निजी विद्यालय के संचालकों के प्रति सरकार का रवैया ठीक नहीं : राष्ट्रीय अध्यक्ष
सभी मामलों में सरकार निजी विद्यालय संचालकों को आये दिन परेशान करती रही है. जबकि, निजी विद्यालय आज भी बेस्ट क्वालिटी की शिक्षा छात्रों को प्रदान करते हैं
भभुआ नगर. सरकार का रवैया निजी विद्यालय संचालकों को परेशान करने का है, चाहे विद्यालय निबंधन का मामला हो, ट्रांसपोर्ट का मामला हो व आरटीई का मामला हो. सभी मामलों में सरकार निजी विद्यालय संचालकों को आये दिन परेशान करती रही है. जबकि, निजी विद्यालय आज भी बेस्ट क्वालिटी की शिक्षा छात्रों को प्रदान करते हैं. उक्त बातें रविवार को लिच्छवी भवन में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर द्वारा आयोजित जिला स्तरीय अधिवेशन के दौरान कैमूर पहुंचे प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्माइल अहमद ने निजी विद्यालय संचालकों को संबोधित करते हुए कहीं. साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि जिला स्तर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी व प्रखंड स्तर के भी पदाधिकारी विद्यालय निबंधन का मामला हो या अन्य मामलों को लेकर परेशान करते हैं व करप्शन में संलिप्त रहते हैं, ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों की सूची शिक्षा मंत्री द्वारा मांगी गयी है. कैमूर जिले में भी इस तरह के मामला सुनने को मिला है. साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जिला शिक्षा पदाधिकारी व प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से आग्रह किया कि जो भी निजी विद्यालय संचालक विद्यालय निबंधन के लिए आवेदन किये हैं, ऐसे विद्यालयों का मान्यता देना सुनिश्चित करें, ताकि 25 प्रतिशत गरीबी रेखा के नीचे के बच्चों का भी नामांकन विद्यालय में हो सके. क्योंकि, मुख्यमंत्री का लक्ष्य है कि एक भी बच्चा विद्यालय से वंचित नहीं रहे. दरअसल, रविवार को प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर संगठन द्वारा जिला स्तरीय अधिवेशन किया गया. जिला स्तरीय अधिवेशन का उद्घाटन प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्माइल अहमद, कार्यकारी जिला अध्यक्ष विजय तिवारी, मानव भारती के निदेशक विकास पांडे, आनंद कुमार सिंह, अनिल दुबे व संतोष कुमार सिंह ने दीप जला कर संयुक्त रूप से किया. कार्यक्रम के दौरान संतलारेंज के विद्यालय की छात्राओं द्वारा गणेश वंदना व बिहार का प्रमुख पर्व छठ गीत को गाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इधर, आयोजित कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कार्यकारी अध्यक्ष विजय तिवारी ने भी जिला प्रशासन पर तीखी प्रहार करते हुए कहा कि जब प्रशासन को निजी विद्यालय संचालकों के विद्यालय की जरूरत होती है, तो वह अपने मन मुताबिक कार्य करते हैं. वहीं, जब निजी विद्यालय संचालक अपनी मांग रखते हैं तो वह बदल जाते हैं. इस दौरान कार्यक्रम का संबोधन कर रहे विकास पांडे व संतोष कुमार सिंह ने भी अपने संबोधन में प्राइवेट यूनियन को आगे बढ़ाने की बात कही. इस दौरान विद्यालय के निदेशक दुर्गेश तिवारी, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रविंद्र चौबे, सोनू कुमार, वीरेंद्र सिंह, विनय सिन्हा, आदर्श कुमार, उपेंद्र नारायण सिंह सहित जिले के कई विद्यालयों के निदेशक व शिक्षक मौजूद थे.
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