बाइक चोरों का पीछा कर रहे मलिक की गोली मारकर हत्या

जीटी रोड पर 14 किलोमीटर दूर जाकर शिवसागर में चोरी करने वाले अपराधियों को जब बाइक के मालिक ने पकड़ लिया, तो उनके द्वारा बाइक मलिक को गोलियों से छलनी कर उनकी हत्या कर सभी अपराधी फरार हो गये

By Prabhat Khabar News Desk | October 25, 2024 9:11 PM

कुदरा. गुरुवार की रात अपराधियों ने जीटी रोड पर एक बड़ी घटना को अंजाम दिया. अपराधियों द्वारा पहले कुदरा में बाइक चोरी की गयी और उन्हें चोरी कर जब बाइक के मालिक ने देख लिया और उनका पीछा करना शुरू कर दिया, तो जीटी रोड पर 14 किलोमीटर दूर जाकर शिवसागर में चोरी करने वाले अपराधियों को जब बाइक के मालिक ने पकड़ लिया, तो उनके द्वारा बाइक मलिक को गोलियों से छलनी कर उनकी हत्या कर सभी अपराधी फरार हो गये. बाइक का मालिक जितन सिंह के पुत्र भानु प्रताप सिंह उर्फ बबलू कुदरा के सकरी में अपना मकान बनाकर परिवार के साथ रह रहे थे. गुरुवार की रात उनके घर के दरवाजे से दो अपराधियों द्वारा लॉक तोड़ कर बाइक की चोरी कर ली गयी. इसी दौरान भानु प्रताप सिंह ने उन्हें देख लिया और उनका पीछा करते हुए रोहतास के शिवसागर तक गये, जहां चोरी करने वाले अपराधियों द्वारा उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी और उक्त दोनों अपराधी मौके से फरार हो गये. = चोरी करते देख तीन भाइयों ने कार से किया था पीछा दरअसल, भानु प्रताप सिंह स्वास्थ्य विभाग में एनजीओ द्वारा चलायी जाने वाले एंबुलेंस के एंबुलेंस कंट्रोल ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे. भानु सदर थाना क्षेत्र के लीलापुर गांव के रहने वाले हैं और उनका परिवार कुदरा के सकरी में मकान बनाकर रहता है. गुरुवार की रात वह अपनी बाइक अपने मकान के नीचे दरवाजे पर सीकड़ से लॉक कर लगाये थे. रात में लगभग 1:00 बजे दो चोर लॉक तोड़कर बाइक लेकर जाने लगे, संजोग से इस दौरान भानु प्रताप सिंह ने उन्हें बाइक चोरी कर ले जाते देख लिया और तत्काल अपने घर से उतर अपनी चारपहिया गाड़ी से उनका पीछा करना शुरू कर दिया. वह उनका पीछा करते जीटी रोड पर कुदरा से 14 किलोमीटर दूर शिवसागर के पास घोरघट पहुंच गये. जिस कार से भी पीछा कर रहे थे, उस कार में भानु प्रताप के अलावा उनके दो और भाई मौजूद थे. भानु ने शिवसागर में उक्त चोरों को बाइक से जाते देख लिया और उन्हें पकड़ने के लिए बाइक से धक्का मार कर गिरा दिया. = पकड़े जाने पर चोरों ने बरसायीं गोलियां जब भानु प्रताप द्वारा पकड़ने के उद्देश्य से बाइक सवार चोरों को धक्का मार गिरा दिया गया और उन्हें पकड़ लिया गया, तो दूसरे चोर ने भानु पर पांच गोली मारकर उन्हें छलनी कर दिया, जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. साथ ही इस दौरान उनके अन्य दो भाइयों पर भी गोली चलायी गयी, लेकिन संजोग से इन्हें गोली छूकर निकल गयी. पीछा कर रहे गाड़ी मालिक व उनके दो भाइयों को यह थोड़ा भी अंदेशा नहीं था कि बाइक चोरी करने वाले उक्त दोनों अपराधियों के पास हथियार भी होगा और वह इस तरह से गोलियों की बौछार कर देंगे. जिस तरह से उक्त दोनों अपराधियों ने गोलियों की बौछार कर पहले भानु प्रताप की हत्या कर दी और उसके बाद हवाई फायरिंग करते हुए अन्य दो भाइयों