टिकट कटते-कटते सांसद पहुंच गये मनोज राम

सासाराम संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के मनोज राम ने भाजपा के शिवेश राम को 17 हजार 800 वोट से पराजित कर दिया. मनोज राम को पांच लाख नौ हजार 977 वोट मिले. वहीं, भाजपा के शिवेश कुमार को चार लाख 92 हजार 177 वोट मिले.

By Prabhat Khabar News Desk | June 4, 2024 9:37 PM

भभुआ कार्यालय. सासाराम संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के मनोज राम ने भाजपा के शिवेश राम को 17 हजार 800 वोट से पराजित कर दिया. मनोज राम को पांच लाख नौ हजार 977 वोट मिले. वहीं, भाजपा के शिवेश कुमार को चार लाख 92 हजार 177 वोट मिले. वहीं, बहुजन समाज पार्टी को 45 हजार 491 मत मिले. खासबात यह रहा है कि सासाराम संसदीय क्षेत्र से नोटा ने चौथा स्थान काबिज कर लिया. नोटा पर 17 हजार 160 वोट पड़े. इस तरह देखा जाये तो पहले स्थान पर कांग्रेस मनोज कुमार पांच लाख नौ हजार 977, भाजपा के शिवेश कुमार चार लाख 92 हजार 177, बसपा के प्रत्याशी को 45 हजार 491 व नोटा पर 17160 वोट मिले. इस तरह से कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले सासाराम संसदीय क्षेत्र पर एक बार फिर 10 साल बाद कांग्रेस अपना कब्जा जमाने में कामयाब रही. खासबात यह कि पहले राउंड से कांग्रेस मनोज राम ने जो बढ़त बनाया, वह अंतिम राउंड तक बढ़ता ही चला गया. इस बार स्वास्थ्य कारणों से मीरा कुमार ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था. इसके बाद मनोज राम को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया था. वहीं, भाजपा नेतृत्व ने लगातार दो बार चुनाव जीतने वाले छेदी पासवान का टिकट काटकर मुनीलाल के पुत्र शिवेश राम को सासाराम संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था. लेकिन, भाजपा का यह प्रयोग सफल नहीं हुआ और कांग्रेस के मनोज राम ने 10 साल बाद एक बार फिर सासाराम संसदीय सीट को कांग्रेस के खाते में ला दिया है. सासाराम संसदीय सीट कांग्रेस की पारंपरिक सीट रही है. इस सीट पर जगजीवन राम आठ बार चुनाव जीतकर देश की उप प्रधानमंत्री तक बने थे. वहीं, उनकी बेटी मीरा कुमार भी इस सीट पर 2004 एवं 2009 में लगातार दो बार चुनाव जीतकर संसद में गयी और लोकसभा स्पीकर तक बनी थी. इस तरह से यह सीट कांग्रेस की पारंपरिक सीटों में से एक रही है. 2014 और 2019 में लगातार दो बार भाजपा के टिकट पर छेदी पासवान चुनाव जीते. लेकिन एक बार फिर 10 साल बाद कांग्रेस की मनोज कुमार इस सीट पर चुनाव जीत कर कांग्रेस का गढ़ बचाने में कामयाब रहे हैं. 2019 में मनोज राम को मिले थे 80 हजार वोट कहा जाता है कि आदमी के जीवन में किस्मत बहुत बड़ी भूमिका निभाता है. यह स्पष्ट रूप से मनोज राम के साथ देखने को मिला. मीरा कुमार के चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा के बाद कांग्रेस ने मनोज कुमार को सासाराम संसदीय क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया. पिछले लोकसभा चुनाव में मनोज कुमार बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे. इस बार उन्होंने बहुजन छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया और कांग्रेस ने उन्हें उम्मीदवार बना दिया. 2019 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर मनोज राम को 80 हजार से अधिक वोट मिले थे. कांग्रेस के उम्मीदवार बनाये जाने के बाद मनोज राम के ऊपर कुदरा थाने में दर्ज नाबालिग के साथ यौन शोषण मामले में आरोपित बनाये जाने का मामला जैसे ही सुर्खियों में आया. कांग्रेस ने उनका टिकट रोक दिया. टिकट का पेंच फंसने पर मनोज राम एक बार फिर निराश हुए. फिर भी टिकट को लेकर अपना संघर्ष नहीं छोड़ा. पार्टी नेतृत्व द्वारा अंतिम समय में सिंबल दे दिया. मनोज राम के ऊपर सभी लगे आरोप को बेबुनियाद मानते हुए सिंबल दे दिया. इस तरह से कांग्रेस द्वारा टिकट की घोषणा व सिंबल देने में विलंब किया गया. इससे यही लगा कि सासाराम सीट पर जीत दर्ज करना कांग्रेस के लिए टेडी खीर होगा. लेकिन, कम समय में कांग्रेस जमीनी स्तर पर अपने कार्यकर्ताओं तक बात पहुंचाने में कामयाब रहा और कड़े मुकाबले में जीत दर्ज की. इस तरह से मनोज राम ने टिकट के लड़ाई के साथ-साथ चुनाव जीत लिया हैं. – किस प्रत्याशी को कितना मिला वोट पार्टी का नाम – प्रत्याशी का नाम – प्राप्त मत इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी – मनोज राम – 509977 भारतीय जनता पार्टी – शिवेश कुमार – 492177 बहुजन समाज पार्टी – संतोष कुमार – 45491 नोटा – नोटा – 17160 निर्दलीय – शिव शंकर राम – 8009 भारतीय गांधीवादी पार्टी – संतोष कुमार खरवार – 4817 पीपुल्स पार्टी ऑफ़ इंडिया डेमोक्रेटिक- बनारसी दास – 4498 बहुजन मुक्ति पार्टी – अमित कुमार आंबेदकर- 2823 जनतंत्र आवाज पार्टी – पूनम देवी – 2634 जन जनवादी पार्टी – उजारन मुसहर – 2616 राष्ट्रीय समाज पक्ष – नंदलाल राम – 1956

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