Loading election data...

विद्यालय में छात्राओं से करायी जाती है साफ-सफाई

भगवानपुर के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में छात्राओं से ही साफ-सफाई करायी जाती है. इसके लिए आवासीय परिसर में छात्राओं का दिन के अनुसार विधिवत रूटीन लगाया गया था

By Prabhat Khabar News Desk | August 28, 2024 9:06 PM

भभुआ कार्यालय. भगवानपुर के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में छात्राओं से ही साफ-सफाई करायी जाती है. इसके लिए आवासीय परिसर में छात्राओं का दिन के अनुसार विधिवत रूटीन लगाया गया था, कौन सी छात्रा किस दिन साफ-सफाई करेगी, इसका विधिवत रूटीन बनाकर आवासीय परिसर में शौचालय के पास लगाया गया था. इसका खुलासा बुधवार को डीएम सावन कुमार द्वारा भगवानपुर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के औचक निरीक्षण में हुआ. खास बात यह कि शौचालय के गेट पर जिस तरह से छात्राओं के नाम से साफ-सफाई का रूटीन लगा हुआ था, उसे देखकर डीएम ने जब वार्डन से पूछा कि क्या यहां छात्राओं से शौचालय भी साफ-सफाई करायी जाती है, तो वार्डन ने बताया कि छात्राओं से शौचालय नहीं साफ करायी जाती है बल्कि कमरा साफ सफाई करायी जाती है. शौचालय साफ सफाई के बाबत जब वार्डन से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि शौचालय की साफ-सफाई के लिए एक दिन स्वीपर आता है. डीएम ने शौचालय के सामने साफ सफाई के लिए छात्राओं के नाम की रूटीन देख यह आशंका हुई कि शौचालय भी छात्राओं से ही साफ-सफाई करायी जाती है. इसके बाद डीएम ने उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार को छात्राओं से पूछताछ कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है. डीएम ने बताया कि जांच के क्रम में यह पाया गया कि छात्राओं से ही साफ सफाई करायी जाती है, जो काफी गंभीर मामला है. इसे लेकर तत्काल वार्डन और संचालक पर कार्रवाई का आदेश दिया गया है. इसके साथ ही इसकी भी जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है कि छात्राओं से क्या-क्या काम कराया जाता है. डीएम ने कहा कि यह गंभीर मामला है. डीपीओ के प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा जायेगा. जांच के दौरान सभी छात्राएं स्कूल में पढ़ाई करने गयी थी. इसके कारण उनसे डीएम वास्तविक स्थिति की जानकारी नहीं ले सके, जिसे लेकर उन्होंने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि वे छात्राओं से बयान लेकर विधिवत जांच रिपोर्ट सौंपेंगे. शौचालय के सामने छात्राओं के नाम का सूची लगे होने के कारण डीएम को यह आशंका हुई है कि कहीं छात्राओं से ही वार्डन द्वारा शौचालय तो नहीं साफ करायी जाती है. इसे लेकर डीएम ने शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को छात्राओं का बयान लेकर जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है. =मेनू के अनुसार नहीं दिया जाता है खाना डीएम ने जांच के क्रम में यह पाया कि वहां की छात्राओं को मेनू के अनुसार खाना भी नहीं दिया जाता है और ना ही कोई मेनू का बोर्ड लगा हुआ है. जांच के क्रम में वार्डन द्वारा जो खाना देने की बात बतायी गयी, वह भी जांच के क्रम में बना हुआ नहीं पाया गया. इसके अलावा जब डीएम ने खरीदारी रजिस्टर की जांच की, तो पाया एक ही दुकान से आवासीय विद्यालय में सप्लाई का सारा सामान खरीदा गया है. उसमें 12000 का पनीर, 17000 रुपये का चिकन खरीदारी दिखाया गया है, जबकि खाने में ऐसा कुछ भी नहीं मिला. डीएम ने जांच के क्रम में खाने में भी भारी गड़बड़ी व अनियमितता पायी है. डीएम ने आवासीय विद्यालय की व्यवस्था देख तत्काल वहां के वार्डन कल्पना कुमारी व संचालक अरविंद सिंह पर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है. = डीपीओ ने छात्राओं का लिया बयान डीएम की जांच में गड़बड़ी पाये जाने के बाद उनके आदेश पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार द्वारा स्कूल में जाकर छात्रों से अलग-अलग बयान लिया गया है, जिसमें छात्राओं द्वारा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार को शौचालय साफ करने की भी शिकायत की गयी है. इसके साथ ही जांच के क्रम में यह पाया गया कि आवासीय विद्यालय में वार्डन द्वारा कुत्ता पाल गया है, जो नियम के विपरीत है. इसके अलावा जो उन्हें आई कार्ड दिया गया है उसे लेकर 80 रुपये भुगतान किया गया है. लेकिन आई कार्ड भी 80 रुपये के लायक नहीं पाया गया. जांच के क्रम में कई गड़बड़ियां सामने आयी है, जिसे लेकर कार्रवाई के लिए विधिवत रिपोर्ट तैयार की जा रही है. =क्या कहते हैं डीएम डीएम सामान कुमार ने बताया कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय भगवानपुर की जांच में कई गड़बड़ियां सामने आयी है. छात्राओं से कमरा साफ-सफाई की बात वार्डन द्वारा स्वीकार की गयी है. शौचालय साफ सफाई की आशंका पर शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी से प्रतिवेदन की मांग की गयी है. वार्डन व संचालक पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जायेगी. जांच रिपोर्ट आते ही कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा जायेगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version