भभुआ कार्यालय. अखलासपुर एसबीआइ के मैनेजर और कर्मियों से बैंक को तकनीकी सहायता देने वाली एजेंसी के एक कर्मी ने ठेके में पैसा लगाने पर हर महीने मोटा मुनाफा देने का प्रलोभन देकर करोड़ों रुपये की ठगी कर ली है. इनमें 17 लाख रुपये ठगी के शिकार हुए मैनेजर सतीश कुमार ने भभुआ थाने में ठगी करने वाले मुख्य आरोपित भोजपुर के वेद प्रकाश व उसके अन्य सहयोगियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. भोजपुर जिले के संदेश थाना अंतर्गत रामासाढ गांव का रहने वाला वेद प्रकाश एसबीआइ अखलासपुर में तकनीकी सहायता देने वाली एजेंसी की तरफ से काम करता था. इसी दौरान वेद प्रकाश की नजदीकी बैंक के मैनेजर सतीश कुमार समेत अन्य कर्मियों से बढ़ गयी. उसने बैंक मैनेजर को प्रलोभन दिया कि उसे स्कूलों में कंप्यूटर सप्लाइ समेत कई अन्य तरह का ठेका मिला हुआ है. अगर उसमें 17 लाख रुपये लगाये जाते हैं, तो उन्हें वह 85000 हर महीने देगा और छह महीने बाद वह 17 लाख रुपये वापस कर देगा. अगर वापस नहीं कर पता है, तो जब तक पैसा वापस नहीं होता है, तब तक 85000 रुपये महीना देता रहेगा. वेद प्रकाश द्वारा दिये गये प्रलोभन में बैंक मैनेजर आ गये और उन्होंने वेद प्रकाश को 17 लाख रुपये दे दिये. 17 लाख रुपये में 10 लाख रुपये उन्होंने वेद प्रकाश के बैंक खाते व सात लाख रुपये उसे नकद दिये. कुछ महीने वेद प्रकाश द्वारा बैंक मैनेजर सतीश कुमार को 85000 रुपये महीना दिया भी गया और उसके बाद उसने पैसा देना बंद कर दिया. पैसा मांगने पर जान मारने की देता है धमकी बैंक मैनेजर द्वारा भभुआ थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के मुताबिक, जब वेद प्रकाश द्वारा हर महीने दिये जाने वाला 85000 रुपये देना बंद कर दिया गया, तो करीब एक साल बाद उन्होंने उसे अपना मूलधन मांगा, तो वह टालमटोल करने लगा. कभी वह कहता था कि कंप्यूटर सप्लाइ का पैसा नहीं मिला है, मिलने के बाद देंगे. कभी वह अन्य बहाना बनाकर टालमटोल करने लगा. बाद में पैसा मांगने पर वह जान मारने की धमकी ने लगा. साथ ही एक बार जब उससे पैसा मांगने उसके घर गये, तो वह इन पर जानलेवा हमला भी कर दिया. ठगी करने वाले गिरोह में कई लोग हैं शामिल बैंक मैनेजर सतीश कुमार ने अपनी प्राथमिक में बताया है कि वेद प्रकाश के साथ धोखाधड़ी और हेराफेरी करने में कई अन्य लोग भी उसके सहयोगी हैंं. वेद प्रकाश के साथ उसका साला भी इस धोखाधड़ी और हेराफेरी में सहयोग करता है. उसके द्वारा पैसा मांगने पर धमकी भी दी जाती है. धोखाधड़ी और हेराफेरी का शिकार होने के बाद बैंक मैनेजर ने जब जानकारी इकट्ठा की, तो पता चला कि वेद प्रकाश द्वारा अन्य बैंककर्मियों से भी इसी तरह का प्रलोभन देकर करीब एक करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की गयी है. क्या कहते हैं थानेदार भभुआ थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया अखलासपुर स्टेट बैंक के मैनेजर द्वारा 17 लाख रुपये की ठगी किये जाने की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पुलिस द्वारा मामले की जांच कर कार्रवाई की जा रही है.
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