रातभर बिजली ठप रहने से दो दर्जन से अधिक फैक्ट्रियां रहीं बंद, करोड़ों का नुकसान
दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र में बिजली व्यवस्था इस समय चरमरा गयी है. बुधवार को क्षेत्र में बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से बिजली व्यवस्था चरमरा गयी. पूरी रात कई गांवों की बिजली बंद रही तथा दो दर्जन से अधिक फैक्ट्रियां बंद रहीं.
कर्मनाशा. दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र में बिजली व्यवस्था इस समय चरमरा गयी है. बुधवार को क्षेत्र में बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से बिजली व्यवस्था चरमरा गयी. पूरी रात कई गांवों की बिजली बंद रही तथा दो दर्जन से अधिक फैक्ट्रियां बंद रहीं. वहीं, सबमर्सिबल नहीं चलने से लोगों के सामने पेयजल की भी समस्या बनी रही. पूरी रात लोगों गर्मी व उमस से लोगों की नींद हराम हो गयी. दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र में 33 केवीए कर्मनाशा जीएसएस से दुर्गावती, कुशहरियां, लरमा, ककरैत, कल्याणपुर, कर्मनाशा समेत छह पावर सब स्टेशन जुड़े हैं. इन पावर सब स्टेशनों से कई फीडरों के माध्यम से अनेकों गांवों में बिजली आपूर्ति की जाती है तथा दो दर्जन से अधिक कंपनियां बिजली के भरोसे चलती है. लेकिन, लाइन नहीं मिलने पर कंपनियां भी बंद रह रही है, जिससे कंपनियों का करोड़ों का नुकसान हो जा रहा है. फिलहाल दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र में पिछले कई दिनों से दुर्गावती, कुशहरिया, कर्मनाशा, कल्याणपुर से जुड़े गांवों की बिजली व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गयी है. दिन में तो अनगिनत बार ट्रिपिंग की समस्या का दंश लोग झेलते आ ही रहे हैं. बुधवार की शाम अचानक पानी और तेज गरज के साथ गिरी आकाशीय बिजली ने क्षेत्र की बिजली व्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचाया है. इसके जद में 33000 वोल्ट का तार आ गया और मरहिया से लेकर सरियांव तक 12 पोल का तार तथा 33 केवीए का पिन इंसुलेटर सहित अन्य इलेक्ट्रिकल उपकरण खराब हो गये, जिससे बिजली व्यवस्था जीटी रोड के दक्षिण तरफ की पूरी तरह से ठप हो गयी. इसके बाद पूरी रात बिजली व्यवस्था पटरी पर नहीं आ सकी और लोग बगैर बिजली के चैन की नींद नहीं सो पाये. मच्छरों का प्रकोप लोगों पर हावी रहा, साथ ही पेयजल की समस्या व मोबाइल डिस्चार्ज हो जाने से लोग परेशान रहे. बिजली विभाग के कर्मियों ने गुरुवार की सुबह कुछ हद तक लाइन में सुधार लाना शुरू कर दिया और बारी-बारी से फीडरों के माध्यम से गांवों में बिजली आनी शुरू हो गयी. लेकिन, कुशहरिया तथा कल्याणपुर फीडर से जुड़े गई गांवों में बिजली व्यवस्था गुरुवार की शाम तक पटरी पर नहीं आ सकी थी. वही, जिन क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था पटरी पर आयी भी, तो गुरुवार को पूरे दिन ट्रिपिंग की समस्या बनी रही. – बिजली व्यवस्था पूरी तरह रही बेपटरी कैमूर इंडस्ट्रीज यूनियन के सचिव विकास तिवारी ने बताया कि बिजली की समस्या इस समय काफी गंभीर हो गयी है. पूरी रात बिजली ठप रहने से दो दर्जन से अधिक फैक्ट्रियां बंद रहीं. इससे फैक्ट्री वालों काे करोड़ों का नुकसान हुआ है. बिजली विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर गोरखनाथ ने गुरुवार की शाम में बताया कि कुछ ही देर में बिजली व्यवस्था पटरी पर आ जायेगी. लेकिन लोगों का कहना है कि बिजली व्यवस्था पूरी तरह पटरी पर नहीं आ पायी है. एक तरफ बिजली आ रही है, तो कुछ ही मिनटों में चली भी जा रही है. बिजली विभाग की लापरवाही से विद्युत व्यवस्था चरमरायी हुई है. दिन और रात मिलाकर भी बिजली विभाग के कर्मी व्यवस्था को पटरी पर नहीं ला पा रहे हैं. इसका परिणाम उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है.
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