भभुआ सदर. किसी भी जेल के अंदर खाली समय काटना बंदियों के लिए सबसे कठिन काम होता है. जबकि, विचाराधीन बंदियों के लिए यह समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है. क्योंकि, उन पर किसी काम को करने का कोई दबाव भी नहीं होता और जेल में उनकी अवधि भी निश्चित नहीं होती. लेकिन, मंडलकारा भभुआ में पिछले 26 फरवरी से शुरू हुए जेल रेडियो दोस्ती से भभुआ मंडलकारा में बंद 30 महिला सहित 590 बंदियों में म्यूजिक थेरेपी के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाया जा रहा है. बंदी जेल रेडियो दोस्ती के माध्यम से गाने, भजन के अलावा कानूनी सहायता, साफ-सफाई सहित अन्य जानकारियां हासिल कर रहे हैं. जेल रेडियो दोस्ती के शुरू होने से बंदियों में सकारात्मक माहौल पैदा हुआ है और निराशा और कुंठा में कमी आयी है. मंडलकारा में रेडियो दोस्ती के माध्यम से गीत संगीत के अलावा जरूरी सूचनाएं व जानकारियां बंदियों को मिलती रहती हैं. मनोरंजन के अलावा शुरू हुए रेडियो दोस्ती पर बीच-बीच में जेल के नियम, अपराध की धाराओं, समस्याओं की जानकारी, बंदियों को जेल में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी, मुलाकात की जानकारी आदि की भी जानकारी रेडियो के माध्यम से दी जाती है. इसके अलावा जेल रेडियो के माध्यम से समय-समय पर वक्ता आकर बंदियों को अच्छे काम करने के लिए प्रेरित भी करते हैं. = भजन से होती है मंडलकारा में दिन की शुरुआत जेल अधीक्षक संदीप कुमार के अनुसार, मंडलकारा भभुआ में शुरू हुए रेडियो दोस्ती को लेकर एक स्टूडियो बनाया गया है, जहां से सेंट्रलाइज्ड रेडियो का प्रसारण किया जाता है. इसमें हर दिन कार्यक्रम की शुरुआत भजन से होती है. इसके बाद बारी-बारी से परिचर्चा, समाचार और अन्य कार्यक्रम शुरू होते हैं. मंडलकारा में शुरू हुआ जेल रेडियो दोस्ती एफएम रेडियो की तरह ही काम करता है और इसकी परिधि पूरा कारामंडल है. प्रत्येक दिन सुबह से ही तय समय पर इसके प्रोग्राम शुरू हो जाते हैं. प्रतिदिन इसमें भजन, गीत संगीत, म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट का कार्यक्रम, ज्ञानवर्धक जानकारियां या जो बंदी अपनी कुछ रोचक जानकारी अन्य बंदियों तक पहुंचना चाहते हैं, वह इस रेडियो दोस्ती के माध्यम से पहुंचाया जाता है. इसके अलावा रेडियो दोस्ती पर पीएम और सीएम के संबोधन, कानूनी सहायता की जानकारी के अलावा स्वयं की साफ-सफाई की जानकारियां भी दी जाती हैं. = बोले जेल अधीक्षक– भभुआ मंडलकारा के जेल अधीक्षक संदीप कुमार ने बताया कि भभुआ मंडलकारा में रेडियो स्टेशन स्थापित किया गया है, जिसका नाम जेल रेडियो दोस्ती रखा गया है. यह रेडियो बंदियों के बीच सकारात्मक माहौल बनाये रखने के लिए काफी अहम भूमिका निभा रहा है और देखा जा रहा है कि जब से रेडियो दोस्ती की शुरुआत हुई है, बंदी काफी शांतचित्त और प्रसन्न भी रहते हैं.
म्यूजिक थेरेपी के माध्यम से मंडल कारा में बंद 590 बंदियों में लाया जा रहा सामाजिक बदलाव
मंडलकारा भभुआ में पिछले 26 फरवरी से शुरू हुए जेल रेडियो दोस्ती से भभुआ मंडलकारा में बंद 30 महिला सहित 590 बंदियों में म्यूजिक थेरेपी के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाया जा रहा है.
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