खेत में काम कर रहे मजदूर पर गिरा ठनका, मौत

रविवार की दोपहर करीब 12 बजे खेतों में काम रहे एक मजदूर पर ठनका गिर गया, जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | July 7, 2024 8:49 PM

भगवानपुर. रविवार की दोपहर करीब 12 बजे खेतों में काम रहे एक मजदूर पर ठनका गिर गया, जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गयी. मृतक स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत जैतपुरखुर्द गांव निवासी रामकंवल बिंद का 28 वर्षीय पुत्र रामनिवास बिंद बताया गया है. पड़ोसी राजेश बिंद व अखिलेश बिंद ने बताया कि यह घटना गांव के पूर्वी हिस्से में स्थित काली मंदिर के निकट की है, जहां रामनिवास गांव के ही किसी किसान के खेतों में रोपनी को लेकर पानी रोकने के लिए मेढ़ बांध रहा था, तभी हो रही झमाझम बारिश के बीच उसके ऊपर अचानक आकाशीय बिजली गिर पड़ी, जिसकी चपेट में आकर वह बुरी तरह झुलस गया और घटनास्थल पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गयी. इसके बाद ट्रैक्टर से बगल में ही खेतों की जुताई कर रहे गांव के किसान विजय तिवारी उर्फ भोली बाबा तथा उस ओर शौच के लिए निकले रामलाल बिंद ने शोरगुल करना शुरू कर दिया, तब दर्जनों की संख्या में ग्रामीण घटना स्थल पर पहुंचे और शव को लेकर उसके दरवाजे पर पहुंचा गया. इधर, सूचना पर थानाध्यक्ष उदय कुमार व अंचलाधिकारी अपर्णा कुमारी दल-बल के साथ मृतक के दरवाजे पर पहुंच गये तथा कानूनी कार्यवाही में जुटे रहे. इस दौरान पुलिस द्वारा कागजी कार्यवाही कर शव को अंत्य परीक्षण हेतु सदर अस्पताल में भेजा गया. आकाशीय बिजली का प्रहार इतना शक्तिशाली था, इसका अनुमान इस बात से भी लगाया जा सकता है कि मृतक के शरीर के अधिकांश हिस्से बुरी तरह से झुलस गये थे. यहां एक तरफ आसमानी आपदा से युवक की मौत हो गयी, वहीं इस हृदयविदारक घटना से मृतक के परिजनों के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. मृतक की पत्नी रो-रोकर हो जा रही बेहोश दरअसल, मृतक रामनिवास बिंद का अपना कोई खेत नहीं है, वह पेशे से एक मजदूर किसान था. जो एक मजदूर के तौर पर गांव के ही किसी किसान के खेतों में मेढ़ बांधकर खेतों में बरसाती पानी को एकत्रित करने में मशगूल था, मगर उसे क्या पता था कि हो रही बारिश व गरज रहे बादलों के बीच जोरदार तड़तड़ाहट के साथ आसमान से गिरी बिजली उसपर मौत बनकर टूट पड़ेगी. बताया जाता है कि मृतक की पत्नी अनिता देवी तथा उसकी एक मात्र पांच वर्षीय संतान ज्योति कुमारी है, जिनका वह मजदूरी करके के रण-पोषण कर रहा था. मृतक की पत्नी रो-रोकर बेहोश हो जा रही थी, वह लगातार बिलखते हुए विलाप कह रही थी कि अब मेरा और मेरी बिटिया ज्योति किसके बलबूते जीवित रहेंगे ? अब हमारे लिए दो वक्त की रोटी भी कौन जुटायेगा? वहीं, इस हृदय विदारक घटना से पूरे गांव में शोक के साथ सभी की आंखें नम रहीं. इधर, घटना की सूचना पर मृतक के दरवाजे पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री बृजकिशोर बिंद तथा पंचायत के मुखिया अमरेंद्र कुमार सिंह उर्फ चट्टान सिंह समेत कई अन्य समाजसेवी व जनप्रतिनिधि पहुंचे थे. – कहती हैं अंचलाधिकारी अंचलाधिकारी अपर्णा कुमारी ने बताया कि इस घटना को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग को फोन के माध्यम से सूचना कर दी गयी है, शीघ्र ही कागजी प्रक्रिया के तहत संबंधित विभाग के कोष से प्राप्त होने वाले चार लाख रुपये मुआवजा के रूप में आश्रितों को मुहैया कराये जायेंगे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version