मॉनसून की बारिश होने से शहर के कई मुहल्लों और सड़कों की स्थिति नारकीय

गर पर्षद भभुआ में बारिश के सीजन में कई मुहल्लों और सड़कों की स्थिति नारकीय हो जा रही है. दुर्दशा तो तब और बढ़ जा रही है जब बारिश नहीं होने के बावजूद कई मुहल्लों और मुख्य सड़कों पर जलजमाव लगा रह रहा है

By Prabhat Khabar News Desk | July 5, 2024 8:56 PM
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भभुआ सदर. नगर पर्षद भभुआ में बारिश के सीजन में कई मुहल्लों और सड़कों की स्थिति नारकीय हो जा रही है. दुर्दशा तो तब और बढ़ जा रही है जब बारिश नहीं होने के बावजूद कई मुहल्लों और मुख्य सड़कों पर जलजमाव लगा रह रहा है और लोग उसी जलजमाव के बीच जैसे-तैसे आने जाने को मजबूर हो रहे हैं. जैसे लगता हो कि नगर पर्षद ने अधिकतर शहरवासियों को इस बारिश के सीजन में जलजमाव और क्षतिग्रस्त सड़कों से जूझने के लिए भगवान भरोसे छोड़ रखा हो. खासकर शहर के कचहरी रोड, स्टेडियम रोड, प्रोफेसर कॉलोनी, जायका गली के दोनों तरफ और वार्ड सात में जानेवाली सड़क जलजमाव और क्षतिग्रस्त सड़क की पहचान बन चुकी है. शुक्रवार को प्रभात खबर टीम ने भी जब शहर का जायजा लिया, तो नगर पर्षद के बरसात पूर्व की गयी तैयारियों की पोल खुलते देर नहीं लगी. -स्टेडियम रोड : शहर का स्टेडियम रोड अतिव्यस्त इलाका है. स्टेडियम के अलावा इसी सड़क से पुलिस केंद्र, पीएचइडी कार्यालय, सीएचसी आने जाने का रास्ता है. लेकिन, नालियों के निर्माण में की गयी अनियमितता के चलते बारिश का पानी सड़क पर ही लग रहा है. इसके चलते स्टेडियम या पुलिस केंद्र सहित अन्य कार्यालय में आने जानेवाले लोगों को सड़क के किनारे बने क्षतिग्रस्त नालियों से होकर आना जाना पड़ रहा है. -प्रोफेसर कॉलोनी : प्रोफेसर कॉलोनी शहर का सबसे सभ्रांत मुहल्ला माना जाता है. लेकिन शुरुआती बारिश में ही कॉलोनी में जानेवाली मुख्य सड़क पर ही जलजमाव हो गया है. यहां क्षतिग्रस्त और उबड़ खाबड़ हो चुकी सड़क भी मुहल्लेवासियों के दिक्कत को बढ़ा रही है. -कचहरी रोड : कचहरी रोड शहर का सबसे व्यस्त सड़क है, लेकिन नालियों के जाम रहने और बारिश हो जाने से सड़क के दोनों तरफ जलजमाव हो गया है. जलजमाव के चलते काफी दूर तक पानी व कीचड़ फैला हुआ है, जिसके चलते लोगों को नालियों के ऊपर से या मुख्य सड़क पर आते-जाते वाहनों से बचते हुए आने जाने को मजबूर देखे गये. खासकर कचहरी रोड पर ही स्थित सदर अस्पताल और सदर थाना के आसपास हुए जलजमाव और कीचड़ से स्थिति नारकीय बनी हुई है. -जायका गली वार्ड संख्या 12 : वार्ड संख्या 12 में स्थित जायका गली में मुख्य सड़क का नप ने दो-दो बार निर्माण कराया गया है ,लेकिन सहायक सड़कों और नालियों के निर्माण नहीं होने से यहां रहनेवाले लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर है. हो रही बारिश के चलते इन दिनों नालियों से बहता हुआ पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर रहा है. लोगों का कहना था कि दिन के उजाले में आना जाना तो हो जाता है, लेकिन शाम ढलने के बाद घर से निकलने में सौ बार सोचना पड़ रहा है. -कैमूर स्तंभ से चकबंदी रोड : कैमूर स्तंभ से राजेंद्र सरोवर से चकबंदी रोड तक निर्माण के लिए साल भर पहले ही सड़क को संवेदक द्वारा खोद दिया गया, लेकिन बारिश आने से पहले तक इसका निर्माण नहीं कराया जा सका. इधर, बारिश के चलते खोदी गयी सड़क में भयंकर जलजमाव हो गया है और लोग खासकर छोटे-छोटे बच्चे इसके चलते काफी परेशान है. लोगों ने कहा कि नगर पर्षद ने उनलोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है, कई बार शिकायत की गयी, लेकिन कुछ नहीं हुआ.

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