को वहां से पीछे हटने पर विवश कर दिया, उसके बाद दोनों अपराधी बड़े आराम से फरार हो गये. = जीटी रोड पर 14 किमी व तीन थानों के बीच नहीं मिली एक भी गश्ती गाड़ी कैमूर व रोहतास से होकर गुजरने वाले जीटी रोड पर 24 घंटे वाहनों का परिचालन होता है. इस सड़क पर चलने वाले वाहनों की सुरक्षा भी पुलिस के लिए पहली प्राथमिकता है. लेकिन गुरुवार की रात घटित घटना में खास बात यह रही कि हथियार से लैस अपराधियों द्वारा जीटी रोड के बगल में पहले तो बाइक की चोरी की गई और उसके बाद जब बाइक के मालिक ने चोरी करते देख लिया और अपनी कर से कुदरा से लेकर शिवसागर तक लगभग 14 किलोमीटर पीछा करते रहे, लेकिन इस बीच में कहीं भी पुलिस की 112 या गश्ती गाड़ी नहीं मिली, जो कि उन अपराधियों का घेराबंदी कर सके या फिर इन लोगों को मदद पहुंचा सके. अंत में उसे पकड़ने के दौरान गाड़ी मालिक को अपनी जान गंवानी पड़ी और उसके दो भाइयों की जान किसी तरह बच गयी. अगर उनके दो भाइयों ने थोड़ा और विरोध किया होता तो इन दोनों को भी अपनी जान गंवानी पड़ सकती थी. प्रत्यक्षदर्शी भालू के दोनों भाइयों ने बताया कि जिस कदर बेखौफ अपराधियों ने गोली बरसायी उसे यह स्पष्ट था कि वह काफी पेशेवर थे और उनमें किसी बात का भय नहीं दिख रहा था. उन दोनों की जान किसी तरह बची थी. एक भाई को गोलियों से छलनी होते देखा उसके बाद इन्हें यह डर हो गया कि इन्होंने भी अगर उन्हें पकड़ने का प्रयास किया तो इन्हें भी उक्त अपराधी गोलियों से छलनी कर देंगे. शिवसागर पुलिस ने नहीं उठाया मोबाइल भानु के परिजनों ने बताया कि जब अपराधियों का पीछा किया जा रहा था, तब पुलिस की कोई भी गस्ती गाड़ी सड़क पर नहीं थी. पहले कुदरा थाना को फोन किया गया, तो उनके द्वारा बताया गया कि वह छापेमारी में निकले हैं आप लोग पीछा करिए हम पहुंच रहे हैं. आगे शिवसागर थाने को लगातार परिजन फोन करते रहे, लेकिन शिवसागर थाके द्वारा फोन नहीं उठाया गया. अंत में परिजनों द्वारा रोहतास एसपी को फोन किया गया, जब तक रोहतास एसपी शिवसागर पुलिस को फोन करते तब तक अपराधियों द्वारा घटना को अंजाम दे बड़े आराम से फरार हो गये. घटना के काफी देर बाद शिवसागर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. = एक संदिग्ध अपराधी की हुई है पहचान एसपी ललित मोहन शर्मा ने बताया कि उक्त घटना को गंभीरता से लिया गया है. मामले की प्राथमिक कुदरा थाने में दर्ज कर ली गयी. चोरी करने के बाद जब परिजनों ने देखा और पीछा करना शुरू किया, तो कुदरा थाने के थानेदार को सूचना दी थी. कुदरा थानेदार तत्काल पहुंचे थे. परिजनों का आक्रोश शिवसागर पुलिस के सुबह 6:00 बजे तक फोन नहीं उठाने और घटनास्थल पर नहीं पहुंचने को लेकर था. घटना की सूचना मिलने पर मैं और रोहतास एसपी दोनों घटनास्थल पर पहुंचे थे. एक अपराधी अभी हाल ही के दिनों में जेल से छूटा है, उसकी तस्वीर जब परिजनों को दिखायी गयी तो उनके द्वारा उसकी पहचान की गयी है. उसके घर पर छापेमारी भी की गयी है, लेकिन वह घर पर नहीं पाया गया है. उसकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी चल रही है. दोनों जिलों की पुलिस मामले के उद्भेन में पूरी ताकत से लगी है.

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