दुर्गावती नदी में डूबने से एक व्यक्ति मौत, गोताखोरों ने निकाला शव

सोमवार की शाम दुर्गावती नदी में डूबने से एक 45 वर्षीय की मौत हो गयी. मृतक रामरतन यादव दुर्गावती थाना क्षेत्र के अकोढ़ी मेला गांव का निवासी है. यहां गोताखोरों के अथक प्रयास के बाद राम रतन यादव का शव नदी से बाहर निकला गया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 6, 2024 9:13 PM

कर्मनाशा. सोमवार की शाम दुर्गावती नदी में डूबने से एक 45 वर्षीय की मौत हो गयी. मृतक रामरतन यादव दुर्गावती थाना क्षेत्र के अकोढ़ी मेला गांव का निवासी है. यहां गोताखोरों के अथक प्रयास के बाद राम रतन यादव का शव नदी से बाहर निकला गया. जानकारी के अनुसार, रामरतन यादव सोमवार करीब तीन बजे अपनी भैंस चराने दुर्गावती नदी की तरफ गये थे. उसी दौरान उनकी भैंस नदी में उतर गयी. भैंस को नदी में उतरते देख राम रतन यादव भी नदी में उतर गये और भैंस की पूंछ पकड़ कर नदी पार कर गये. लौटने के क्रम में भी राम रतन यादव भैंस की पूछ पकड़ कर नदी पार कर रहे थे, तभी बीच धारा में भैंस की पूंछ उनसे छूट गयी और राम रतन यादव नदी में डूबने लगे. नदी के आसपास किसी के नहीं रहने से रामरतन यादव नदी में डूब गये, जिसकी जानकारी होते ही गांव के लोगों की नदी के तट पर भीड़ जुट गयी और पहले गांव के लोग नदी में कूद कर राम रतन यादव को ढूंढ़ने की काफी कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों को सफलता नहीं मिल पायी. उसके बाद दुर्गावती पुलिस को सूचना दी गयी. सूचना मिलते ही दुर्गावती पुलिस घटना स्थल पर पहुंच गयी और पुलिस द्वारा गोताखोरों को बुलाया गया. यहां गोताखोरों के अथक प्रयास से करीब एक घंटे बाद राम रतन यादव के शव को ढूंढ़ कर नदी से बाहर निकला गया. इधर, राम रतन यादव का शव नदी से बाहर आते ही परिजनों में कोहराम मच गया, साथ ही गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी. पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल भभुआ भेज दिया. गोताखोरों को सम्मानित करने की उठी मांग- मत्स्य समिति के पदाधिकारी राधेश्याम साहनी ने बताया कि जब कोई भी व्यक्ति नदी या तालाब में डूबता है, तो हम सभी को गोताखोरों की जरूरत पड़ती है जहां पुलिस द्वारा मत्स्य समिति के पदाधिकारी से सहयोग मांगा जाता है और मत्स्य समिति के पदाधिकारी द्वारा अपने समिति के लोगों को भेज कर काफी मेहनत कर शव को बाहर निकाला जाता है. लेकिन ऐसे जांबाज गोताखोरों को सम्मानित नहीं किया जाता है, जिससे गोताखोरों का उत्साह वर्धन हो सके. उन्होंने जिला प्रशासन से गोताखोरों को सम्मानित करने की मांग की है.

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