खाद की कालाबाजारी में पकड़ाये, तो प्राथमिकी सहित रद्द हो जायेगा लाइसेंस

खरीफ सीजन में खाद की कालाबाजारी में पकड़े गये दुकानदार पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए लाइसेंस रद्द करने की भी कार्रवाई की जायेगी. खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए मोहनिया तथा भभुआ अनुमंडल के लिए अलग -अलग छापेमारी दल का गठन किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 28, 2024 9:09 PM
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भभुआ. खरीफ सीजन में खाद की कालाबाजारी में पकड़े गये दुकानदार पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए लाइसेंस रद्द करने की भी कार्रवाई की जायेगी. खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए मोहनिया तथा भभुआ अनुमंडल के लिए अलग -अलग छापेमारी दल का गठन किया गया है. गौरतलब है कि जिले में धान की रोपनी आरंभ हो गयी है. किसान खाद के लिए भी बाजारों का चक्कर लगाने लगे हैं. इधर, इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी रेवती रमण ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा किसानों को हर हाल में उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराया जायेगा. खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए दोनों अनुमंडल में छापेमारी दल का गठन किया गया है और उचित दाम पर बिक्री को लेकर निरंतर सघन छापेमारी अभियान चलाने का निर्देश दिया गया. साथ ही उर्वरक की कालाबाजारी और जमाखोरी को रोकने को लेकर सभी उर्वरक निरीक्षकों को अपने क्षेत्र अंतर्गत अधिक मात्रा में उर्वरक बिक्री करने वाले खाद प्रतिष्ठानों पर निरंतर सतत निगरानी बनाये रखने का भी निर्देश दिया गया. सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को खाद दुकानों के स्टॉक, बिक्री पंजी आदि के नियमित जांच करने का निर्देश दिया गया है. प्रत्येक प्रखंड में उर्वरक निगरानी समिति भी खाद के उपलब्धता और बिक्री का अनुश्रवण कर जिला मुख्यालय को अपनी रिपोर्ट भेजेगी. छापेमारी दल द्वारा खाद दुकानों की जांच लगातार की जायेगी. अगर किसी दुकानदार द्वारा उचित मूल्य से अधिक दाम पर खाद बेचे जाने का मामला जांच में सही पाया जाता है, तो तत्काल दुकानदार का लाइसेंस रद्द करने के साथ उसके खिलाफ संबंधित थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करायी जायेगी. इन्सेट 2 जिले में पर्याप्त मात्रा में खाद का स्टॉक उपलब्ध भभुआ. जिले में वर्तमान में अभी खाद का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. इसकी जानकारी देते हुए जिला कृषि पदाधिकारी रेवती रमण ने बताया कि जुलाई माह में जिले में यूरिया खाद की मांग 6240.51 एमटी की है. लेकिन, अभी जिले में यूरिया का स्टॉक 12837 एमटी से भी कुछ अधिक है. इसी तरह जुलाई माह में डीएपी खाद की मांग 538 एमटी है. लेकिन, वर्तमान में जिले के पास डीएपी खाद 1276 एमटी उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त अगस्त माह के प्रथम सप्ताह में भी कंपनियों के उर्वरक रैक जिले को प्राप्त होने वाले हैं. किसानों को किसी भी कीमत पर खाद की कमी नहीं होने दी जायेगी.

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