भभुआ. सरकार के रबी महोत्सव महाअभियान 2024 के तहत सोमवार को जिला मुख्यालय के संयुक्त कृषि भवन में रबी कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. कार्यशाला में किसानों को जलवायु अनुकूल खेती, बागवानी तथा मोटे अनाज की खेती करने को लेकर प्रोत्साहित किया गया. बताया गया कि दलहन, तेलहन, सरसों, चना, मसूर आदि सहित किसान मोटे अनाज जैसे बाजरा, ज्वार आदि की भी खेती करें. मोटे अनाज जहां स्वास्थ्य के लिए बेहतर हैं. वहीं जलवायु अनुकूल खेती तथा बागवानी के माध्यम से किसान अपने आमदनी को बेहतर बना सकते हैं. साथ ही किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए जीरो टिलेज मशीन से गेहूं की बुआई करने के साथ तेलहनी फसलों की मिश्रित खेती करने की भी सलाह दी गयी. कार्यशाला चतुर्थ रोड मैप के विभिन्न आयामों पर चर्चा करते हुए सरकार द्वारा भूमि संरक्षण को लेकर चलायी जा रही योजनाओं के बारे में भी किसानों को जानकारी दी गयी. दूसरी तरफ रबी सीजन में फसलों में लगने वाले कीट, संतुलित मात्रा में उर्वरकों के प्रयोग, समय से बुआई, कीटनाशी से बीजोपचार, सिंचाई के लिए जल प्रबंधन, खरपतवार नियंत्रण आदि के बारे में भी जानकारी किसानों को दी गयी. कार्यशाला में किसानों ने कृषि संबंधित अपनी अपनी समस्याओं को भी पदाधिकारियों के समझ रखा, जिसका निदान किसानों को बताया गया. कार्यशाला में आत्मा के सहायक निदेशक नवीन कुमार, सहायक निदेशक शिवजी कुमार, नाबार्ड के महाप्रबंधक सहित प्रखंड कृषि पदाधिकारी, किसान सलाहकार, समन्वयक तथा विभिन्न प्रखंडों से आये किसान शामिल थे. = किसानों को 40 से 80 प्रतिशत तक अनुदान रबी कार्यशाला में किसानों को बताया गया कि सरकार कृषि यंत्रों सहित विभिन्न तथा बागवानी व फसलों के बीज पर भी किसानों को अनुदान दे रही है, जिसका लाभ किसान उठा सकते हैं. बताया गया कि सरकार द्वारा किसानों को 40 से 80 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है. 20 हजार रुपये से नीचे वाले कृषि यंत्रों जैसे पंप सेट आदि की खरीद पर एलपीसी की अनिवार्यता भी समाप्त कर दी गयी है. इसका लाभ रैयत से लेकर बटाईदार किसान भी प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही दो हजार रुपये अनुदान वाले कृषि यंत्रों की खरीद पर भी एलपीसी की अनिवार्यता समाप्त की गयी है. इन यंत्रों के खरीद में पिछले वर्ष का लगान रसीद लगाकर किसान कृषि यंत्र प्राप्त करने के लिए अपना ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इसी तरह किसान दलहन, तेलहन, गेहूं, सब्जी, मक्का सहित बागवानी फसलों के बीज भी अनुदानित दर से प्राप्त कर सकते हैं.
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