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चार घंटे तक ग्रामीणों ने स्कूल को घेरे रखा, भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकाले गये सांसद

स्थानीय थाना क्षेत्र के नाथूपुर गांव को जाने वाली सड़क के किनारे स्थित एक निजी विद्यालय के प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच हुए रास्ते के विवाद को लेकर मारपीट के बाद चार घंटे तक आक्रोशित ग्रामीण लाठी-डंडे से लैस होकर स्कूल को घेर रहे

कुदरा. स्थानीय थाना क्षेत्र के नाथूपुर गांव को जाने वाली सड़क के किनारे स्थित एक निजी विद्यालय के प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच हुए रास्ते के विवाद को लेकर मारपीट के बाद चार घंटे तक आक्रोशित ग्रामीण लाठी-डंडे से लैस होकर स्कूल को घेर रहे. हालांकि, सूचना में पहुंचे एसपी व भारी संख्या पुलिस बल की उपस्थिति में किसी तरह घायल सांसद को स्कूल से बाहर निकाल इलाज के लिए भेजा गया. लेकिन इसके बाद भी आक्रोशित ग्रामीणों ने सांसद को स्कूल से निकलने के दौरान काफी दूर तक पीछा किया. हालांकि, पुलिस द्वारा ग्रामीणों को रोककर सुरक्षित सांसद को इलाज के लिए मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया. इसके बाद भी ग्रामीण नाथूपुर गांव की सड़क पर सैकड़ों की संख्या में लाठी डंडे से लैस होकर डटे रहे. काफी संख्या में ग्रामीणों को देख तत्काल पुलिस लाइन से भारी संख्या में पुलिस जवान के साथ जिले के सभी थाने से थानाध्यक्ष व पुलिस अधिकारी के साथ मोहनिया और भभुआ के डीएसपी को बुलाया गया, जहां ग्रामीणों और स्कूल प्रबंधन के बीच एसपी द्वारा कई बार बातचीत की गयी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकाला. इसके बाद पुलिस द्वारा जब बलपूर्वक ग्रामीणों को खदेड़ा गया, तो ग्रामीण भाग कर अपने गांव में पहुंच गये. बढ़ते विवाद को देखते हुए महिला-पुरुष पुलिस जवान के साथ-साथ काफी संख्या में पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे थे. विद्यालय पूरी तरह से छावनी में तब्दील हो गया था. अलाम यह था कि दोनों तरफ से पथराव, लाठी-डंडे से मारपीट व तोड़फोड़ से स्थिति काफी भयावह हो गयी थी. यहां विद्यालय में पढ़ रहे बच्चे मारपीट, तोड़फोड़ के दौरान काफी सहमे थे. इधर, इसकी सूचना आग की तरह पूरे जिले में फैली, तो विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावक भी काफी चिंतित हो गये. कई अभिभावक विद्यालय पहुंच बच्चों को अपने साथ ले गये. नाथूपुर गांव को जाने वाली सड़क के किनारे स्थित स्कूल प्रबंधन व नाथूपुर के ग्रामीणों के बीच उपजे विवाद के बाद हुई दोनों तरफ से मारपीट में सांसद सहित चार लोग घायल हो गये. इधर घटना की सूचना पर पहुंचे एसपी हरिमोहन शुक्ला के साथ सांसद के परिजनों द्वारा धक्का मुक्की की गयी. सांसद के परिजनों का कहना था कि जब जान चली जायेगी तो पुलिस आयेगी. हालांकि एसपी की उपस्थिति में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सांसद को उन्हीं के वाहन से इलाज के लिए स्कूल से बाहर निकल गया. हालांकि ग्रामीणों ने काफी दूर तक पीछा किया, लेकिन पुलिस की सक्रियता के कारण आसानी से सुरक्षित सांसद स्कूल से बाहर निकल गये. # स्कूल प्रबंधन की तरफ से एक युवक हिरासत में # नाथूपुर में मारपीट में सूचना पर पहुंचे एसपी व भारी संख्या पुलिस बाल की उपस्थिति में स्कूल प्रबंधन की तरफ से एक युवक द्वारा वार्ता करने के दौरान कहा गया कि आप यहां से चले जाइए, हम सभी लोगों को देख लेंगे. इस मामले को लेकर एसपी ने काफी गंभीरता से लिया और तत्काल युवक को फटकार लगाते हुए उसे पुलिस हिरासत में ले लिया गया. इसके साथ ही विद्यालय परिसर में भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गयी. सीसीटीवी फुटेज सहित विद्यालय के कई कमरों का सर्च किया गया. हिरासत में लिया गया युवक सांसद का परिजन बताया जाता है. सभी बच्चों को सुरक्षित भेजा गया उनके घर निजी विद्यालय के प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच उपजे विवाद के बाद हुई मारपीट के दौरान विद्यालय में बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. सूचना पहुंचे एसपी की उपस्थिति में सभी बच्चों को सुरक्षित बस से स्कूल से बाहर निकाल और उनके घर तक पहुंचाया गया. बस के साथ 112 पुलिस वाहन को भी साथ में भेजा गया था. ऐसे में पूरे विवाद व मारपीट के दौरान स्कूल में बच्चे काफी सहमे थे. परिजन भी काफी परेशान थे. काफी संख्या में परिजन अपने बच्चों को लेने के लिए समय से पहले ही विद्यालय पहुंच गये थे, जो अपने निजी वाहन से बच्चों को घर तक ले गये. # क्या कहते हैं ग्रामीण इस संबंध में नाथूपुर के ग्रामीणों ने बताया कि पैक्स अध्यक्ष के चुनाव में जीतने के बाद जुलूस लेकर हम लोग जा रहे थे. नाथूपुर गांव आने वाली सड़क के किनारे विद्यालय स्थित है. विद्यालय के पास तीनों लेने में स्कूल की बस खड़ी थी. उसे हटाने के लिए कहा गया, जिसको लेकर स्कूल प्रबंधन द्वारा नहीं हटते हुए गाली-गलौज और मारपीट तक शुरू कर दी गयी. सांसद के भाई मृत्युंजय भारती द्वारा अपने स्कूल के कर्मियों व सांसद के अंगरक्षक को भेज कर ग्रामीणों को पिटवा दिया गया. सांसद के लोगों द्वारा ग्रामीणों को इतनी बुरी तरह से पीटा गया कि एक रिटायर्ड डीएसपी समेत दो लोग जख्मी हो गये हैं. ग्रामीणों द्वारा फायरिंग करने का भी आरोप लगाया गया है. ग्रामीणों ने सांसद, स्कूल के कर्मी व परिजनों पर हमला करने का आरोप लगाते हुए उनके ऊपर कार्रवाई करने की मांग की है. # क्यों शुरू हुआ विवाद कुदरा थाना क्षेत्र के तीन पैक्स में बुधवार को मतदान शांतिपूर्ण संपन्न होने के बाद गुरुवार को मतगणना की गयी. इसमें चिलबिली से सुनील कुमार चौबे पैक्स अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित घोषित किये गये. इनके जीत को लेकर नाथूपुर के ग्रामीण जुलूस लेकर विद्यालय के समीप से होकर गुजर रहे थे, इस दौरान विद्यालय के सामने सड़क पर ग्रामीणों की जानकारी के अनुसार तीनों लेन में स्कूल के वाहन खड़े थे. वहां रास्ते के विवाद को लेकर स्कूल प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच विवाद शुरू हुआ. इस दौरान लाठी डंडे और पथराव के बीच स्थानीय सांसद मनोज राम सहित चार अन्य लोग घायल हो गये. घायलों में ग्रामीणों के तरफ से पूर्व डीएसपी अखिलेश कुमार चौबे सहित सुरक्षाकर्मी व अन्य लोग शामिल हैं. # क्या कहते हैं सांसद के भाई सांसद के भाई मृत्युंजय भारती ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा विजय जुलूस निकाला जा रहा था ,वह जैसे ही स्कूल पर पहुंचे उनके द्वारा स्कूल बस के दो चालकों को बगैर किसी कारण के बुरी तरह से पिटाई कर दी गयी, जिसमें वह घायल हो गये. इसे लेकर जब हम लोग वहां पहुंचे तो ग्रामीणों द्वारा सांसद समेत हम लोगों पर हमला कर दिया गया, जिसमें सांसद जख्मी हो गये हैं. ग्रामीणों द्वारा स्कूल पर पथराव किया गया. स्कूल में तोड़फोड़ की गयी और गेट को भी तोड़ दिया गया. ग्रामीण द्वारा लगातार पथराव के साथ स्कूल को चारों तरफ से घर लिये और सांसद समेत हम सभी लोगों को स्कूल में बंधक बनाये रखा. हम लोग किसी तरह से अपना बचाव कर रहे थे, जहां पुलिस के आने के बाद किसी तरह हम लोगों को बाहर निकल गया है. सांसद के भाई ने हमला करने वाले लोगों पर कार्रवाई करने की मांग पुलिस से की गयी है.

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