कर्मनाशा. पीडीडीयू-गया रेलखंड के कर्मनाशा रेलवे स्टेशन के पास ओवरब्रिज बनाने व कोरोना काल से बंद पड़े ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शनिवार से रेलवे स्टेशन के पास आमरण अनशन शुरू कर दिया. आमरण अनशन के समर्थन में कर्मनाशा बाजार के व्यवसायियों ने पूरे दिन अपनी-अपनी दुकानें बंद रखीं तथा मौके पर काफी संख्या में लोगों की मौजूदगी बनी रही. इसकी सूचना पाकर रेलवे विभाग, अंचलाधिकारी व थानाध्यक्ष दुर्गावती अनशन स्थल पर पहुंचे थे. दरअसल, कर्मनाशा रेलवे स्टेशन के दक्षिण तरफ कर्मनाशा बाजार अवस्थित है तथा रेलवे स्टेशन के उत्तर तरफ लरमा, जमुरनी, छाता, करारी दसौती, मदनपुरा, जेवरी सहित करीब एक दर्जन गांवों के लोग निवास करते हैं. इन सभी गांव के लोग मार्केट करने हजारों की संख्या में कर्मनाशा बाजार पहुंचते हैं तथा रेलवे स्टेशन के उत्तर तरफ के गांव के छात्र-छात्राएं भी पढ़ने के लिए कर्मनाशा बाजार आते हैं. कर्मनाशा बाजार में सरकारी हाइस्कूल व प्राइवेट इंटर तक के स्कूल भी हैं, लेकिन स्कूलों के बच्चों को कर्मनाशा पढ़ने आने के लिए रेलवे लाइन क्रॉस कर आना पड़ता है. साथ ही इन गांव के लोगों को चारपहिया वाहन से कर्मनाशा पहुंचने के लिए 8 से 12 किलोमीटर की बेवजह दूरी तय कर चक्कर लगाना पड़ता है. ओवरब्रिज बन जाने के बाद यह दूरी काफी कम हो जायेगी और लोग आसानी से कर्मनाशा बाजार पहुंच सकेंगे. ओवरब्रिज नहीं रहने से लोगों को रेलवे लाइन क्रॉस करने के दौरान भारी सावधानी बरतनी पड़ती है. जबकि, जरा सी चूक होने पर कई लोग काल के गाल में समा चुके हैं. कई बार वहां पर लोग घटना दुर्घटना का दंश भी झेल चुके हैं. ओवरब्रिज नहीं बनने से कर्मनाशा बाजार सहित क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. इसको लेकर ग्रामीण कई बार पूर्व में धरना प्रदर्शन व अनशन भी कर चुके हैं. लेकिन अभी तक ओवरब्रिज नहीं बन सका है और न ही कोरोना काल से बंद ट्रेनें यहां रुक रही है, जिससे लोगों को बनारस व अन्य जगहों पर जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. लोग मुगलसराय, बनारस व मोहनिया जाकर ट्रेनों को पकाने को मजबूर हैं. लोगों का कहना है कि जब भी इस क्षेत्र के लोग अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन करते हैं, तो अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों द्वारा केवल आश्वासन ही दिया जाता है. लेकिन, धरना प्रदर्शन समाप्त होने के बाद मांगें पूरी नहीं होती हैं. इसको लेकर शनिवार से कर्मनाशा बाजार निवासी शुभम कुमार गुप्ता व पिंटू गुप्ता सहित कई अन्य लोगों ने पुनः आमरण आसान शुरू कर दिया. अनशनकारियों का कहना था कि हम लोगों द्वारा रेलवे विभाग व जिले के अधिकारियों को पहले से ही कार्यक्रम की लिखित जानकारी दे दी गयी है. शनिवार की सुबह अनशनकारी पहले कर्मनाशा रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म की बगल में अनशन पर बैठना चाहते थे. लेकिन रेलवे विभाग द्वारा वहां उन्हें अनशन पर बैठने की इजाजत नहीं दी गयी. उसके बाद अनशनकारी रेलवे स्टेशन से नजदीक दक्षिण तरफ सड़क पर बैठ गये. उनके सपोर्ट में बाजार के काफी संख्या में लोग आ गये. कर्मनाशा बाजार की सभी छोटी बड़ी दुकानें बंद हो गयीं. सूचना पाकर रेलवे विभाग के अधिकारी व दुर्गावती के अंचलाधिकारी सानंद कुमार व थानाध्यक्ष गिरीश कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गये और अनशनकारियों को अपने अनुसार समझाने-बुझाने की कोशिश की गयी. लेकिन अनशनकारी अपनी मांगों को लेकर अनशन पर बैठे रहे. उनके समर्थक में खजुरा पंचायत के मुखिया संजय मल्होत्रा, पूर्व मुखिया सौरभ पासवान, जनसू राज के जिलाध्यक्ष आनंद सिंह, डाॅ धनंजय सिंह, राहुल कुमार, करण गुप्ता, रौशन गुप्ता, छोटेलाल मरांडी, तस्लीम अली, नवल किशोर यादव, नारद तिवारी सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे.
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