एमपी काॅलेज में बीसीए व बीबीए के लिए मिली मान्यता

महाराणा प्रताप महाविद्यालय के बीसीए व बीबीए विभाग को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त हो गयी है. इसकी जानकारी देते हुए महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य मेजर डॉ शंभूनाथ सिंह ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 से महाविद्यालय के बीसीए व बीबीए विभाग में 60-60 सीटों की स्वीकृति मिली है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 6, 2024 8:53 PM

मोहनिया सदर. महाराणा प्रताप महाविद्यालय के बीसीए व बीबीए विभाग को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त हो गयी है. इसकी जानकारी देते हुए महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य मेजर डॉ शंभूनाथ सिंह ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 से महाविद्यालय के बीसीए व बीबीए विभाग में 60-60 सीटों की स्वीकृति मिली है. उन्होंने बताया कि महाविद्यालय में उपरोक्त दोनों कोर्स का संचालन वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा व बिहार सरकार से मान्यता प्राप्त होने के करण पूर्व से ही हो रहा था, लेकिन अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से स्वीकृति मिल जाने के बाद तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में महाविद्यालय के लिए यह एक नया आयाम स्थापित हो गया है. साथ ही यह उपलब्धि अनुमंडल मुख्यालय के विकास में काफी सहायक सिद्ध होगी. यहां आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राएं भी कम खर्च में बीसीए व बीबीए कोर्स कर अपने लिए कई अवसरों का मार्ग प्रशस्त कर सकेंगे. प्रभारी प्राचार्य डॉ शंभू नाथ सिंह ने कहा कि स्थानीय स्तर पर बीसीए व बीबीए कोर्स का संचालन होना छात्र-छात्राओं के लिए कई अवसरों के द्वार खोल देता है. उन्होंने इसके लिए महाविद्यालय प्रबंधन, महाविद्यालय परिवार के साथ-साथ अनुमंडल वासियों का भी आभार व्यक्त किया है. – सुसज्जित कंप्यूटर लैब के साथ वाईफाई कैंपस की व्यवस्था ज्ञात हो कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से स्वीकृति नहीं मिलने पर सरकार द्वारा आगामी सत्र से बीसीए व बीबीए के संचालन को बंद करने की योजना थी. जबकि, महाविद्यालय में बीसीए व बीबीए विभाग का संचालन पूर्व से ही सफलतापूर्वक होता आ रहा है. साथ ही इन दोनों विभागों के संचालन के लिए महाविद्यालय में पर्याप्त आधारभूत संरचना का विकास भी किया गया है. सुसज्जित कंप्यूटर लैब के साथ-साथ वाईफाई कैंपस व क्लासरूम में स्मार्ट क्लास इंटरएक्टिव बोर्ड की भी व्यवस्था है. साथ ही दोनों विभाग में अनुभवी व उत्कृष्ट प्राध्यापकों द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना महाविद्यालय का हमेशा से प्रयास रहा है. जहां पटना सहित अन्य जगहों पर जाने की बजाय ग्रामीण इलाकों व आसपास के छात्र-छात्राएं काफी कम खर्चे में इन दोनों कोर्स का लाभ ले सकते हैं. उक्त कोर्सों की पढ़ाई पूर्ण कर वे अपने करियर को नयी ऊंचाई तक ले जा सकते हैं. अभिनंदन समारोह का आयोजन इसके साथ ही महाविद्यालय में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के रूप में लंबे समय से कार्यरत रामाधार सिंह के सेवानिवृत होने पर महाविद्यालय के सभागार में अभिनंदन समारोह का भी आयोजन किया गया. इस दौरान सेवानिवृत कर्मी को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. प्रभारी प्राचार्य सहित महाविद्यालय के सभी कर्मियों ने सेवानिवृत कर्मी के सेवाकार्य पर प्रकाश डालते हुए महाविद्यालय के लिए किये गये उनके कार्यों की सराहना की गयी.

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