शादी समारोह से लौट रहे बाइक सवार निर्माणाधीन पुलिया में गिरे, एक युवक की मौत, दूसरा रेफर

मंगलवार की देर रात एक बार फिर काल का गाल बने एनएच 319 ए के निर्माणाधीन पुलिया में गिरकर एक बाइक सवार युवक की मौत हो गयी, जबकि बाइक पर बैठा दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल होने के बाद वाराणसी के ट्राॅमा सेंटर में जिंदगी व मौत के बीच जंग लड़ रहा है

By Prabhat Khabar News Desk | April 24, 2024 8:42 PM

नुआंव प्रतिनिधि. मंगलवार की देर रात एक बार फिर काल का गाल बने एनएच 319 ए के निर्माणाधीन पुलिया में गिरकर एक बाइक सवार युवक की मौत हो गयी, जबकि बाइक पर बैठा दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल होने के बाद वाराणसी के ट्राॅमा सेंटर में जिंदगी व मौत के बीच जंग लड़ रहा है. हादसा इतना दर्दनाक रहा कि प्रत्यक्षदर्शियों के रौंगटे खड़े हो गये. मृतक युवक की आंख व गर्दन में जहां लोहे का सरिया पार कर गया, वहीं, घायल युवक के जांघ को चीरते सरिया पार हाे गया, जिससे वह तेज दर्द से कराहता रहा. जानकारी के अनुसार, मंगलवार की देर रात मोहनिया थाना क्षेत्र के डंडवास गांव के रहने वाले रामप्रवेश पिता श्रीधर पांडेय अपने मामा के लड़के रामगढ़ के बिशनपुरा गांव के रहने वाले बिट्टू पाठक पिता शिवधर पांडेय के साथ उनके ससुराल सदुल्लहपुर गांव से नुआंव प्रखंड के गारा गांव में शादी समारोह में गये थे, जहां रात में ही दोनों लोग शादी के जयमाल व भोजन के उपरांत अपनी बाइक से अपने गांव वापस जाने के लिए निकले थे. इसी दौरान मुख्य सड़क से महज 500 मीटर दूर आगे बढ़े ही थे कि सड़क से सटे चर्च के आस निर्माणाधीन पुलिया में उनकी बाइक जा गिरी, जिससे रामप्रवेश की मौके पर ही हृदय विदारक मौत हो गयी, जबकि बिट्टू पाठक की जांघ के आरपार हुए लोहे के सरिया से वह गंभीर रूप से घायल तड़प रहा था. दुर्घटना के बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों द्वारा दोनों को आनन-फानन में इलाज के लिए रामगढ़ रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक इलाज के बाद बिट्टू को वाराणसी के ट्रॉमा सेंटर एंबुलेंस से भेजा गया. जबकि, मृतक रामप्रवेश के शव का पंचनामा कराते हुए नुआंव के चौकीदार के साथ पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल भेजा गया. बताते चलें एनएच 319 ए के निर्माणाधीन पुलिया में नुआंव से मोहनिया के बीच बीते दो माह में गिरकर लगातार यह तीसरी मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य लोग घायल हुए हैं. यहां निर्माणाधीन कंपनी द्वारा सड़क निर्माण के दौरान मानक के अनुसार ना तो मार्ग परिवर्तन के बड़ा बोर्ड लगाया गया है, न ही बन रही पुलिया के आसपास बैरिकेडिंग ही की गयी है और न ही मिट्टी भरकर किनारे बोरे ही रखे गये हैं, ऐसे में अक्सर रात के समय उक्त पथ से गुजरने वाले बाइक सवार सामने से आ रहे वाहन की रोशनी व साइड में अवरोधक नहीं होने के कारण गड्ढे में गिरकर अपनी जान गवां दे रहे हैं. सबसे बड़ी विडंबना यह है कि इस बाबत ना तो जिला प्रशासन के पदाधिकारी संज्ञान ले रहे हैं, ना ही एनएच के अधिकारी. उक्त पथ से गुजरने वाले दोपहिया व चारपहिया वाहन चालकों की छोटी सी चूक कब उन्हें काल के गाल में समाहित कर देगी, कहना मुश्किल है.

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