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किसानों के भूमि अधिग्रहण मुआवजे के लिए सड़क से सदन तक करेंगे संघर्ष : सुधाकर

मैं सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करुंगा. कानून बनाने की प्रक्रिया के लिए सदन में व किसानों की मांगों के लिए सड़क पर उतरूंगा. उक्त बातें मंगलवार को शहर के एक निजी वाटिका में किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर व भारतीय किसान यूनियन द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह के दौरान बक्सर सांसद सुधाकर सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहीं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 11, 2024 8:44 PM

भभुआ नगर. किसानों को भूमि अधिग्रहण का मुआवजा देने में सरकार धोखाधड़ी कर रही है. कैमूर में 30 लाख एकड़ से कम कीमत की जमीन नहीं है, जबकि सरकार को चार गुना जमीन की कीमत देनी है. लेकिन, जो जमीन की कीमत चल रही है, उससे भी कम राशि सरकार किसानों को दे रही है. इसके लिए मैं सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करुंगा. कानून बनाने की प्रक्रिया के लिए सदन में व किसानों की मांगों के लिए सड़क पर उतरूंगा. उक्त बातें मंगलवार को शहर के एक निजी वाटिका में किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर व भारतीय किसान यूनियन द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह के दौरान बक्सर सांसद सुधाकर सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहीं. अभिनंदन समारोह के दौरान बक्सर सांसद ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार किसानों के साथ जुमलेबाजी करती है. देश में उद्योगपतियों का 16 लाख हजार करोड़ माफ कर दिया गया, लेकिन देश में 70 प्रतिशत जिन किसान की आबादी है, उन्हें मात्र 20 हजार करोड़ दिया गया है, जबकि 60 लाख हजार करोड़ किसानों को देना चाहिए. साथ ही कहा मेरा संसदीय क्षेत्र बक्सर है, लेकिन मैं कैमूर का बेटा हूं. कैमूर से मेरा पारिवारिक संबंध है, मैं इनके दुख दर्द में एक साये की तरह खड़ा रहूंगा. उन्होंने कहा कि शाहाबाद क्षेत्र के किसानों व कारीगरों की एक ही समस्या है, जिसे मैं पूरा करूंगा. उन्होंने कहा कि मैं पद के आधार पर अपनी भूमिका तय नहीं करता, हमारी भूमिका पूर्व से ही निर्धारित रहती है. उन्होंने कहा कि किसानों की लड़ाई के साथ मैं हमेशा खड़ा रहूंगा. भारत सरकार व राज्य सरकार मिलीभगत कर किसानों को किस तरह से ठगा जाये, लगातार इसकी कोशिश कर रही है. लेकिन, वे किसानों की लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक जारी रखेंगे व किसानों के साथ मजबूती के साथ हमेशा खड़े रहेंगे. साथ ही कहा आपलोग ने देखा होगा कि कृषि कानून के लिए किसानों ने 13 महीने संघर्ष किया, तब जाकर कृषि कानून वापस लिया गया, इसलिए हमलोगों को मिलकर यह लड़ाई लड़नी होगी. कहा मैं किसान यूनियन का सदस्य हूं, मैं तो सदस्य के नाते यहां आया हूं. लेकिन लोगों द्वारा मुझे अभिनंदन किया गया, यह खुशी की बात है. अपने संबोधन में सुधाकर सिंह ने कहा कि मेरी जीत किसान आंदोलन को समर्पित है, बक्सर लोकसभा चुनाव में किसानों ने जाति धर्म से अलग हटकर मतदान किया. साथ ही कहा किसानों के मुआवजा, मंडी कानून, एमएसपी गारंटी कानून व उर्वरक की समस्या के लिए किसानों के साथ रहूंगा. उन्होंने कहा किसान आंदोलन की ही देन है कि पूरे शाहाबाद से भाजपा का सफाया हो गया है, यह सरकार अधिक दिन नहीं चलेगी. इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता बेतरी मुखिया सरवन पटेल ने की. संचालन पशुपति सिंह ने किया. इस दौरान राजद नेता मुकेश पटेल, अनिल सिंह, सुनील सिंह, राजू सिंह, प्रवीण सिंह, रामायण सिंह, अभय सिंह, अभिमन्यु सिंह सहित दर्जनों मौजूद थे.

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