आसमान से बरस रही आग, पारा 44 डिग्री के पार

शहर में शनिवार का दिन इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा, चिलचिलाती धूप और 10 किमी की रफ्तार से चले गर्म हवाओं के कारण दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. शनिवार को तो हालत यह थी कि दिन के छह घंटे पारा 44 डिग्री से अधिक रहा

By Prabhat Khabar News Desk | May 18, 2024 8:50 PM
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भभुआ सदर. शहर में शनिवार का दिन इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा, चिलचिलाती धूप और 10 किमी की रफ्तार से चले गर्म हवाओं के कारण दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. शनिवार को तो हालत यह थी कि दिन के छह घंटे पारा 44 डिग्री से अधिक रहा, तो इसमें भी दो घंटे 45 डिग्री पर स्थिर रहा. दरअसल यह इस सीजन का अब तक का सबसे ज्यादा तापमान है. अब तक पारा 42 से ऊपर तो चढ़ा था, लेकिन पहली बार इसने 45 का भी स्तर छू लिया है. हालांकि, रात के तापमान में मामूली गिरावट भी दर्ज की गयी है. इसके पूर्व छह मई को शहर का पारा 43 डिग्री के पार गया था. शनिवार को दक्षिण पश्चिम से आ रही गर्म हवाओं और प्रचंड धूप के चलते दिन का तापमान बढ़ा रहा. शुक्रवार सुबह से दोपहर होते-होते लू और गर्म थपेड़ों की मार बढ़ती गयी. इसका असर सड़कों व मोहल्लों में देखने को मिला. शनिवार को संध्या पांच बजे तक सड़क व गलियों में सन्नाटा पसरा रहा. = तेज धूप से राह चलना हो गया दुश्वार शनिवार को आलम यह रहा कि सुबह 8 बजे ही धूप गर्मी बरसाने लगीं और गर्म हवाओं के थपेड़े सितम ढाने लगे. तीखी धूप ने लोगों को झुलसाया तो रही सही कसर 10 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चले गर्म हवा के थपेड़ों ने पूरी कर दी. तेज धूप के कारण शहर में तो राह चलना दुश्वार हो गया. लोगों के हलक सूखने लगे. गर्मी के चलते दिन में घरों और दफ्तरों मेें कूलर व एसी फुल पर चलते रहे. लोग पूरा शरीर ढक कर बाहर निकले या फिर छाता उनके हाथों में दिखा. प्रचंड धूप ने पसीना बहाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इधर चिकित्सक भी सलाह दे रहे हैं कि धूप में जाने से बचें, लेकिन मजबूरी में लोगों को काम पर जाना पड़ता है. गर्मी बढ़ने से शहर के विभिन्न बाजारों में घूमने वाले लोग लस्सी, कोल्ड ड्रिंक्स, गन्ने का रस, फलों के जूस, नारियल पानी, सत्तू ड्रिंक समेत अन्य पेय पदार्थों का सेवन करते दिखायी पड़े. इधर, गर्मी और गर्म हवाओं के चलते सरकारी कार्यालयों में भी शनिवार को लोग कम पहुंचे. = धूप व गर्मी से बच्चों को हो रही अधिक परेशानी गर्मी की छुट्टी के बाद सरकारी स्कूलों में पढ़ाई तो शुरू हो गयी है. लेकिन, अब प्रचंड धूप और गर्मी ने स्कूली बच्चों को परेशान कर दिया है. सुबह स्कूल आने वक्त तो बच्चों को कोई परेशानी नहीं हो रही है लेकिन दोपहर में छुट्टी के वक्त बच्चे और अभिभावकों की हालत खराब हो जा रही है. ऐसी गर्मी में कोई बड़ा भी चार कदम चल ले तो शरीर का पानी सूख जाता है, ऐसे में बच्चों को इसी गर्मी का सामना करने हुए स्कूल से घर तक का सफर तय करना पड़ रहा है. = शहर में सताने लगा जल संकट इधर बढ़ते तापमान के बीच शहर के लोगों को अब जलसंकट की समस्या भी सताने लगी है. इधर, शनिवार से अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, तो न्यूनतम भी 31 डिग्री सेल्सियस रहा. भीषण गर्मी, लू से पशु-पक्षी भी आहत है. ग्रामीण क्षेत्रों में पशुधन पानी की तलाश में भटक रहे है, तो झुलसाती धूप से बचने के लिए दोपहर के समय पेड़ों की छांव भी नहीं मिल रही. मौसम के इन तेवरों से ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में पेयजल की समस्या ने विकराल रूप लेने लगा है. पेयजल की समस्या को लेकर क्षेत्र के लोग काफी परेशान है. = बिजली की अघोषित कटौती भी बढ़ा रही परेशानी आसमान से बरस रहे अंगारों के कारण घरों में लगे पंखे व कूलर भी गरम हवा दे रहे हैं. देर रात तक तपिश से राहत नहीं मिल पा रही है. जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की घोषित कटौती और अघोषित रूप से विद्युत आपूर्ति ठप होने से आमजन बेहाल हो रहा है. तन झुलसाने वाली सूरज की गर्मी और लू के थपेड़ों ने लोगों की परेशानियों में इजाफा कर दिया है. भीषण गर्मी के चलते दोपहर में अधिकतर लोग घरों में कूलर और एसी का शरण लेने पर विवश हो गये हैं. इस दौरान सड़कों व बाजारों में लगभग सन्नाटा ही छाया रहा. लोग जरूरी कामकाज होने पर भी दोपहर में बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे.

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