैंट थाने में दर्ज करायी गयी और जिसे लेकर यूपी पुलिस हमारे घर छापेमारी कर हमारे पिता को गिरफ्तार किया था. दरअसल, उसे लड़की को मेरे पिताजी ने हमारी बीमार मां की देखभाल के लिए लाया था, उनके एक मित्र ने बताया था कि बनारस में एक लड़की है, जिसकी कोई मां-बाप नहीं है. वह काफी समय से काम ढूंढ़ रही है, आप चाहे तो उसे लाकर अपने घर रख सकते हैं. वह आपकी पत्नी की देखभाल करेंगी, उन्हें के बताने पर मेरे पिताजी उक्त लड़की को 23 अक्तूबर की शाम को लाये थे. मेरी मां का तबीयत काफी खराब रहती है, वह शिक्षिका है. मैं सिपाही की नौकरी करती हूं, मैं पटना रहती हूं. पिताजी मेरी मां की देखभाल व कामकाज करने के लिए उस लड़की को लाये थे. 24 अक्तूबर की शाम को वह लड़की कहीं की मेरे रिश्तेदारी में किसी लड़के का तबीयत खराब हो गयी है, इसलिए मैं वापस जा रही हूं. मैं दोबारा आऊंगी. वह 24 अक्तूबर की शाम को चली गयी और त को यूपी पुलिस द्वारा मेरे घर छापेमारी कर मेरे पिताजी को गिरफ्तार कर लिया गया. मेरे पिताजी बिल्कुल स्वस्थ थे. उन्होंने कोई ऐसा बड़ा अपराध नहीं किया था, जिसके लिए उन्हें आत्महत्या करने की जरूरत थी. पुलिस द्वारा बतायी जा रही बात हमें कहीं से पच नहीं रही है. हमें पूरी आशंका है कि यूपी पुलिस द्वारा उनकी हत्या की गयी है. = क्या कहते हैं थानेदार मोहनिया थानेदार प्रियेश कुमार प्रियदर्शी ने बताया कि यूपी पुलिस की कस्टडी में पंचम कुमार पांडे की मौत के मामले में उनके परिजनों द्वारा कोई भी आवेदन हमें नहीं दिया गया है. पुलिस द्वारा उक्त घटना को लेकर जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
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