पहाड़ों पर बर्फबारी से बढ़ी ठंड, तापमान में और आयी कमी
जिले के मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. सोमवार सुबह से तापमान में एक बार फिर परिवर्तन हो गया और आठ किलोमीटर की रफ्तार से चल रहे पश्चिमी बर्फीली हवाओं के चलते ठंड ने जिले में जबर्दस्त दस्तक दी
भभुआ सदर. जिले के मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. सोमवार सुबह से तापमान में एक बार फिर परिवर्तन हो गया और आठ किलोमीटर की रफ्तार से चल रहे पश्चिमी बर्फीली हवाओं के चलते ठंड ने जिले में जबर्दस्त दस्तक दी. सोमवार को न्यूनतम तापमान भी 14 डिग्री से 11 डिग्री पर आ गया, तो वहीं अधिकतम तापमान भी 24 से एकाएक 18 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ों पर हो रही जबर्दस्त बर्फबारी के चलते हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिम से बदलकर उत्तर-पश्चिम होते ही तापमान में एकाएक गिरावट आ गयी और सर्दी का अहसास होने लगा है. आज मंगलवार से दो तीन दिनों तक तापमान में और कमी की संभावना जतायी गयी है. सोमवार को जिले के विभिन्न हिस्सों में बारिश और धूप नही निकलने से ठंडी हवाओं का असर देखने को मिला. सर्द हवाओं के कारण वातावरण ठंडा रहा और सोमवार सुबह से चली तेज बर्फीली हवाओं ने एक बार फिर से फिजा में ठंडक घोल दिया है. इधर सर्द हवाओं के कारण बढ़ी ठंड का असर बाजारों पर भी असर पड़ा है. इधर, ठंड से बचने के लिए लोग सोमवार को दिन में ही अलाव जलाकर तापते रहे. दुकान तथा दुकानों में काम करने वाले लोग ठंड से बचने के लए गत्ते, कागज आदि जलाकर अपना शरीर सेंकने के मजबूर रहे. = अभी और गिरेगा दिन और रात का तापमान मौसम विशेषज्ञों की मानें तो उत्तर-पश्चिम में मौजूद पहाड़ों की ओर से चलने वाली सर्द बर्फीली हवाओं की वजह से मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ गयी है. हवाओं में काफी अधिक नमी होने के कारण वातावरण में ठंड बढ़ती जा रही है. साथ ही पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में ठंड अभी और बढ़ेगी, ऐसे में ठंड का प्रकोप अभी एक सप्ताह तक जारी रह सकता है. ठंड ने बढ़ा दी गरम कपड़ों की दुकानों पर चहल-पहल रविवार को हुई बारिश और फिर सर्द पश्चिमी हवाओं के चलते सोमवार को ऊनी कपड़ों की मांग भी बढ़ गयी. दुकानदार भी इस बात का उम्मीद लगाये बैठे हैं कि अचानक बढ़े ठंड के इस मौसम में ऊनी कपड़ों की जमकर बिक्री होगी. सोमवार को दुकानों पर गर्म कपड़ों के लिए उमड़ी लोगों की भीड़ से दुकानदार उत्साहित और गदगद रहे. कुछ दुकानदारों का कहना था कि ठंड नहीं पड़ने के चलते इस बार ऊनी कपड़े कम मात्रा में मंगाये गये थे. लेकिन, अब एकाएक ठंड ऐसी बढ़ गयी कि अब अफसोस हो रहा है.
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