कैमूर न्यूज : चालक का पहचान पत्र, मोबाइल और पिस्टल के साथ-साथ पांच गोलियां भी बरामद
भभुआ कार्यालय.
बुधवार की दोपहर भभुआ शहर के बेलवतिया चौक के पास कैमूर स्तंभ के बगल स्थित चाय दुकान पर वन विभाग के चालक के पद पर कार्यरत रंजीत कुमार सिंह ने शराब के नशे में दिनदहाड़े दहशत फैलाने के उद्देश्य से फायरिंग कर दी. मौके पर ही उसे हथियार के साथ कैमूर पुलिस की डीआइयू व गश्ती दल की टीम ने गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से वन विभाग से जारी चालक का पहचान पत्र, मोबाइल और पिस्टल के साथ-साथ पांच गोलियां भी बरामद हुई हैं. गिरफ्तार वन विभाग का चालक रंजीत कुमार सिंह शहर के वार्ड नंबर छह का रहने वाला है. रंजीत वन विभाग में संविदा पर पिछले आठ सालों से कम कर रहा था.जांच में शराब के नशे में पाया गया चालक
दरअसल, कैमूर पुलिस की डीआइयू टीम एक आपराधिक मामले में अपराधियों की तलाश में कैमूर स्तंभ पर सिविल ड्रेस में तैनात थी. वहीं कुछ ही दूर पर गश्ती दल की गाड़ी भी मौजूद थी. इसी दौरान चाय की दुकान पर वन विभाग का चालक रंजीत अपनी कमर से पिस्तौल निकाली और दहशत फैलाने के उद्देश्य से फायरिंग कर दी. अचानक फायरिंग किये जाने से वहां पर अफरातफरी मच गयी. इसके तत्काल बाद सिविल ड्रेस में तैनात पुलिस के जवान फायरिंग वाली जगह पर पहुंचे और रंजीत को पकड़ना चाहा, लेकिन सिविल ड्रेस में देखकर रंजीत पुलिस वालों को पहचान नहीं पाया और उन्हें बोला कि वे दूर हट जाएं, नहीं तो इस पिस्टल में पांच और गोलियां मौजूद हैं. इस बीच सादे लिबास में पुलिस के जवान व गश्ती दल की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए रंजीत को हथियार के साथ पकड़ लिया. रंजीत की पिस्टल की मैगजीन में एक गोली फायरिंग होने के बाद पांच गोली मौजूद थी. जब थाने लाकर ब्रेथ एनेलाइजर मशीन से जांच की गयी, तो पाया गया कि वह शराब के नशे में है. इधर, घटना के बाद थोड़ी देर के लिए कैमूर स्तंभ पर अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी, जहां दिनदहाड़े अचानक की गयी फायरिंग से वहां मौजूद सादे लिबास में पुलिसकर्मी से लेकर आम लोग भी काफी दहशत में आ गये और इधर-उधर भागने लगे.हथियार छीनने का किया गया प्रयास
इधर, गिरफ्तार चालक रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि वह वन विभाग से अखिलासपुर बस स्टैंड गया हुआ था. वहां से वापस वन विभाग लौट रहा था, तो इसी क्रम में चार बदमाश किस्म के लोग उसके पीछे लग गये. जब वह कैमूर स्तंभ के पास पहुंचा, तो उसके पास रहा हथियार अज्ञात बदमाशों द्वारा छीनने का प्रयास किया गया. इसके कारण मुझे फायरिंग करनी पड़ी. मैं पिछले आठ सालों से वन विभाग में डीएफओ साहब की गाड़ी चलाता हूं. हालांकि, पुलिस उक्त बातों को गलत बता रही है. वहां पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने बताया कि उक्त व्यक्ति द्वारा शराब के नशे में दहशत फैलाने के उद्देश्य से दिनदहाड़े चौक पर फायरिंग की गयी है.चालक के पद से पहले ही हटाया
इधर, इस मामले में पूछे जाने पर वन विभाग के डीएफओ चंचल प्रकाशम ने बताया कि रंजीत कुमार पहले वन विभाग में संविदा पर चालक के रूप में कार्यरत था. उसे काफी पहले हटाया जा चुका है. वह मेरी गाड़ी कभी भी नहीं चलता था. मेरी गाड़ी सरकारी चालक द्वारा चलायी जाती है.
क्या कहते हैं थानेदार
थानेदार मुकेश कुमार ने बताया कि शहर के कैमूर स्तंभ के पास अपने हथियार से दहशत फैलाने के उद्देश्य से फायरिंग करने के मामले में रंजीत कुमार सिंह को गश्ती दल की पुलिस व डीआइयू की टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया है. साथ ही उनकी पिस्टल को भी जब्त कर लिया गया है. जांच में भी वह शराब के नशे में पाये गये हैं, उनका हाथ धुलवाकर पानी का सेंपल भी रखा गया है, जिसकी जांच के लिए एफएसएल को भेजा जा रहा है.
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