अस्पताल के लेखा व अस्पताल प्रबंधक को सेवामुक्त करने का निर्देश

लाख प्रयास के बावजूद मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल की कुव्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है. जबकि, मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल में कई बार डीएम सावन कुमार निरीक्षण कर चुके हैं. इसके बावजूद कुव्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 14, 2024 8:41 PM

मोहनिया शहर. लाख प्रयास के बावजूद मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल की कुव्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है. जबकि, मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल में कई बार डीएम सावन कुमार निरीक्षण कर चुके हैं. इसके बावजूद कुव्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. इसी क्रम में एक बार फिर शुक्रवार को जिलाधिकारी सावन कुमार ने लगभग दो घंटे तक मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल का औचक निरीक्षण. औचक निरीक्षण के दौरान डीएम ने अस्पताल में साफ-सफाई से लेकर मरीजों को मिलने वाली व्यवस्था नदारद पायी. यहां तक कि पर्याप्त बजट रहने के बावजूद अस्पताल में कुव्यवस्था को देख डीएम भड़क गये और अस्पताल के लेखा प्रबंधक व अस्पताल प्रबंधक को सेवामुक्त करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया. साथ ही अस्पताल में साफ-सफाई में कमी पाये जाने पर 75 प्रतिशत राशि की कटौती व निरीक्षण के दौरान एक्सरे मशीन को बंद मिलने पर 75 प्रतिशत राशि की कटौती का निर्देश डीएम ने दिया. वहीं, डीएम के निरीक्षण में अस्पताल में मरीज के लिए लगे पंखा व एसी बंद मिला. इसे देख जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यतीत करते हुए संबंधित कर्मियों को फटकार लगायी. दरअसल, शुक्रवार को जिलाधिकारी सावन कुमार औचक निरीक्षण के लिए अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे. इनके साथ सिविल सर्जन व डीपीएम भी उपस्थित थे. निरीक्षण के दौरान ओपीडी में पहुंचे, जहां सामान्य ओपीडी के साथ महिला कक्ष, डेंटल कक्ष सहित सभी कमरों में निरीक्षण किया. इसी दौरान महिला डॉक्टर और डेंटल डॉक्टर के पास पहुंच कई दिशा निर्देश दिये. इसके बाद निरीक्षण के दौरान अस्पताल की सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं मिली. इसे लेकर डीएम भड़क गये और अस्पताल उपाधीक्षक को जमकर फटकार लगायी. इसके बाद डीएस कार्यालय में काफी देर बैठ कई कागजात की जांच की. इसके बाद डीएम अस्पताल के प्रथम तल्ला पर पहुंचे, जहां अस्पताल वार्ड प्रसव कक्ष का निरीक्षण किया. निरीक्षण में कई खामियां सामने आयीं. इसे लेकर डीएम ने अस्पताल उपाधीक्षक को फटकार लगायी व तत्काल व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया. इसके बाद डीएम ट्रॉमा सेंटर में पहुंचे, जहां एसी खराब देख भड़क गये. वहा उपस्थित एक कर्मी से पूछे कि आप एसी खराब का रिपोर्ट दिये है, तो बताया गया कि नहीं. अनुमंडलीय अस्पताल में जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान पाया कि अस्पताल में पंखा व एसी खराब सहित साफ-सफाई की व्यवस्था नदारद दिखी. अस्पताल में खराब पड़े एसी व पंखा की मरम्मत के संबंध में पूछने पर अस्पताल लेखा प्रबंधक द्वारा बताया गया कि बजट उपलब्ध नहीं है. जबकि, डीएम ने इसकी जांच की तो पाया कि बजट की कोई समस्या नहीं है. इसे देख डीएम द्वारा अस्पताल लेखा प्रबंधक को तत्काल सेवा मुक्त करने के लिए सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया. इस दौरान डीएम को जानकारी मिला कि अस्पताल में प्रतिनियुक्ति अस्पताल प्रबंधक औरंगाबाद से आते हैं व सप्ताह में एक-दो दिन आते हैं. इसके कारण साफ सफाई व अन्य व्यवस्था में शिथिलता बरती जाती है. इसे गंभीरता से लेते हुए डीएम ने अस्पताल प्रबंधक को तत्काल सेवा मुक्त करने के लिए सिविल सर्जन को निर्देश दिया. # मनमाने तरीके से ड्यूटी करने वाले हटाये जायेंगे तीन डॉक्टर अनुमंडलीय अस्पताल में मनमाने तरीके से ड्यूटी करने वाले तीन डॉक्टर अस्पताल से हटाये जायेंगे. जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अनुमंडलीय अस्पताल में प्रतिनियुक्ति चिकित्सक डॉ दिनेश चौहान, डॉ रूपेश श्रीवास्तव व डॉ विंध्याचल सिंह अस्पताल के रोस्टर में एक दिन में 24 घंटे काम करते हैं. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा इस संबंध में बताया गया कि उपयुक्त चिकित्सकों द्वारा मनमानी ढंग से दबाव में रोस्टर तैयार कराया गया है. दूरभाष पर संपर्क करने पर चिकित्सा द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा सका. इसे गंभीरता से लेते हुए तीनों चिकित्सक पदाधिकारी को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण करते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई हेतु विभाग को प्रतिवेदित करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया. # सफाई व एक्सरे एजेंसी की 75 प्रतिशत राशि कटौती का निर्देश मोहनिया अस्पताल के जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण के दौरान अस्पताल में साफ सफाई की स्थिति खराब व एक्सरे मशीन बंद पायी गयी. इसे लेकर जिलाधिकारी द्वारा सफाई एजेंसी व एक्सरे एजेंसी की 75 प्रतिशत राशि की कटौती का निर्देश दिया. दरअसल, अस्पताल परिसर में साफ-सफाई पर जिलाधिकारी द्वारा असंतोष व्यक्त करते हुए साफ-सफाई एजेंसी के विपत्र में से 75 प्रतिशत राशि कटौती हेतु डीपीएम को निर्देश दिया. साथ ही निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को मरीजों द्वारा बताया गया कि उनका एक्सरे नहींं हो रहा. इसके दौरान निरीक्षण में पाया गया कि एक्स-रे बंद है. पूछने पर कर्मी द्वारा बताया गया कि वोल्टेज लो है. इसके कारण एक्सरे बंद है. जबकि, संबंधी एजेंसी के साथ इकरारनामा में संवेदक को जेनरेटर उपलब्ध कराना है. इसे गंभीरता से लेते हुए जिला पदाधिकारी द्वारा एक्स-रे विपत्र में 75 प्रतिशत कटौती करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया. # दो घंटे तक अस्पताल का डीएम ने किया निरीक्षण मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल में पहुंचे जिलाधिकारी सावन कुमार अस्पताल में करीब दो घंटे तक निरीक्षण किया. शायद पहली बार इतना समय अस्पताल के निरीक्षण में जिलाधिकारी द्वारा दिया गया. इस दौरान अस्पताल के ओपीडी, इमरजेंसी, प्रसव कक्ष, ट्रॉमा सेंटर सहित कई विभाग का गहनता ने निरीक्षण किया. इसमें मुख्य रूप से अस्पताल में डॉक्टर द्वारा मनमाना तरीके से ड्यूटी करने, सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं, लू में एसी और पंखा खराब सहित कई खामियां मिलीं.

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