बर्फीली हवाओं से कैमूर में शिमला जैसा अहसास
कैमूर न्यूज : हवाओं के चलते सात डिग्री तक गिरा न्यूनतम तापमान, आग के सहारे बिता रहा दिन
कैमूर न्यूज : हवाओं के चलते सात डिग्री तक गिरा न्यूनतम तापमान, आग के सहारे बिता रहा दिन
भभुआ सदर.
पिछले 10 दिनों से पश्चिम की तरफ से आती ठंडी बर्फीली हवाओं ने जिले का जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है. अब हाड़ कंपा देने वाली ठंडी बर्फीली हवाओं से लोगों को कैमूर में शिमला जैसा अहसास होने लगा है. बुधवार को दिनभर हल्की धूप निकलने के बावजूद भी स्थिति खराब रही और लोग ठंड भगाने की जुगत में लगे रहे. दरअसल, पिछले कुछ दिनों से बढ़ रही ठंड का असर पिछले एक तारीख से एकाएक और बढ़ गया और बुधवार को ठंडे मौसम ने रिकार्ड तोड़ दिया और न्यूनतम पारा सात डिग्री पर आ गया. इसके चलते इस सीजन का बुधवार सबसे ठंडा दिन भी रहा. पूरे दिन पश्चिमी सर्द हवाओं के कारण गलन बढ़ने से लोगों की कंपकंपी छूटती रही. बुधवार को न्यूनतम पारा जहां सात डिग्री के आसपास रहा, तो अधिकतम पारा भी बीस से नीचे आते हुए 17 डिग्री पर आ गया. बुधवार की सुबह से ही हर तरफ जबरदस्त कुहासा घेरे रहा. आज बजे के बाद कुहासा हट गया, लेकिन बर्फीली हवाओं के कारण ठंड से निजात नहीं मिली. इधर, सर्द हवाओं के कारण बढ़ी ठंड का असर बाजारों पर भी पड़ा और ठंड से बचने के लिए लोग बुधवार को दिन में ही अलाव जलाकर तापते रहे.अभी और गिरेगा तापमान
मौसम विशेषज्ञों की मानें, तो उत्तर-पश्चिम में मौजूद पहाड़ों की ओर से चलने वाली बर्फीली सर्द हवाओं की वजह से मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ी है और पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में ठंड अभी और बढ़ेगी. ऐसे में ठंड का प्रकोप अभी अगले एक सप्ताह तक जारी रह सकता है.शाम होते ही छाने लग रहा कोहरा, बढ़ने लग रही ठंड
भभुआ सदर. जैसे-जैसे ठंड अब अंतिम पड़ाव की ओर जा रही है, वैसे-वैसे शाम होते ही अब ठंड के साथ कोहरा छाने लगा है. रात का तापमान धीरे-धीरे कम होने लगा है, जिससे ठंड भी काफी बढ़ गयी है. हालांकि, दिन में धूप खिलने से लोगों को कुछ राहत महसूस हो रही है. मौसम विज्ञानी डॉ वीरेंद्र कुमार की मानें, तो आने वाले दिनों में ठंड की रफ्तार और तेजी से बढ़ेगी और अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी कमी आयेगी. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण सर्द हवा चलेगी, जिससे हाड़ कंपाने वाली ठंड का एहसास होगा. इधर, कोहरा छाने और बढ़ रही ठंड के कारण शाम होते ही लोग घरों में चले जा रहे हैं. रात आठ बजे तक बाजार बंद हो जा रहा है. मॉर्निंग वाॅक के लिए भी लोग शहर में देर से निकल रहे हैं. बाजार में भी ठंड को लेकर गर्म कपड़ों का बाजार गर्म हो गया है. साल, स्वेटर, कंबल की बिक्री शुरू हो गयी है. इधर, खेती किसानी के लिए मौसम अनुकूल बताया जा रहा है. मौसम की अनुकूलता की वजह से इस बार धान की तरह रबी की भी बंपर पैदावार होने की संभावना है. जानकारी के अनुसार, जिले के लगभग खेतों में गेहूं की बोआई हो चुकी है.
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