सर्वे के लिए कागजात सुधरवाने में किसानों के छूट रहे पसीने

जमीन सर्वे को लेकर किसानों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जब किसान अपनी जमीन का सर्वे कराने के लिए ऑनलाइन कागजात निकलवा रहे हैं तो उसमें रकबा, खाता और प्लॉट नंबर में काफी त्रुटियां मिल रही हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 19, 2024 8:56 PM
an image

भभुआ शहर. जमीन सर्वे को लेकर किसानों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जब किसान अपनी जमीन का सर्वे कराने के लिए ऑनलाइन कागजात निकलवा रहे हैं तो उसमें रकबा, खाता और प्लॉट नंबर में काफी त्रुटियां मिल रही हैं. इसको लेकर किसान अंचल का लगातार चक्कर काटने काे मजबूर हो रहे हैं. जबकि, काफी किसानों द्वारा परिमार्जन, खारिज दाखिल और नाम हस्तांतरण के लिए दिये गये आवेदन का निबटारा नहीं के बराबर हो रहा है और अगर हो भी रहा है तो उसमें भी कुछ न कुछ कर्मचारियों द्वारा त्रुटियां छोड़ दी जा रही है, जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे एक-दो नहीं कई मामले भभुआ अंचल कार्यालय में रोज देखने को मिल रहा है. यहां दुमदुम पंचायत के अमीन राय ने बताया कि मेरे द्वारा खरीदी की गयी पांच डिसमिल का दाखिल खारिज कुछ वर्षों पहले ही करा दिया गया और रसीद भी कटती है, लेकिन सारे कागजात सही देने के बाद भी खाता नंबर गलत चढ़ाया गया है और इसी पर राजस्व रसीद कटते भी आ रहा है, लेकिन जब सर्वे में कागज जमा करने गया तो पता लगा कि खाता नंबर ही गलत है. औरैयादेव के बंटी सिंह ने बताया कि मेरे सभी कागजात सही हैं, फिर भी कर्मचारी द्वारा मेरे परिमार्जन पर आर बार क्लेम लगा दिया जा रहा है, साथ ही फोन करने पर कर्मचारी द्वारा बताया जाता है कि जब हम चाहेंगे तभी हो पायेगा, अगर हम चाहेंगे तो उसको सही करेंगे अगर चाहेंगे तो गलत करेंगे, नहीं तो पैसा दे दीजिये आपका काम हो जायेगा. ऐसे कई मामले प्रतिदिन भभुआ अंचल कार्यालय में देखने को मिल जायेंगे. जहां सर्वे के लिये जमा किये जा रहे कागजातों को सुधरवाने को लेकर किसानों की रोज काफी भीड़ लग रही है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version