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जिले के 38 विद्यालयों में चापाकल बंद, मध्याह्न भोजन योजना प्रभावित

चापाकल बंद रहने व समय से मरम्मत नहीं होने के कारण आये दिन विद्यालयों में चापाकल बंद रहता है, जिसके कारण छात्रों को प्यास बुझाने के लिए भटकना पड़ता है

भभुआ नगर. चापाकल बंद रहने व समय से मरम्मत नहीं होने के कारण आये दिन विद्यालयों में चापाकल बंद रहता है, जिसके कारण छात्रों को प्यास बुझाने के लिए भटकना पड़ता है या प्यास बुझाने के लिए विद्यालय छोड़ कर घर जाना पड़ता है, लेकिन विभाग द्वारा समय से चापाकल की मरम्मत नहीं करायी जा रही है. इसका जीता जागता उदाहरण है कि चापाकल विद्यालय में बंद रहने के कारण जिले के 38 विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना प्रभावित होने के असार हैं या मध्याह्न भोजन बंद हो चुका है. लेकिन, विभाग द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही है. इधर, चापाकल बंद रहने को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्याह्न भोजन ने कार्यपालक अभियंता पीएचइडी को पत्र लिखा है. लिखे गये पत्र में कहा है कि भभुआ, भगवानपुर, चैनपुर, चांद, दुर्गावती, रामपुर, कुदरा व मोहनिया प्रखंड के 38 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व संबंधित प्रखंड साधनसेवी मध्याह्न भोजन योजना द्वारा प्रतिवेदन किया गया है कि विद्यालय में चापाकल खराब हो जाने के कारण विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है, जिस कारण अति शीघ्र चापाकल की मरम्मत आवश्यक है, ताकि विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना प्रभावित न हो. = जरूरत वाले स्कूलों में नहीं लगे सबमर्सिबल विद्यालयों में बच्चों को पीने के पानी की समस्या उत्पन्न न हो व छात्र-छात्राओं को शुद्ध पानी मिले, इसके लिए सरकार स्तर से निर्देश दिया गया था कि नल जल योजना से विद्यालय को जोड़ा जाये. हालांकि, नल जल योजना से विद्यालय नहीं जुड़ने के बाद विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष सबमर्सिबल भी विद्यालय में लगाया जाता है. खास बात यह है कि इस वर्ष भी 200 से अधिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को शुद्घ पानी मिले, इसके लिए सबमर्सिबल लगाया गया है. लेकिन, विभागीय अधिकारियों के मनमाने रवैया के कारण जिस विद्यालय में पानी की समस्या है, वहां सबमर्सिबल नहीं लगाया जाता है, बल्कि पानी का लेयर जहां है यानी जहां 100 फीट बोरिंग करने पर ही सबमर्सिबल चलने लगे, ऐसे विद्यालयों में ही सबमर्सिबल लगा दिया जाता है. इसके कारण आये दिन विद्यालयों में छात्र छात्राओं के बीच पीने के पानी की समस्या उत्पन्न हो जाती है. = खाली पेट ही बच्चे घर लौटने को विवश छात्र-छात्राओं को दोपहर में मिलने वाली मध्याह्न भोजन योजना सरकार का प्राइम प्रोजेक्ट है, इसके बावजूद भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों की गलती के कारण या पानी की समस्या रहने के कारण योजना बंद रहती है. इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ता है कि वे खाली पेट ही पढ़ाई करने के बाद घर लौट जाते हैं. शिक्षा विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि एक दिन भी मध्याह्न भोजन योजना बंद नहीं होनी चाहिए, विभाग द्वारा जिला पदाधिकारी को मॉनिटरिंग करने का भी निर्देश दिया गया है. इसके बावजूद आये दिन पानी की समस्या, विद्यालय में समय से चावल नहीं पहुंचने व एनजीओ द्वारा भोजन सप्लाई करने में लेटलतीफी के कारण समस्या उत्पन्न हो ही जाती है. = इन विद्यालयों में चापाकल है बंद भभुआ : उत्क्रमित मध्य विद्यालय बहेरा भभुआ : प्राथमिक विद्यालय कठोरा भभुआ : न्यू प्राथमिक विद्यालय कमती भगवानपुर : उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुंडवा भगवानपुर : न्यू प्राथमिक विद्यालय भुडकुंडा भगवानपुर : प्राथमिक विद्यालय निबिया भगवानपुर : उत्क्रमित मध्य विद्यालय बलीपुर भगवानपुर : न्यू प्राथमिक विद्यालय मोकरम (सूद) भगवानपुर : उत्क्रमित मध्य विद्यालय अरारी भगवानपुर : कन्या प्राथमिक विद्यालय जैतपुर कला चैनपुर : प्राथमिक विद्यालय नदगांव चैनपुर : न्यू प्राथमिक विद्यालय सलेमपुर चैनपुर : उत्क्रमित मध्य विद्यालय बरूई चांद : प्राथमिक विद्यालय हमीरपुर चांद : प्राथमिक विद्यालय भटनी चांद : उत्क्रमित मध्य विद्यालय बैरी चांद : प्राथमिक विद्यालय सोनवा चांद : उत्क्रमित मध्य विद्यालय धोबहा चांद : उत्क्रमित मध्य विद्यालय बभनियांव चांद : मध्य विद्यालय पाढ़ी चांद : राजकीय बुनियादी विद्यालय अईलाय चांद : उर्दू प्राथमिक विद्यालय करवांदीया दुर्गावती : प्राथमिक विद्यालय मचखिया कुदरा : न्यू प्राथमिक विद्यालय बभंनगांवा कुदरा : न्यू प्राथमिक विद्यालय फकरबाद रामपुर : न्यू प्राथमिक विद्यालय दुबौली रामपुर : न्यू प्राथमिक विद्यालय नवाडीह रामपुर : न्यू प्राथमिक विद्यालय कुरथा रामपुर : प्राथमिक विद्यालय करौंदा रामपुर : उत्क्रमित मध्य विद्यालय झाली रामपुर : प्राथमिक विद्यालय तराव रामपुर : उत्क्रमित मध्य विद्यालय बराव रामपुर : न्यू प्राथमिक विद्यालय चनकी मोहनिया : उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय महरो मोहनिया : न्यू प्राथमिक विद्यालय पंनसेरवा मोहनिया : उत्क्रमित मध्य विद्यालय हरनाथपुर मोहनिया : उत्क्रमित मध्य विद्यालय शुक्ला पिपरा बोले अधिकारी इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्याह्न भोजन ने कहा कि 38 विद्यालयों में चापाकल बंद है, जिसके कारण मध्याह्न भोजन प्रभावित होने के आसार हैं. चापाकलों की मरम्मत के लिए पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखा गया है.

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